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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 29 Sep, 2023
  • 17 min read
प्रारंभिक परीक्षा

विश्व कॉफी सम्मेलन, 2023

स्रोत : इंडियन एक्सप्रेस 

विश्व कॉफी सम्मेलन (WCC) और एक्सपो, 2023 एशिया में पहली बार भारतीय शहर बंगलूरू में आयोजित हुआ।

  • WCC के 5वें संस्करण का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन (ICO) द्वारा भारतीय कॉफी बोर्ड, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार एवं कर्नाटक सरकार के सहयोग से किया गया था।

विश्व कॉफी सम्मेलन 2023 की मुख्य विशेषताएँ:

  • परिचय:
    • WCC एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो ICO द्वारा आयोजित किया जाता है, यह एक संयुक्त राष्ट्र-संबद्ध निकाय है जो वैश्विक कॉफी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है।
    • WCC संवाद, ज्ञान आदान-प्रदान, नेटवर्किंग और उद्योग की चुनौतियों एवं अवसरों पर सहयोग के लिये विश्व में कॉफी हितधारकों को एकजुट करता है।
  • वर्ष 2023 का विषय:
    • चक्रीय अर्थव्यवस्था और पुनर्योजी कृषि के माध्यम से स्थिरता।
  • WCC 2023 के जैवविविधता ऐम्बैसडर:
    • भारत के कॉफी फार्मों से सम्मेलन और प्रदर्शनी के लिये 5 वनस्पतियों और 5 जीव-जंतुओं (flora and fauna) के ऐम्बैसडर निम्न है-

  • WCC-2023 के लिये शुभंकर (Mascot): 
    • 5वें WCC का आधिकारिक शुभंकर कॉफी स्वामी (Coffee Swami), भारतीय परंपरा की समकालीन अपील के साथ सहजता से जुड़ाव का प्रतीक है।

अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन (ICO):

  • कॉफी निर्यात और आयात के लिये एक महत्त्वपूर्ण अंतर-सरकारी इकाई के रूप में कार्यरत ICO की स्थापना प्रथम अंतर्राष्ट्रीय कॉफी समझौते, 1962 की मंज़ूरी के बाद वर्ष 1963 में संयुक्त राष्ट्र (UN) के समर्थन से की गई थी।
    • ICO विश्व के 93% कॉफी उत्पादन और 63% खपत का गौरवशाली प्रतिनिधित्व करता है।
    • इस संगठन का उद्देश्य वैश्विक कॉफी मूल्य शृंखला (G-CVC) के साथ सभी हितधारकों के लिये लाभ सुनिश्चित करते हुए, बाज़ार-आधारित ढाँचे के तहत वैश्विक कॉफी क्षेत्र के सतत् विकास को मज़बूत करना और बढ़ावा देना है।

भारतीय कॉफी बोर्ड:

  • यह एक वैधानिक संगठन है जिसका गठन कॉफी अधिनियम, 1942 के तहत किया गया था।
  • यह भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है।
  • बोर्ड में अध्यक्ष सहित कुल 33 सदस्य शामिल हैं, जो मुख्य कार्यकारी हैं और इसका संचालन बंगलूरू से होता है।
  • यह बोर्ड मुख्य रूप से कॉफी के लिये अनुसंधान, विस्तार, विकास, मार्केट इंटेलिजेंस ( किसी संगठन के विपणन प्रयासों के लिये प्रासंगिक रोजमर्रा का डेटा), बाह्य और आंतरिक प्रचार के क्षेत्रों में अपनी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करता है।

 UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न 

प्रिलिम्स:

प्रश्न. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिये और सूचियों के नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (2008)

सूची-I (बोर्ड)

सूची-II (मुख्यालय)

A. कॉफी बोर्ड

1. बंगलूरू

B. रबर बोर्ड

2. गुंटूर

C. चाय बोर्ड

3. कोट्टायम 

D. तंबाकू बोर्ड

4. कोलकाता

कूट: A B C D

(a) 2 4 3 1
(b) 1 3 4 2
(c) 2 3 4 1
(d) 1 4 3 2

उत्तर: (b)


प्रश्न. हालाँकि कॉफी और चाय दोनों की खेती पहाड़ी ढलानों पर की जाती है लेकिन इनकी खेती से संबंधित कुछ अंतर हैं। इस संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2010)  

  1. कॉफी के पौधों के लिये उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों की गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है, जबकि चाय की खेती उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय दोनों क्षेत्रों में की जा सकती है।
  2. कॉफी का प्रवर्धन बीजों द्वारा किया जाता है, जबकि चाय का प्रवर्धन तने की कटिंग द्वारा ही किया जाता है। 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? 

