Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 25 मई, 2021
नासा का ‘वाईपर’ रोवर
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चंद्रमा की सतह पर और उसके नीचे बर्फ तथा अन्य संसाधनों की तलाश के लिये वर्ष 2023 के अंत में चंद्रमा पर अपने पहले मोबाइल रोबोट को भेजने की घोषणा की है। ‘आर्टेमिस मिशन’ के हिस्से के रूप में ‘वोलेटाइल्स इन्वेस्टिगेटिंग पोलर एक्सप्लोरेशन रोवर’ (VIPER) को चंद्रमा पर भेजा जाएगा, जिससे प्राप्त डेटा के आधार पर वैज्ञानिकों को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर संसाधनों का मानचित्र तैयार करने में मदद मिलेगी, जो कि भविष्य में चंद्रमा पर दीर्घकालिक मानव अन्वेषण मिशनों के लिये काफी महत्त्वपूर्ण होगा। इस मोबाइल रोबोट के माध्यम से चंद्रमा की सतह पर सटीक स्थानों और बर्फ की सांद्रता का निर्धारण करने तथा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पर्यावरण एवं संभावित संसाधनों का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी। यह रोवर वातावरण एवं मिट्टी के विभिन्न प्रकारों का पता लगाने के लिये विशिष्ट प्रणाली का उपयोग कर चंद्रमा के क्रेटरों का अध्ययन करेगा। इस रोवर का डिज़ाइन चंद्रमा पर अन्वेषण संबंधी ‘रिसोर्स प्रॉस्पेक्टर’ नामक एक पूर्व रोबोटिक अवधारणा का ही उन्नत रूप है, जिसे नासा ने वर्ष 2018 की शुरुआत में रद्द कर दिया था। ज्ञात हो कि ‘आर्टेमिस चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम’ के माध्यम से नासा वर्ष 2024 तक पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा पर भेजना चाहता है। इस मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव सहित चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारना है।
दिल्ली में साँपों की आठ नई प्रजातियाँ
दिल्ली विश्वविद्यालय के शोधकर्त्ताओं द्वारा किये गए पाँच वर्षीय व्यापक अध्ययन के बाद राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद साँँपों की सूची में आठ और प्रजातियों को शामिल किया गया है। इस शोध के माध्यम से वर्ष 1997 की ‘फौना ऑफ दिल्ली’ नामक पुस्तक में उल्लिखित सूची को अपडेट किया गया है, जिसका उपयोग व्यापक रूप से दिल्ली की मूल प्रजातियों को ट्रैक करने के लिये किया जाता है। इस शोध के साथ राजधानी में मौजूद साँँपों की प्रजातियों की संख्या 23 तक पहुँच गई है। इस अध्ययन में 23 प्रजातियों और नौ परिवारों में कुल 329 साँप दर्ज किये गए। सूची में शामिल किये गए नए साँपों में- कॉमन ब्रोंजबैक ट्री स्नेक, कॉमन ट्रिंकेट स्नेक, कॉमन कैट स्नेक, बैरड वुल्फ स्नेक, कॉमन कुकरी, स्ट्रीक्ड कुकरी, कॉमन सैंडबोआ और सॉ-स्केल्ड वाइपर शामिल हैं। दिल्ली जीव-जंतुओं के संरक्षण की दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण स्थल है, क्योंकि यहाँ प्राचीन अरावली पहाड़ों के अंतिम हिस्से मौजूद हैं। इस लिहाज़ से दिल्ली अपनी घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्र के बीच देशी वनस्पतियों, जीवों और जैव विविधता के संरक्षण का एक महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है।
नरिंदर बत्रा
हॉकी की वैश्विक संस्था ‘अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ’ (FIH) की 47वीं काॅन्ग्रेस के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) प्रमुख नरिंदर बत्रा को लगातार दूसरी बार ‘अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ’ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। नरिंदर बत्रा वर्तमान में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य भी हैं। नरिंदर बत्रा वर्ष 2024 तक ‘अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ’ के अध्यक्ष का पदभार संभालेंगे। ज्ञात हो कि वर्ष 2016 में महासंघ की 45वीं काॅन्ग्रेस के दौरान शीर्ष पद के लिये चुने जाने के बाद नरिंदर बत्रा ‘अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ’ के पहले गैर-यूरोपीय अध्यक्ष बने थे। अनुभवी भारतीय खेल प्रशासक नरिंदर बत्रा इस वैश्विक महासंघ के 92 वर्ष पुराने इतिहास में शीर्ष पद हासिल करने वाले एकमात्र एशियाई बने हुए हैं। ‘अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ’ (FIH) की स्थापना 07 जनवरी, 1924 को पेरिस में हुई थी। यह महासंघ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी को विनियमित करने वाला अंतर्राष्ट्रीय निकाय है।