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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 25 Sep, 2019
  • 6 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 25 सितंबर, 2019

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार

(Dadasaheb Phalke Awards)

वर्ष 2018 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिये फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को चुना गया।

Dadasaheb Phalke Award

  • यह पुरस्कार फिल्म व सिनेमा जगत का सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिये प्रदान किया जाता है।
  • यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा ‘भारतीय सिनेमा के पितामह’ कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के की स्मृति में वर्ष 1969 में शुरू किया गया।
  • यह पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है।
  • वर्ष 1969 में पहली बार देविका रानी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • दादा साहब फाल्के पुरस्कार एक स्वर्ण कमल (गोल्डन लोटस), एक शॉल और 1,000,000 रुपए का नकद धनराशि दी जाती है।
  • अमिताभ बच्चन को वर्ष 1984 में पद्मश्री, वर्ष 2001 में पद्म भूषण और वर्ष 2015 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया जा चुका है।

माइक्रोहिला इओस

(Microhyla Eos)

दिल्ली यूनिवर्सिटी व जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Zoological Survey of India) के वैज्ञानिकों ने अरुणाचल प्रदेश में मेंढक की नई प्रजाति माइक्रोहिला इओस (Microhyla Eos) की खोज की है।

Microhyla Eos

  • यह प्रजाति को नामदफा बाघ अभयारण (Namdapha Tiger Reserve) के सदाबहार वनों में पाया गई है। यह देश का सबसे पूर्वी संरक्षित क्षेत्र है।
  • इस प्रजाति का नाम इओस (Eos) रखा गया है।
  • इसे माइक्रोहिला (Microhyla) वंश के 50वें सदस्य के रूप में वर्णित किया गया है।
  • माइक्रोहिला संकीर्ण मुँह वाले मेंढकों का एक समूह है जिसे आमतौर पर राइस मेंढक (Rice Frog) या कोरस मेंढक (Chorus Frog) के रूप में जाना जाता है। यह मेंढक मुख्यत: एशिया में पाया जाता है।
  • Microhyla Eos को इसके आकार, आकृति , रंग, त्वचा चिह्नों और अन्य विशेषताओं के कारण अन्य संकीर्ण-मुंह वाले कोरस मेंढकों से भिन्न पाया गया है।
  • DNA विश्लेषण में Microhyla Eos को दक्षिण-पूर्व एशिया के माइक्रोहिला वंश के समान पाया गया है।

सीएचसी-फार्म मशीनरी एवं कृषि किसान एप

(CHC Farm Machinery and Krishi Kisan App)

भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने सीएचसी- फार्म मशीनरी एवं कृषि किसान एप लॉन्च किया।

CHC Machinery

सीएचसी-फार्म मशीनरी

  • यह एप कस्टम हायरिंग सेंटर (Custom hiring centres- CHC) को किसानों से जोड़ेगा जिससे उन्नत तकनीक से युक्त कृषि यंत्रों तक छोटे व सीमांत किसानो की पहुँच आसान होगी।
  • इस एप के माध्यम से किसानों को 50 किमी की परिधि में स्थित कस्टम हायरिंग सेंटर से उचित मूल्य पर कृषि यंत्र व उपकरण किराये पर प्राप्त हो सकेंगे।
  • इस एप का प्रयोग किसानों की आय में वृद्धि व कृषि के मशीनीकरण में सहायक होगा।

कृषि किसान एप

  • यह एप फसल की जियो-टैगिंग (Geo-Tagging) एवं जियो-फेंसिंग (Geo-Fencing) में मदद करेगा और किसानों को मौसम का पूर्वानुमान प्रदान करेगा।
  • यह एप किसानों को उनके निकटतम क्षेत्र में उच्च उपज वाली फसलों और बीज के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की जानकारी प्रदान करेगा।
  • किसी किसान द्वारा उच्च उपज प्राप्त करने की नवीन या पारंपरिक ज्ञान आधारित पद्धति को अन्य किसानों के साथ साझा करने हेतु मंच प्रदान करेगा।

मोची स्वाभिमान पहल

(Mochi Swabhimaan Initiative)

केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री ने मोची स्वाभिमान पहल को शुरू करने की घोषणा की।

  • मोची स्वाभिमान पहल एक राष्ट्रव्यापी प्रयास है जिसके तहत चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद ( Leather Sector Skill Council-LSSC), कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (Corporate Social Responsiblity-CSR) फंड के माध्यम से चमड़ा आधारित सेवाएँ प्रदान करने वाले मोची समुदाय को समर्थन देगी।
  • यह पहल मोची समुदाय के सम्मानजनक तरीके से कार्य करने में सहायक होगी।

चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद

(Leather Sector Skill Council- LSSC)

  • इसकी स्थापना वर्ष 2012 में की गई थी।
  • चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद भारत में चमड़ा उद्योग में कुशल कार्यबल की मांग को पूरा करने के लिये समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन है।
  • इसे राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (National Skill Development Corporation-NSDC) से स्वीकृति प्राप्त है।

अन्य प्रमुख बिंदु

  • चमड़े के वैश्विक उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी लगभग 13% है।
  • भारत की GDP में चमड़ा उद्योग का योगदान 1% से कम है, जबकि फुटवियर उद्योग भारत के GDP में लगभग 2% योगदान देता है।

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