प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 28 नवंबर, 2019
कृषि सांख्यिकी पर 8वाँ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
8th International Conference on Agricultural Statistics
हाल ही में दिल्ली में कृषि सांख्यिकी पर 8वाँ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (8th International Conference on Agricultural Statistics- ICAS-VIII) का आयोजन किया गया।
आयोजन:
- इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, अंतर्राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान, कृषि सांख्यिकी समिति, खाद्य और कृषि संगठन, विश्व बैंक तथा विभिन्न अन्य संगठनों के सहयोग से किया गया।
थीम:
- इस सम्मेलन की थीम ‘सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु कृषि परिवर्तन के आँकड़े’ है।
उद्देश्य:
- यह देश में कृषि सांख्यिकी से संबंधित इस तरह का पहला सम्मेलन है।
- सम्मेलन का उद्देश्य सतत् विकास लक्ष्यों और विभिन्न अग्रणी अनुसंधानों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये डेटा के उत्पादन में आने वाली विभिन्न चुनौतियों का समाधान करने तथा कृषि सांख्यिकी के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं को चुनकर उन्हें अंतिम रूप देना है।
- इसके अलावा यह भारत में सांख्यिकीविदों, युवा वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को कृषि में आधुनिक प्रथाओं जैसे- बिग डेटा विश्लेषण, भावनात्मक बुद्धिमत्ता आदि को अपनाने का अवसर प्रदान करेगा।
ICAS के विषय में:
- ICAS दुनिया भर में कृषि सांख्यिकी से संबंधित सम्मेलनों की एक शृंखला है जिसे वर्ष 1998 में शुरू किया गया था।
- यह सम्मेलन प्रत्येक तीन साल में आयोजित किया जाता है, इससे पहले इस सम्मेलन का आयोजन वर्ष 2016 में रोम में किया गया था।
- इस सम्मेलन के एजेंडे में खाद्य और कृषि सांख्यिकी से संबंधित कार्यप्रणाली, प्रौद्योगिकी तथा प्रक्रियाओं के क्षेत्र शामिल हैं।
मित्रशक्ति सैन्य अभ्यास- 2019
Mitrashakti Military Exercise- 2019
भारत-श्रीलंका के बीच 01 - 14 दिसंबर, 2019 तक मित्रशक्ति सैन्य अभ्यास- 2019 (Mitrashakti Military Exercise- 2019) के सातवें संस्करण का आयोजन किया जाएगा।
- यह अभ्यास विदेशी प्रशिक्षण नोड (Foreign Training Node- FTN) पुणे में आयोजित किया जाएगा।
- इस अभ्यास के छठे संस्करण का आयोजन श्रीलंका में किया गया था।
- इस अभ्यास का आयोजन प्रत्येक वर्ष भारत एवं श्रीलंका में बारी-बारी से किया जाता है।
उद्देश्य:
- इस संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास का उद्देश्य भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंधों का निर्माण और संवर्द्धन करना है।
- इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत शहरी और ग्रामीण परिवेश में जवाबी कार्रवाई तथा आतंकी कार्रवाईयों के मुकाबले के लिये उप इकाई स्तर के प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करना है।
साँप की नई प्रजाति
New Species of Snake
हाल ही में शौधकर्त्ताओं ने अरुणाचल प्रदेश में साँप की एक नई प्रजाति (New Species of Snake) की खोज की है।
प्रजाति का नामकरण:
- साँप की इस नई प्रजाति का नाम ट्रेकिसियम आप्टे ( Trachischium apteii) रखा गया है।
- इसे यह नाम बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (Bombay Natural History Society- BNHS) के प्रसिद्ध समुद्री जीवविज्ञानी और निदेशक दीपक आप्टे के सम्मान में दिया गया है।
ट्रेकिसियम प्रजाति के विषय में:
- यह एक विषहीन बिल खोदने वाला साँप है जो अरुणाचल प्रदेश के ज़ीरो कस्बे में अवस्थित टैली घाटी वन्यजीव अभ्यारण्य में पाया गया है।
- ट्रेकिसियम प्रजाति के साँप आमतौर पर पतले होते है और वर्तमान में इसकी सात प्रजातियाँ हैं जो हिमालय, इंडो-बर्मा तथा भारत-चीन क्षेत्रों में पाई जाती हैं।
- विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रजाति के साँपों की बिल खोदने की आदत के कारण इस वर्ग के साँप भूमिगत रहते हैं और मानसून के दौरान ही बाहर दिखाई देते हैं।
असम रूफ्ड टर्टल
Assam roofed turtle
हाल ही में बहुउद्देशीय असमिया गमोसा (Assamese gamosa) बनाने वाले एक गैर-सरकारी संस्थान को दुर्लभ ताज़े पानी के कच्छुओं- असम रूफ्ड टर्टल (Assam roofed turtle) के संरक्षण का कार्य सौंपा गया है।
वैज्ञानिक नाम:
- असम रूफ्ड टर्टल का वैज्ञानिक नाम पंगशुरा सिलहेटेंसिस (Pangshura Sylhetensis) है।
आवास:
- यह मुख्य रूप से पूर्वोत्तर भारत और पूर्वोत्तर व दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के पहाड़ी क्षेत्रों में ताज़े पानी में पाया जाता है।
संरक्षण:
- यह प्रकृति के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय संघ ( International Union for Conservation of Nature- IUCN) की संकटग्रस्त प्रजातियों की श्रेणी में शामिल है।
- लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (Convention on International Trade in Endangered Species- CITES) के परिशिष्ट II में शामिल है।
- इसके अलावा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित है।
असमिया गमोसा के विषय में:
- यह एक प्रकार का सर्वव्यापी, सफेद सूती तौलिया है जिस पर हाथ से बुने हुए लाल रंग के रूपांकन होते हैं और इसकी किनारी भी लाल रंग की होती हैं।
- इस पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रतीकों को दर्शाया जाता है।
- इस पर असम रूफ्ड टर्टल का चित्रण करके उसके संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है
- यह असम में आगंतुकों को एक मूल्यवान उपहार के रूप में दिया जाता है।
- इसका उपयोग दुपट्टे, सर पर पगड़ी बाँधने और मास्क के रूप में किया जाता है।