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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 25 Jun, 2022
  • 12 min read
प्रारंभिक परीक्षा

वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल

हाल ही में वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना द्वारा ओडिशा के एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर में एक भारतीय नौसेना जहाज़ से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया था।  

Air-Missile

प्रमुख बिंदु: 

  • VL-SRSAM के बारे में: 
    • VL-SRSAM को भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर तैनाती के लिये रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की तीन इकाईयों द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। 
    • मिसाइल में सी-स्किमिंग टारगेट्स (sea-skimming targets) सहित निकट सीमा पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने की क्षमता है।.  
      • सी स्किमिंग एक ऐसी तकनीक हैं जिसका उपयोग कई एंटी-शिप मिसाइलें और कुछ लड़ाकू या स्ट्राइक एयरक्राफ्ट रडार और इन्फ्रारेड डिटेक्शन से बचने के लिये करते हैं। 
  • डिज़ाइन: 
    • मिसाइल को 40 से 50 किमी. की दूरी पर और लगभग 15 किमी की ऊँचाई पर उच्च गति वाले हवाई लक्ष्यों पर हमला करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। 
    • इसका डिज़ाइन अस्त्र मिसाइल पर आधारित है जो दृश्य सीमा से परे हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइल है। 
      • अस्त्र ("हथियार") भारत की पहली हवा-से-हवा में सभी मौसम में दृश्य सीमा से परे सक्रिय रडार होमिंग एयर-टू-एयर मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा विकसित किया गया है। 
      • बियॉन्ड-विज़ुअल-रेंज मिसाइल (BVR) एक हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो 20 नॉटिकल मील या उससे अधिक की रेंज में मारने में सक्षम है। 
  • विशेषताएँ: 
    • क्रूसीफॉर्म पंख: वे चार छोटे पंख होते हैं जो चार तरफ एक क्रॉस की तरह व्यवस्थित होते हैं और प्रक्षेप्य को एक स्थिर वायुगतिकीय स्थिति प्रदान करते हैं। 
    • थ्रस्ट वेक्टरिंग: यह अपने इंज़न से थ्रस्ट की दिशा बदलने, कोणीय वेग और मिसाइल के स्थिति को नियंत्रित करने की क्षमता है। 
      • थ्रस्ट वह बल है जो विमान को हवा के माध्यम से ले जाता है। 
    • कनस्तरीकृत प्रणाली: इसके द्वारा अंदर के वातावरण को नियंत्रित किया जाता है, इस प्रकार इसका परिवहन और भंडारण आसान हो जाता है और हथियार टिकाऊ हो जाते है।

नौसेना युद्ध 

  • यह समुद्र, महासागर या किसी अन्य युद्धक्षेत्र में और पानी के एक बड़े निकाय जैसे कि एक बड़ी झील या चौड़ी नदी से संबंधित एक युद्ध है। 
  • रक्षात्मक प्रतिक्रिया: 
    • चैफ: 
    • यह दुश्मन के रडार और रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) मिसाइल से नौसेना के जहाजों की रक्षा के लिये विश्व भर में इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रतिवाद तकनीक है। 
      • जहाज़ रोधी मिसाइलों का मुकाबला करने के लिये मिसाइलें: 
    • इन प्रणालियों में एक त्वरित पहचान तंत्र और युद्धपोतों के लिये त्वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिये। 

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 


प्रारंभिक परीक्षा

वाणिज्य भवन और निर्यात पोर्टल

हाल ही में प्रधानमंत्री ने वाणिज्य भवन का उद्घाटन किया और साथ ही निर्यात (NIRYAT) पोर्टल  का शुभारंभ किया 

वाणिज्य भवन 

  • वाणिज्य भवन, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce and Industry) का नया परिसर है। 
  • इंडिया गेट के पास निर्मित, वाणिज्य भवन का उपयोग मंत्रालय के अधीन दो विभागों यानी वाणिज्य विभाग और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (Department of Commerce and the Department for Promotion of Industry and Internal Trade- DPIIT) द्वारा किया जाएगा। 

निर्यात पोर्टल 

  • निर्यात (NIRYAT) का पूरा नाम राष्ट्रीय आयात-निर्यात वार्षिक व्यापार विश्लेषण रिकॉर्ड (National Import-Export Record for Yearly Analysis of Trade) है 
  • इसे भारत के विदेश व्यापार से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करने हेतु हितधारकों के लिये वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है। 
  • भारत ने वर्ष 2021 में कुल 670 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 50 लाख करोड़ रुपए) का निर्यात किया। निर्यात किसी भी देश की प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

स्रोत: पी.आई.बी. 


