प्रारंभिक परीक्षा
निकोबार द्वीप समूह में खोजा गया नया परजीवी पौधा
हाल ही में निकोबार द्वीप समूह में परजीवी फूल वाले पौधे का एक नया जीनस (सेप्टेमेरंथस) खोजा गया है।
- सेप्टेमेरंथस के अलावा, गैर-परजीवी पौधों के चार अन्य जीनस निकोबारियोडेंड्रोन (हिप्पोक्रेटेसी), स्यूडोडिप्लोस्पोरा (रूबियासी), प्यूबिस्टिलिस (रूबियासी), स्पिरेंथेरा, (यूफोरबियासी) भी निकोबार द्वीप समूह से खोजे गए हैं, जो इस क्षेत्र के पारिस्थितिक महत्त्व को उजागर करते हैं।
परजीवी पौधा:
- ऐसा पौधा जो अपने पोषण का पूरा या कुछ हिस्सा दूसरे पौधे (पोषक) से उसे बिना लाभ प्रदान किये प्राप्त करता है एवं कभी-कभी उस मेजबान पौधे को अत्यधिक नुकसान पहुँचाता है।
- एक परजीवी पौधे की परिभाषित संरचनात्मक विशेषता ‘हौस्टोरियम’ है, यह एक विशेष अंग है जो मेजबान पौधे में प्रवेश करता है और दोनों के बीच एक संवहनी संघ का निर्माण करता है।
- परजीवी पौधे, क्लाइम्बिंग वाइंस, लियनास, एपिफाइट्स और एरोफाइट्स आदि से अलग होते हैं। बाद वाले परजीवी नहीं होते हैं, क्योंकि वे अन्य पौधों का उपयोग पानी या पोषक तत्त्वों के प्रत्यक्ष स्रोत के बजाय केवल एक संरचना के रूप में करते हैं।
प्रमुख बिंदु
- परिचय:
- ‘सेप्टेमेरंथस’ जीनस पौधे की प्रजाति ‘हॉर्सफील्डियाग्लाब्रा’ (ब्लूम) वारब के सहारे बढ़ता है।
- ‘सेप्टेमेरंथस’ केवल आंशिक रूप से अपने मेज़बान पर निर्भर करता है, लेकिन इसमें प्रकाश संश्लेषण हेतु सक्षम पत्ते भी मौजूद होते हैं।
- यह केवल निकोबार द्वीप समूह के लिये ही स्थानिक है।
- ‘सेप्टेमेरंथस’ नाम लैटिन शब्द 'सेप्टम' से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'सात', जो फूलों की व्यवस्था के क्रम का वर्णन करता है।
- यह जीनस ‘लोरेंथेसी’ परिवार से संबंधित है, जो सैंडलवुड (चंदन) ऑर्डर के तहत एक हेमी-पैरासाइट है, जो कि काफी महत्त्वपूर्ण माना जाता है।
- हेमी-पैरासाइट पौधे अपने पोषण के लिये आंशिक रूप से अपने मेज़बान पौधों पर निर्भर होते हैं।
- विशेषताएँ:
- पौधे की पत्तियाँ बहुत लंबी नोक वाली दिल के आकार की होती हैं तथा अंडाशय, फल और बीज 'यूर्सोलेट (urceolate)' (मिट्टी के घड़े के आकार के) होते हैं।
- इसकी एक संशोधित जड़ संरचना पेड़ के तने पर फैली रहती।
- अर्द्ध-परजीवी (Hemi-Parasites):
- अर्द्ध-परजीवी को आमतौर पर मिस्टलेटो (mistletoes) के रूप में भी जाना जाता है जिसमें लगभग 2,200 से अधिक प्रजातियाँ शामिल हैं।
- दुनिया भर में उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण आवासों में इनके वितरण को विकसित और प्रदर्शित करने के लिये उन्हें एक पोषिता पेड़ या झाड़ी की आवश्यकता होती है जो क्रम में लगभग पाँच गुना विकसित और वन पारिस्थितिकी, विकृति विज्ञान एवं चिकित्सा में महत्त्वपूर्ण हैं।
- वे एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे फ्रुजीवोरस (frugivorous- फलों को खाने वाले) पक्षियों के लिये भोजन प्रदान करते हैं।
स्रोत: द हिंदू
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 31 जनवरी, 2022
विश्व कुष्ठ दिवस 2022
विश्व कुष्ठ दिवस (World Leprosy Day) जनवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाता है। इस बार यह 30 जनवरी, 2022 को पूरे विश्व में मनाया गया। इस वर्ष हेतु इसकी थीम 'यूनाइटेड फॉर डिग्निटी' (United for Dignity) और कुष्ठ रोगियों के लिये सम्मानजनक जीवन जीने हेतु वातावरण तैयार करना है। इस दिन की शुरुआत पहली बार वर्ष 1954 में फ्राँसीसी व्यक्ति ‘राउल फोलेरेउ’ ने की थी, जिन्होंने लोगों को इस प्राचीन बीमारी के बारे में बताया। अब तक दुनिया भर में बहुत से लोग इस बीमारी से अवगत नहीं हैं और उन्हें उचित चिकित्सा सहायता नहीं मिलती है तथा कुष्ठ रोग से पीड़ित अधिकांश लोगों को किसी-न-किसी रूप में कलंक और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उनमें से आधे अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होते हैं। कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री (Mycobacterium Leprae) के कारण होने वाला एक क्रोनिक संक्रामक रोग (Chronic Infectious Disease) है। इस रोग की वज़ह से त्वचा पर गंभीर घाव हो जाते हैं और हाथों तथा पैरों की तंत्रिकाओं को भारी नुकसान पहुँचता है। माइकोबैक्टीरियम लेप्री बैक्टीरिया की खोज करने वाले चिकित्सक का नाम डॉ. आर्मोर हैन्सेन है। इसलिये इस रोग को हैन्सेन का रोग के रूप में भी जाना जाता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मल्टीड्रग थेरेपी (Multidrug Therapy- MDT) द्वारा कुष्ठ रोग का प्रभावी उपचार किया जा सकता है।
