प्रिलिम्स फैक्ट्स (26 Feb, 2019)



प्रीलिम्स फैक्ट्स: 26 फरवरी, 2019

रेल दृष्टि डैशबोर्ड

हाल ही में पारदर्शिता और जबावदेही को बढ़ावा देने के लिये रेल दृष्टि डैशबोर्ड की शुरुआत की गई है। गौरतलब है कि यह डैशबोर्ड विभिन्न स्रोतों से जानकारी एकत्र कर उसे एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगा।

  • इस डैशबोर्ड का यूआरएल ‘raildrishti.cris.org.in’ है जिसे डेस्कटॉप/लेपटॉप अथवा मोबाइल उपकरण जैसे- फोन अथवा टेबलेट पर भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • रेलवे की मौज़ूदा परियोजनाओं से भारत की जनता को जागरूक करने हेतु रेल दृष्टि डैशबोर्ड की शुरुआत की गई है।
  • इस डैशबोर्ड के ज़रिये ग्राहक अथवा रेल यात्री देश भर में भारतीय रेलवे में बहुआयामी बदलाव देख सकेंगे।
  • यह डैशबोर्ड रेलवे से संबंधित हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराने में मदद करेगा।
  • डैशबोर्ड पर उपलब्ध जानकारी को 15 यूज़र फ्रेंडली श्रेणियों में बाँटा गया है।

सुजलाम सुफलाम जलसंचय अभियान

हाल ही में गुजरात में राज्य सरकार के जल संरक्षण ‘सुजलाम सुफलाम जलसंचय अभियान’ के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया गया है।

  • इस योजना का उद्देश्य मानसून से पहले रिवरफ्रंट की सफाई करना, नदियों की तलहटी से गाद निकाल कर उनकी गहराई बढ़ाना, नहरों की सफाई तथा सुंदरीकरण जैसे कार्य करना है जिससे वर्षा जल भंडारण क्षमता को बढ़ाया जा सके।
  • इस योजना के पहले संस्करण के दौरान 13,000 झीलों, चेक-डैम और जलाशयों को गहरा करके राज्य की जल भंडारण क्षमता को 11,000 लाख क्यूबिक फीट तक बढ़ाने में कामयाबी हासिल की गई थी।
  • सुजलाम सुफलाम जलसंचय अभियान की शुरुआत 1 मई, 2018 को की गई थी।

इस्लामिक सहयोग संगठन
Organisation of Islamic Cooperation-OIC

  • इस्लामिक सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद के 46वें सत्र का आयोजन मार्च के पहले सप्ताह में संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में किया जाना तय हुआ है।
  • संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने सुषमा स्वराज को 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में आमंत्रित किया है।

इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC)

  • इस्लामिक सहयोग संगठन की स्थापना 1969 में की गई।
  • संयुक्त राष्ट्र के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा अंतर-सरकारी संगठन है।
  • वर्तमान में इस संगठन में सभी महाद्वीपों से 57 देश शामिल हैं, जिसमें 40 मुस्लिम बहुल देश हैं।
  • इस संगठन को दुनिया भर के मुस्लिमों की सामूहिक आवाज़ कहा जाता है।
  • यह संगठन दुनिया के विभिन्न देशों के लोगों के बीच अंतर्राष्ट्रीय शांति और सद्भाव की भावना को बढ़ावा देने के साथ ही दुनिया के मुस्लिम समुदायों के हितों की रक्षा और संरक्षण का प्रयास करता है।