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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 22 Jun, 2022
  • 17 min read
प्रारंभिक परीक्षा

8वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

आठवाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2022) को दुनिया भर में मनाया गया।

  • थीम 2022: 'मानवता के लिये योग'।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और महत्त्व:

  • पृष्ठभूमि:
    • वर्ष 2014 में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 69वें सत्र के उद्घाटन के दौरान भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) का विचार प्रस्तावित किया गया था।
    • संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर, 2014 में एक प्रस्ताव पारित करके 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) के रूप में घोषित किया।
    • वर्ष 2015 में नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित पहले योग दिवस समारोह के दौरान दो गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए थे।
      • यह 35,985 लोगों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा योग सत्र था।
      • इसमें 84 राष्ट्रों के लोगों द्वारा हिस्सा लिया गया था।
  • योग और इसका महत्त्व:
    • योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी।
    • 'योग' शब्द संस्कृत से लिया गया है और इसका अर्थ है जुड़ना अर्थात् शरीर और चेतना के मिलन।
    • आज यह दुनिया भर में विभिन्न रूपों में प्रचलित है और लोकप्रियता लगातार बढ़ रही रहा है।
    • क्वारंटाइन और आइसोलेशन में कोविड-19 रोगियों के मनो-सामाजिक देखभाल और पुनर्वास में योग ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने भी अपने सदस्य देशों को योग का अभ्यास करने के लिये कहा है और इसे वर्ष 2018-30 की शारीरिक गतिविधि के लिये अपनी वैश्विक कार्य योजना में शामिल किया है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्त्व: 

  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग अभ्यास द्वारा शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिये इसके समग्र दृष्टिकोण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये मनाया जाता है।
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य मन की शांति और आत्म-जागरूकता हेतु ध्यान की आदत विकसित करना है जो तनाव मुक्त वातावरण में जीवित रहने के लिये आवश्यक है।

संबंधित पहलें:

  • एम-योग ऐप:
    • प्रधानमंत्री ने एम-योग ऐप की घोषणा की जो 'एक विश्व एक स्वास्थ्य' के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा।
    • ऐप विश्व स्वास्थ्य संगठन (WTO) और आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष मंत्रालय), भारत सरकार के बीच सहयोग का परिणाम है।
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) के लिये नई वेबसाइट:
    • यह वेब पोर्टल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से संबंधित सभी अद्यतन और प्रासंगिक जानकारी प्रदान करता है।
    • यह एक सामाजिक आधार है जहांँ आगंतुकों के लिये चर्चाओं पर नज़र रखने और उनमें भाग लेने के लिये सभी सोशल मीडिया इंटरैक्टिव प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं।
    • पोर्टल महत्त्वपूर्ण वेब पेजों जैसे स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया आदि से भी जुड़ा हुआ है।
  • खेल अनुशासन के रूप में मान्यता प्राप्त योग:
    • और खेल मंत्रालय ने विभिन्न खेल विषयों के वर्गीकरण की समीक्षा के बाद योग को एक खेल अनुशासन के रूप में मान्यता दी और इसे सितंबर 2015 में 'प्राथमिकता' श्रेणी में रखा।
  • सामान्य योग प्रोटोकॉल:
    • आयुष मंत्रालय ने अपने 'सामान्य योग प्रोटोकॉल' में प्राणायाम , नियम, आसन आदि को लोकप्रिय योग 'साधनाओें के तहत सूचीबद्ध किया है।
  • योग में व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम:
    • ब्यूटी एंड वेलनेस सेक्टर स्किल काउंसिल (B&WSSC) में CBSE स्कूलों के लिये योग में व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम हैं।
    • B&WSSC को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तत्त्वावधान में एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में स्थापित किया गया है।
  • विभिन्न कौशल पहल:
    • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) जैसी विभिन्न कौशल पहलों के माध्यम से हज़ारों उम्मीदवारों को योग प्रशिक्षकों और अनुदेशकों के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।
    • PMKVY कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की प्रमुख योजना है।
  • फिट इंडिया मूवमेंट:
    • योग भी फिट इंडिया मूवमेंट का एक हिस्सा है।
    • फिट इंडिया मूवमेंट एक राष्ट्रव्यापी अभियान है जिसका उद्देश्य लोगों को अपने दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधियों और खेलों को शामिल करने के लिये प्रोत्साहित करना है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस


सामाजिक न्याय

औषधि प्रतिरोधी टाइफाइड

प्रिलिम्स के लिये:

टाइफाइड और स्ट्रेन। 

मेन्स के लिये:

स्वास्थ्य। 

चर्चा में क्यों? 