एनआईपीईआर अनुसंधान पोर्टल
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने 28 जनवरी, 2022 को नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल की उपस्थिति में एनआईपीईआर अनुसंधान पोर्टल का शुभारंभ किया। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (एनआईपीईआर) एक ऐसा अनुसंधान पोर्टल है जहाँ सभी एनआईपीईआर और उनकी शोध गतिविधियों, पेटेंट दायर और प्रकाशन जानकारी के बारे में सूचनाओं को एक स्थान पर प्रसारित करने के उद्देश्य से बनाया गया है, ताकि उद्योग व अन्य हितधारक उनके बारे में जान सकें। इस पोर्टल का उद्देश्य चल रहे शोध कार्यों की उपलब्धता को प्रमाणित करना है। यह अन्य शोधकर्ताओं और विशेष रूप से उद्योग से संबंधित संगठन के संपर्क में आने में मदद करेगा ताकि वे एक साथ काम कर सकें तथा शोध को अधिक उद्देश्यपूर्ण एवं सार्थक बना सकें। लंबे समय से शोध संस्थान सीमित दायरे में रहकर या एकांतवास में काम कर रहे हैं। यह अनुसंधान पोर्टल सरकार के भीतर विभिन्न विभागोंके अनुसंधान संस्थानों और उद्योगों के साथ इन संस्थानों को भी एक साथ लाने का प्रयास करेगा। प्रतिस्पर्द्धा एवं मांग अनुसंधान व नवाचार की आवश्यकता हैं, क्योंकि यह हमारे नागरिकों के लिये गुणवत्तापूर्ण विचारों और समाधानों को बढ़ावा देता है। फार्मास्युटिकल क्षेत्र में निरंतर विकास के लिये अनुसंधान और नवाचार आवश्यक है।
'स्ट्रीट स्टूडेंट'
तेलुगू लघु फिल्म 'स्ट्रीट स्टूडेंट' ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की लघु फिल्म पुरस्कार प्रतियोगिता में 2 लाख रुपए का पुरस्कार जीता। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सातवीं प्रतिष्ठित लघु फिल्म पुरस्कार प्रतियोगिता में देश के विभिन्न हिस्सों से रिकॉर्ड 190 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। श्री रोमी मेइतेई की 'कारफ्यू' फिल्म को 1.5 लाख रुपए के दूसरे पुरस्कार हेतु चुना गया है। यह फिल्म मणिपुर में एक बच्चे की कहानी के माध्यम से लोगों के जीवन के अधिकार, स्वतंत्रता, गरिमा और समानता के समक्ष रूढ़िवादी भय मनोविकृति जैसी बाधाओं को दर्शाती है। श्री नीलेश अंबेडकर की 'मुंघ्यार' को 1 लाख रुपए के तीसरे पुरस्कार हेतु चुना गया है। संयोग से सभी पुरस्कार विजेता फिल्मों में बच्चों ने ही महत्त्वपूर्ण मानवाधिकारों की चिंताओं को उठाने और समाज की रूढ़िवादी सोच को उजागर करने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है। NHRC लघु फिल्म पुरस्कार योजना का उद्देश्य मानव अधिकारों के प्रचार और संरक्षण की दिशा में सिनेमाई व रचनात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित करना तथा स्वीकार करना है।
एश्ले बार्टी
विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम किया है। महिला एकल वर्ग के खिताबी मुकाबले में उन्होंने अमेरिका की डेनिएल कॉलिन्स को सीधे सेटों में 6-3, 7-6 से हराया। बार्टी का ऑस्ट्रेलियाई ओपन में अब जीत-हार का रिकॉर्ड 24-8 का हो गया है। जहाँ उन्हें अमेरिकी सोफ़िया केनिन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। ऑस्ट्रेलियन ओपन वर्ष में होने वाले टेनिस के चार ग्रैंडस्लैम में से पहला ग्रैंडस्लैम है (अन्य ग्रैंडस्लैम फ्रेंच ओपन, विंबलडन और अमेरिकन ओपन) यह जनवरी महीने के अंतिम पखवाड़े के बीच में आयोजित होता है। ऑस्ट्रलियन ओपन की शुरुआत वर्ष 1905 में हुई थी तब से लेकर 1987 तक यह ग्रास कोर्ट में आयोजित हुआ। वर्ष 1988 के बाद से यह मेलबोर्न पार्क के हार्ड कोर्ट में आयोजित होने लगा।