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 25 जून, 2022

अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस

दुनिया भर में वाणिज्य एवं आर्थिक प्रणाली में नाविकों के अमूल्य योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 25 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस’ का आयोजन किया जाता है। दुनिया भर का लगभग 90 प्रतिशत व्यापार जहाज़ों के माध्यम से किया जाता है और इन जहाज़ों का संचालन नाविकों द्वारा किया जाता है, जो पानी के माध्यम से व्यापार के सुचारु प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिये अथक प्रयास करते हैं। ‘अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन’, जो कि नौवहन को विनियमित करने हेतु उत्तरदायी संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है, ने वर्ष 2010 में प्रतिवर्ष 25 जून को अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इसके पश्चात् वर्ष 2011 में पहला ‘अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस’ आयोजित किया गया। इस दिवस की शुरुआत का प्राथमिक लक्ष्य आम लोगों को वैश्विक व्यापार और परिवहन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नाविकों के कार्य के संदर्भ में जागरूक करना है। साथ ही यह दिवस निजी जहाज़ कंपनियों से समुद्र में सुरक्षित यात्रा के लिये अपने नाविकों को पर्याप्त सुविधाएँ प्रदान करने का भी आग्रह करता है। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेष संस्था है, जिसकी स्थापना वर्ष 1948 में जिनेवा सम्मेलन के दौरान एक समझौते के माध्यम से की गई थी। यह एक अंतर्राष्ट्रीय मानक-निर्धारण प्राधिकरण है जो मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग की सुरक्षा में सुधार करने हेतु उत्तरदायी है।

सुचेता कृपलानी

उपराष्‍ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने विख्‍यात स्‍वतंत्रता सेनानी और भारत की पहली महिला मुख्‍यमंत्री सुचेता कृपलानी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी सुचेता कृपलानी का जन्म 25 जून, 1908 को हरियाणा के अंबाला में एक बंगाली परिवार में हुआ था। इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् सुचेता कृपलानी ने ‘बनारस हिंदू विश्वविद्यालय’ में व्याख्याता के रूप में काम करना शुरू किया। अरुणा आसफ अली और उषा मेहता जैसी समकालीन महिलाओं की तरह सुचेता कृपलानी भी भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुईं। सुचेता कृपलानी ने भारत के विभाजन के दौरान हुए दंगों में महात्मा गांधी के साथ मिलकर काम किया। सुचेता कृपलानी उन महिलाओं में से एक थीं, जिन्हें भारतीय संविधान समिति में शामिल किया गया था। भारत की स्वतंत्रता के बाद सुचेता कृपलानी उत्तर भारत की राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हो गईं। वर्ष 1952 में उन्हें लोकसभा के सदस्य के रूप में चुना गया और वर्ष 1962 में वह कानपुर से उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में चुनी गईं। 1963 में वह उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं और इसी के साथ उन्होंने देश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया। वर्ष 1971 में वह सेवानिवृत्त हुईं और वर्ष 1974 में उनकी मृत्यु हो गई।

दिनकर गुप्ता

23 जून, 2022 को पंजाब के पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (National Investigation Agency – NIA) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया। CRPF के महानिदेशक कुलदीप सिंह को वाई.सी. मोदी की सेवानिवृत्ति के बाद मई 2021 में NIA का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। दिनकर गुप्ता 31 मार्च, 2024 या अगले आदेश तक इस पद पर रहेंगे। दिनकर गुप्ता के पास पुलिस प्रशासन में मास्टर डिग्री है। उन्होंने 2019 में पंजाब पुलिस के महानिदेशक का पद संभाला था। उन्होंने इस पद पर 2 साल 7 महीने सेवा की। बाद में उन्हें पंजाब पुलिस हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की अनुमति मांगी थी। उन्होंने पुलिस महानिदेशक, खुफिया, पंजाब के रूप में भी कार्य किया। इसमें पंजाब की इंटेलिजेंस विंग, ऑर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (OCCU) और स्टेट एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) शामिल थी। जून 2004 से जुलाई 2012 के दौरान केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उनका आठ साल का कार्यकाल था। उन्होंने इस अवधि के दौरान संवेदनशील कार्यभार संभाला, जिसमें वीवीआईपी सुरक्षा की देखभाल करने वाले इंटेलिजेंस ब्यूरो यूनिट के प्रमुख भी शामिल थे। दिनकर गुप्ता को 1992 और 1994 में दो पुलिस वीरता पदकों से अलंकृत किया गया है। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक के साथ-साथ 2010 में विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक भी दिया गया था। उन्हें 1999 में ब्रिटिश शेवनिंग गुरुकुल छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया था।


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