द लैंसेट माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, टाइफाइड बुखार का कारण बनने वाले बैक्टीरिया व्यापक रूप से उपयोग किये जाने वाले एंटीबायोटिक औषधियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी होते जा रहे हैं। 

  • टाइफाइड बुखार के कारण 11 मिलियन लोग संक्रमण का शिकार होते हैं और प्रति वर्ष 1,00,000 से अधिक लोगों की मौतें होती हैं। वैश्विक बीमारी के भार में दक्षिण एशिया का 70% हिस्सा है।

टाइफाइड

  • परिचय: 
    • टाइफाइड बुखार एक जानलेवा संक्रमण है जो साल्मोनेला एंटरिका सेरोवर टाइफी (आमतौर पर साल्मोनेला टाइफी के रूप में जाना जाता है) जीवाणु के कारण होता है जो केवल मनुष्यों द्वारा संक्रमण किया जाता है अभी तक कोई अन्य पशु वाहक नहीं मिला है।  
  • संक्रमण: 
    • टाइफाइड बुखार मल-मौखिक मार्ग से, दूषित भोजन या जल के अंतर्ग्रहण के माध्यम से फैलता है। 
    • उपचार के बिना ही 20 में से लगभग एक व्यक्ति टाइफाइड से ठीक हो जाता है, वह एक 'वाहक' बन जाता है। बीमारी के कोई लक्षण न होने के बावजूद उनके मल और मूत्र में जीवाणु होते हैं, और वे लगभग तीन महीने (कभी-कभी एक वर्ष तक) की अवधि तक दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। 
    • कई टाइफाइड स्थानिक देशों में यात्रियों को टाइफाइड बुखार होने का उच्च जोखिम होता है। इसमें एशिया के कुछ हिस्से (विशेषकर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश), अफ्रीका, कैरिबियन, मध्य और दक्षिण अमेरिका एवं मध्य पूर्व शामिल हैं। 
  • लक्षण: 
    • टाइफाइड के लक्षण सामान्य से लेकर गंभीर तक होते हैं, बिना इलाज के लगभग एक महीने तक रह सकते हैं, इसके लक्षणों में शामिल हैं: बुखार, थकान, अस्वस्थता (अस्वस्थता की सामान्य भावना), गले में खराश, लगातार खांँसी और सिरदर्द। 
  • निवारण: 
    • टीका/वैक्सीन: 
      • टाइफाइड का टीका/वैक्सीनऑरल मेडिकेशन या वन ऑफ इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध है: 
        • कैप्सूल: वयस्कों और 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिये यह एक सक्रिय, क्षीण टीका है। 
        • खुराक: वयस्कों और 2 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिये, यह एक निष्क्रिय टीका है जिसे एक व्यक्ति को टाइफाइड होने से 2 सप्ताह पहले प्राप्त देने की आवश्यकता होती है। 
        • टाइफाइड का टीका केवल 50-80% प्रभावी होता है। 
  • उपचार: 
    • टाइफाइड बुखार में एंटीबायोटिक दवाओं के साथ शीघ्र उपचार की आवश्यकता होती है। 
  • दवा प्रतिरोधक क्षमता: 
    • टाइफाइड बुखार के लिये एंटीबायोटिक दवाओं की प्रभावशीलता ड्रग रेसिस्टेंट स्ट्रेन (Drug Resistant Strains)  के उद्भव से खतरे में है। 
      • बैक्टीरिया के प्रतिरोधी उपभेदों या स्ट्रेन के अस्तित्व का मतलब है कि एंटीबायोटिक्स या उन्हें मारने के लिये डिज़ाइन की गई दवाएंँ अब काम नहीं करती हैं, जिससे उन्हें तेज़ीसे फैलती है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा होता है। 
    • वर्ष 2000 के बाद से बांग्लादेश और भारत में मल्टी-ड्रग-रेसिस्टेंट (MDR) टाइफाइड में लगातार गिरावट आई है, नेपाल में यह कम रहा है और पाकिस्तान में यह थोड़ बढ़ा है। 
      • हालांँकि, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर और अन्य संस्थानों के शोधकर्त्ताओं द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार, इन्हें अन्य एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोधी उपभेदों या स्ट्रेन द्वारा प्रतिस्थापित किया जा रहा है। 
      • बहु-दवा प्रतिरोध (MDR) को एंटीबायोटिक के तीन या अधिक रासायनिक वर्गों में कम-से-कम एक एजेंट के लिये संवेदनशीलता की कमी के रूप में परिभाषित किया गया है।  
      • उपभेदों को MDR के रूप में वर्गीकृत किया गया था यदि उनके पास एंटीबायोटिक्स एम्पीसिलीन, क्लोरैम्फेनिकॉल और ट्राइमेथोप्रिम/सल्फामेथोक्साज़ोल के प्रतिरोधी जीन थे। 
    • XDR टाइफाइड नामक उपभेदों में एक नए प्रकार का दवा प्रतिरोध देखा गया है। एंटीबायोटिक (एज़िथ्रोमाइसिन) के प्रति प्रतिरोधी उपभेदों को भारत, बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान में देखा गया है। 
      • व्यापक दवा प्रतिरोध (XDR) टाइफाइड तनाव के कारण होता है जो टाइफाइड बुखार के इलाज के लिये अनुशंसित कम-से-कम पाँच एंटीबायोटिक वर्गों के लिये प्रतिरोधी होता है। 

