लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहला लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार (Lata Deenanath Mangeshkar Award) प्रदान किया गया।
- मुंबई में आयोजित 80वें वार्षिक मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह में देश और समाज की निस्वार्थ सेवा करने हेतु उन्हें यह पुरस्कार मिला।
लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार
- लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार महान गायिका लता मंगेशकर की स्मृति और सम्मान में स्थापित किया गया था, जिनका फरवरी 2022 में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
- मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान चैरिटेबल ट्रस्ट के अनुसार, यह पुरस्कार हर साल केवल एक व्यक्ति को दिया जाएगा, जिसने राष्ट्र, उसके लोगों और समाज के लिये अभूतपूर्व, शानदार और अनुकरणीय योगदान दिया है।
लता मंगेशकर के बारे में:
- लता मंगेशकर, जिन्हें 'भारत की कोकिला' (Nightingale of India) के नाम से भी जाना जाता है, भारत की सबसे बहुमुखी गायिकाओं में से एक थीं।
- उन्होंने एक हज़ार से अधिक हिंदी और 36 क्षेत्रीय फिल्मों में 5,000 से अधिक गानों को अपनी आवाज़ दी।
- वर्ष 1974 में रॉयल अल्बर्ट हॉल (यूके) में परफर्म करने वाली वह पहली भारतीय बनीं। उन्हें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 15 बांग्ला फिल्म पत्रकार संघ पुरस्कार, 4 फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व पुरस्कार, 2 फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कई अन्य पुरुस्कारों से सम्मनित किया जा चुका है।
- वर्ष 1989 में लता मंगेशकर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2001 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 2007 में फ्रांँस की सरकार ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया।
- वर्ष 1974 में लता मंगेशकर ने गिनीज़ रिकॉर्ड में भारतीय संगीत के इतिहास में सबसे अधिक दर्ज की गई कलाकार होने का गौरव प्राप्त किया।
- सितंबर 2019 में भारत सरकार द्वारा उनके 90वें जन्मदिन पर उन्हें डॉटर ऑफ द नेशन अवार्ड (Daughter of the Nation Award) से सम्मानित किया गया।
भारतीय प्रधानमंत्री को दिये गये अन्य पुरस्कार:
- भूटान का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (2021): उन्हें भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 'ऑर्डर ऑफ द ड्रक ग्यालपो' से सम्मानित किया गया है, जिसे "नगदग पेल जी खोरलो" के नाम से भी जाना जाता है।
- वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार (2021): उन्हें वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण के भविष्य के प्रति नेतृत्व की प्रतिबद्धता के लिये कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स सीईआरए द्वारा सम्मानित किया गया।
- अमेरिकी सरकार द्वारा लीज़न ऑफ मेरिट (2020): यह उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में असाधारण मेधावी आचरण के लिये दिया जाने वाला संयुक्त राज्य सशस्त्र बल पुरस्कार है।
- पहला फिलिप कोटलर राष्ट्रपति पुरस्कार (2019): यह किसी राष्ट्र के प्रमुख नेता को दिया जाता है।
- ग्लोबल गोलकीपर अवार्ड: स्वच्छ भारत अभियान (2019) के लिये बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा उन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- ऑर्डर ऑफ ज़ायद अवार्ड (2019): संयुक्त अरब अमीरात का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
- ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू अवार्ड (2019): रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
- ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन (2019): मालदीव का सर्वोच्च सम्मान जो विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाता है।
- पुनर्जागरण के राजा हमद आदेश- प्रथम श्रेणी (2019): बहरीन का सर्वोच्च सम्मान।
- फिलिस्तीन राज्य का ग्रैंड कॉलर पुरस्कार (2018): विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाने वाला फिलिस्तीन का सर्वोच्च सम्मान।
- सियोल पीस प्राइज़ (2018): सियोल पीस प्राइज़ कल्चरल फाउंडेशन का द्विवार्षिक पुरस्कार (दक्षिण कोरिया) उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने मानव विकास में सुधार, राष्ट्र और विश्व में शांति तथा लोकतंत्र को मज़बूती प्रदान करने हेतु कार्य किये हैं।
- चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड (2018): संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान।
- अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद ऑर्डर (2016): यह सऊदी अरब का सर्वोच्च सम्मान है जो गैर-मुस्लिम गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाता है।
- गाज़ी अमीर अमानुल्लाह खान स्टेट ऑर्डर (2016): अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 25 अप्रैल, 2022
सुमन बेरी
हाल ही में राजीव कुमार द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद केंद्र सरकार ने अर्थशास्त्री सुमन बेरी को नीति आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। सुमन बेरी को पहले नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य और बाद में उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह 1 मई, 2022 से पद ग्रहण करेंगे । सुमन बेरी वर्ष 2001 से वर्ष 2011 तक 10 वर्षों की अवधि के लिये नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (National Council of Applied Economic Research- NCAER) के महानिदेशक पद पर रहे। वह सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च, दिल्ली में एक वरिष्ठ विज़िटिंग फेलो भी रह चुके हैं तथा वाशिंगटन डीसी में वुडरो विल्सन इंटरनेशनल सेंटर फॉर स्कॉलर्स एशिया प्रोग्राम में ग्लोबल फेलो हैं। इसके अलावा वह ब्रूगल के एक अनिवासी फेलो हैं जो ब्रुसेल्स आधारित आर्थिक नीति अनुसंधान संस्थान है। उन्होंने भारत के सांख्यिकीय आयोग, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद और मौद्रिक नीति पर भारतीय रिज़र्व बैंक की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
विश्व मलेरिया दिवस
प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को वैश्विक स्तर पर मलेरिया जैसी घातक बीमारी के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘विश्व मलेरिया दिवस’ का आयोजन किया जाता है। विश्व मलेरिया दिवस पर विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य मलेरिया को लेकर जागरूकता फैलाने के लिये सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों, समुदायों व आम जनमानस के बीच सहयोग स्थापित करना है। विश्व मलेरिया दिवस 2022 की थीम "मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिये नवाचार का उपयोग करें" है। विश्व मलेरिया दिवस का विचार अफ्रीका मलेरिया दिवस से विकसित किया गया था। अफ्रीका मलेरिया दिवस मूल रूप से एक ऐसी घटना है जिसे वर्ष 2001 से अफ्रीकी सरकारों द्वारा मनाया जा रहा है, यह पहली बार वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था। वर्ष 2007 में, विश्व स्वास्थ्य सभा के 60वें सत्र के दौरान अफ्रीका मलेरिया दिवस को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में परिवर्तित करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। यह ‘प्लास्मोडियम परजीवियों’ के कारण होने वाला एक मच्छर जनित रोग है। यह परजीवी संक्रमित मादा ‘एनोफिलीज़ मच्छर’ के काटने से फैलता है। ‘विश्व मलेरिया रिपोर्ट’ 2020 के मुताबिक, विश्व स्तर पर मलेरिया के लगभग 229 मिलियन मामले प्रतिवर्ष सामने आते हैं। हालाँकि रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मलेरिया उन्मूलन की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रगति की है। रिपोर्ट की मानें तो भारत एकमात्र उच्च स्थानिक देश है, जिसने वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में 17.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत वैश्विक मलेरिया के 3% का प्रतिनिधित्त्व करता है।
अंग्रेज़ी भाषा दिवस
प्रतिवर्ष 23 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंग्रेज़ी भाषा दिवस के रूप[ में मनाया जाता है। यह दिवस अंग्रेज़ी भाषा के महान साहित्यकार विलियम शेक्सपियर के जन्मदिवस को चिह्नित करता है। अंग्रेज़ी भाषा के सबसे प्रसिद्ध नाटककार होने के साथ-साथ शेक्सपियर का आधुनिक अंग्रेज़ी पर भी काफी अधिक प्रभाव देखने को मिलता है। शेक्सपियर ने अपने संपूर्ण जीवन काल में कुल 38 नाटक लिखे थे। अंग्रेज़ी भाषा की उत्पत्ति मध्यकालीन इंग्लैंड में मानी जाती है और वर्तमान में यह विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। उपलब्ध आँकड़ों की मानें तो विश्व के कुल 195 देशों में से 67 देशों में अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग किया जाता है। विदित हो कि फरवरी 2010 में सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद को मनाने के लिये संयुक्त राष्ट्र ने भाषा दिवस का शुभारंभ किया था। संयुक्त राष्ट्र, भाषा दिवस संगठन की 6 आधिकारिक भाषाओं को संरक्षण प्रदान करता है। संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाएँ अंग्रेज़ी (23 अप्रैल), अरबी (18 दिसंबर), चीनी (20 अप्रैल), स्पेनिश (23 अप्रैल ), रूसी (6 जून) और फ्रेंच (20 मार्च) हैं।