(a) केवल 1
(b) केवल 2 
(c) 1 और 2 दोनों 
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (a) 


प्रारंभिक परीक्षा

टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग- 2024

हाल ही में टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2024 का 20वाँ संस्करण जारी किया गया है, जिसमें 91 भारतीय संस्थानों को स्थान मिला है।

  • वर्ष 2024 रैंकिंग में 108 देशों और क्षेत्रों के 1,904 विश्वविद्यालय शामिल हैं।

नोट:

  • जिसे पहले द टाइम्स हायर एजुकेशन सप्लीमेंट (THES) के नाम से जाना जाता था, एक पत्रिका है जो विशेष रूप से उच्च शिक्षा से संबंधित समाचारों और मुद्दों पर रिपोर्टिंग करती है।

विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग- 2024 की मुख्य विशेषताएँ:

  • मानदण्ड(Parameters):
    • वर्ष 2024 की रैंकिंग पाँच क्षेत्रों में 18 प्रमुख संकेतकों के आधार पर विश्व में अनुसंधान-गहन विश्वविद्यालयों का व्यापक मूल्यांकन करती है, जिनमें: शिक्षण (29.5%), अनुसंधान वातावरण (29%), अनुसंधान गुणवत्ता (30%), उद्योग (4%), और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण (7.5%) हैं।
  • भारतीय विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन:
    • रैंकिंग विवरण:
      • भारत के शीर्ष विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) ने वर्ष 2017 के बाद पहली बार 201-250 बैंड में आने वाले वैश्विक शीर्ष 250 विश्वविद्यालयों में वापसी की है।   
      • भारत में दूसरे सर्वोच्च रैंक वाले विश्वविद्यालय अन्ना विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया, महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज़ हैं, ये सभी 501-600 बैंड में शामिल हैं।
      • इस वर्ष भारतीय विश्वविद्यालयों ने महत्त्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की, जिनमें देश के पाँच शीर्ष विश्वविद्यालय भी शामिल हैं।
    • चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व वाला राष्ट्र:
      • भारत अब विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में चौथा सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व वाला देश है, इस सूची में रिकॉर्ड तोड़ 91 भारतीय संस्थान शामिल हैं।

  • वैश्विक विश्वविद्यालय:
    • शीर्ष विश्वविद्यालय:
      • ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (UK) ने सर्वोच्च रैंक हासिल की, उसके बाद स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (USA) और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT, USA) का स्थान रहा।

  • एशियाई विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व:
    • इस रैंकिंग में एशिया सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला महाद्वीप है, जिसमें 737 विश्वविद्यालय भाग लेते हैं। चीन और जापान ने अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है, जिससे शीर्ष 200 में एशियाई विश्वविद्यालयों की संख्या में वृद्धि हुई है।

शिक्षा से संबंधित भारतीय पहलें:


प्रारंभिक परीक्षा

राष्ट्रीय वयोश्री योजना

स्रोत: पी.आई.बी. 

पूरे भारत में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने की एक महत्त्वपूर्ण पहल के तहत भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने एक साथ 72 स्थानों पर 'सामाजिक अधिकारिता शिविर' का आयोजन किया।

  • इन शिविरों का उद्देश्य राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत 12000 से अधिक विकलांग व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सहायता एवं सहायक उपकरण वितरित करना है।

राष्ट्रीय वयोश्री योजना:

  • परिचय:
    • इसे वर्ष 2017 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।
    • यह वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष से वित्तपोषित केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना है।
    • यह योजना सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत कृत्रिम अंग निर्माण निगम (ALIMCO), एक सार्वजनिक उपक्रम (Public Sector Undertaking) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है।
  • विशेषताएँ:
    • योजना के लिये पात्रता मानदंड इस प्रकार है: वरिष्ठ नागरिक, गरीबी रेखा से नीचे (BPL) की श्रेणी और उम्र से संबंधित अक्षमता/असमर्थता से पीड़ित व्यक्ति।
    • यह योजना पात्र वरिष्ठ नागरिकों को उनकी विकलांगता या दुर्बलता के अनुरूप निःशुल्क उपकरण वितरित करने का कार्य करती है।
      • योजना के तहत समर्थित उपकरण: इसके तहत चलने के लिये प्रयोग की जाने वाली छड़ी, कोहनी की बैसाखी, वॉकर/बैसाखी, ट्राइपॉड/क्वाड पॉड, श्रवण यंत्र, व्हीलचेयर, कृत्रिम दाँत और चश्मा प्रदान किये जाते हैं।
    • इस योजना से पूरे देश में 5 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होने की उम्मीद है।

भारत में वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित अन्य पहल:


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 सितंबर, 2023

2018-एवरीवन इज़ ए हीरो

  • 2018-एवरीवन इज़ ए हीरो एक मलयालम सर्वाइवल ड्रामा है जो 96वें अकादमी पुरस्कारों के लिये भारत की आधिकारिक प्रविष्टि है। यह फिल्म वर्ष 2018 में  केरल में आई विनाशकारी बाढ़ पर आधारित है।
  • केरल में मूसलाधार वर्षा के कारण अगस्त 2018 में आई बाढ़ के बाद वर्ष 1924 सबसे भीषण बाढ़ देखी गई, पश्चिमी घाट में अतिक्रमण, रेत खनन और निर्वनीकरण जैसे पर्यावरणीय कारकों ने इस आपदा में योगदान दिया।
  • अकादमी पुरस्कार, जिन्हें ऑस्कर के नाम से भी जाना जाता है, प्रतिवर्ष अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज़ (AMPAS) द्वारा दिये जाते हैं।
    • इस पुरस्कार का उद्देश्य फिल्म उद्योग के सभी पहलुओं और फिल्म निर्माण में शामिल विभिन्न लोगों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करना और मान्यता देना है।
  • भारत ने वर्ष 2023 में 95वें अकादमी पुरस्कारों में दो ऑस्कर जीतेRRR के "नाटू नाटू" ने सर्वश्रेष्ठ मूल गीत का पुरस्कार जीता और "द एलिफेंट व्हिस्परर्स" ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का  पुरस्कार जीता।

और पढ़ें… केरल में बाढ़ की स्थिति

गुजरात में कोनोकार्पस पौधों पर प्रतिबंध

  • गुजरात सरकार ने वन और गैर-वन दोनों क्षेत्रों में गैर-स्वदेशी प्रजाति कोनोकार्पस पौंधों के रोपण पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर पेड़ों के प्रतिकूल प्रभाव का हवाला दिया है। इससे पहले तेलंगाना ने भी इन पौधों की प्रजातियों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
  • वैश्विक स्तर पर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय तटीय क्षेत्रों में पाए जाने वाली और तेज़ी से बढ़ने वाले मैंग्रोव झाड़ी, कोनोकार्पस पेड़, कुछ क्षेत्रों में हरित आवरण को बढ़ावा देने के लिये लगाए गए हैं।
    • हालाँकि उनके छोटे शीतकालीन फूल पराग उत्पन्न करते हैं जो सर्दी, खाँसी, अस्थमा और एलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा उनकी गहरी जड़ें आधारभूत संरचना, विशेषकर जल निकासी प्रणालियों को नुकसान पहुँचा सकती हैं।

अर्बनशिफ्ट एशिया फोरम

हाल ही में पहला अर्बनशिफ्ट फोरम (एशिया) नई दिल्ली में आयोजित किया गया।

  • इसका प्राथमिक उद्देश्य एकीकृत और टिकाऊ शहरी विकास के लिये क्षेत्रीय शहरों को प्रशिक्षण तथा उनकी क्षमता को बढ़ाना है।
  • अर्बनशिफ्ट शहरी विकास और WRI रॉस सेंटर फॉर सस्टेनेबल सिटीज़ के अंतर्गत एक वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF)- वित्तपोषित कार्यक्रम है। इसका नेतृत्व संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा किया जाता है और C40 शहरों, अंतर्राष्ट्रीय स्थानीय पर्यावरण पहल परिषद (ICLEI), UNDP, एशियाई विकास बैंक (ADB) तथा विश्व बैंक के साथ साझेदारी में कार्यान्वित किया जाता है।

और पढ़ें… नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स

पैंगोलिन की छुपी विविधता

पैंगोलिन, जो कि एक मायावी और अत्यधिक लुप्तप्राय जीव है और अक्सर विश्व में सबसे अधिक तस्करी किये जाने वाले स्तनपायी के रूप में जाना जाता है, ने एक छिपे हुए रहस्य का खुलासा किया है। 

  • पहले माना जाता था कि इसमें आठ प्रजातियाँ- चार एशियाई और चार अफ्रीकी प्रजातियाँ शामिल हैं, शोध से नौवीं पैंगोलिन प्रजाति के अस्तित्व का पता चला है, जिसे अस्थायी रूप से मैनिस मिस्टीरिया (Manis mysteria) नाम दिया गया है। 
    • यह खोज वर्ष 2015 और वर्ष 2019 में चीन के युन्नान प्रांत में तस्करों से जब्त किये गए शल्क (Scales) के विश्लेषण के माध्यम से की गई थी। 
  • वर्ष 2016 से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर प्रतिबंध के बावजूद नई खोजी गई पैंगोलिन प्रजाति पहले से ही दबाव में है, जिससे घटती जनसंख्या, कम आनुवंशिक विविधता, अंतःप्रजनन और आनुवंशिक भार जैसे  लक्षण दिखाई दे रहे हैं।

और पढ़ें… पैंगोलिन


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