आगे की राह 

  • टाइफाइड बुखार की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन के लिये एक एकीकृत दृष्टिकोण और व्यापक नीतिगत ढाँचे की आवश्यकता है। 
  • भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में टाइफाइड के नए टीके लगाने पर विचार कर रहा है। भारत में (भारत बायोटेक और बायोलॉजिकल ई द्वारा) दो डब्ल्यूएचओ प्रीक्वालिफाइड टीके विकसित किये गए हैं। 

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस 


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 22 जून, 2022

कोंकण रेलवे नेटवर्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय रेलवे के कोंकण रेलवे मार्ग के 100% विद्युतीकरण को समर्पित करेंगे तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा रत्नागिरी, मडगांँव और उडुपी से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंँगे। कोंकण रेलवे का संचालन कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KRCL) द्वारा किया जाता है।इसका मुख्यालय नवी मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। 23 मार्च, 1993 को उडुपी और मैंगलोर के बीच कोंकण रेलवे ट्रैक पर पहली यात्री ट्रेन का संचालन किया गया था। संचालन के प्रारंभिक वर्षों के दौरान, पहाड़ी कोंकण क्षेत्र में कई दुर्घटनाएँ हुईं जिस कारण कोंकण रेलवे को टक्कर रोधी उपकरणों, रोल-ऑन/रोल-ऑफ और स्काई बस जैसी नई तकनीक को लागू करने हेतु प्रेरित किया गया। KRCL एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जिसका मुख्यालय नवी मुंबई में है। यह कोंकण रेलवे का संचालन करता है। यह रेलवे से संबंधित अन्य परियोजनाओं को भी चलाता है।

द्रोपदी मुर्मूू

हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिये नामित किया है। अगर वे चुनाव जीतती हैं तो वे भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। उनका जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज ज़िले में हुआ था। वे आदिवासी समाज से संबंधित हैं। उन्हें वर्ष 1997 में रायरंगपुर नगरपंचायत का कौंसिलर चुना गया था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन (स्वतंत्र प्रभार) और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिये नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं। वह किसी भारतीय राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने वाली ओडिशा की पहली महिला आदिवासी नेता थीं। वे वर्ष 2015 से 2019 तक झारखण्ड की राज्यपाल रहीं। वह भारत के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिये भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार हैं।

खुव्सगुल झील राष्ट्रीय उद्यान

हाल ही में मंगोलिया के खुव्सगुल झील राष्ट्रीय उद्यान (Khuvsgul Lake National Park) को यूनेस्को द्वारा बायोस्फीयर रिज़र्व के विश्व नेटवर्क (World Network of Biosphere Reserves) में शामिल किया गया है। यह निर्णय इंटरनेशनल को-ओर्डिनिंग काउंसिल ऑफ मेन एंड बायोस्फियर प्रोग्राम (International Co-Ordinating Council Of Man And Biosphere Programme) के 34वें सत्र के दौरान लिया गया। यह कार्यक्रम फ्रांँस के पेरिस में हो रहा है। खुव्सगुल झील उत्तरी मंगोलियाई प्रांत खुव्सगुल में रूस की सीमा के पास स्थित है। यह मंगोलिया के मीठे पानी का 70% स्रोत है तथा समुद्र तल से लगभग 1645 मीटर की ऊंँचाई पर स्थित है जो 135 किमी लंबी और 262 मीटर गहरी झील है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह मंगोलिया की दूसरी सबसे बड़ी झील है तथा रूस में स्थित बैकाल झील से लगभग 200 किमी. पश्चिम में स्थित है।


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