प्रीलिम्स फैक्ट्स: 22 अप्रैल, 2019
पृथ्वी दिवस
22 अप्रैल को पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस (Earth Day) मनाया जा रहा है।
- इस वर्ष पृथ्वी दिवस की थीम ‘प्रोटेक्ट अवर स्पीशीज़’ (Protect Our Species) है।
- पृथ्वी दिवस नेटवर्क पूरी दुनिया में इस दिवस का आयोजन करता है।
- पृथ्वी के पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 1970 में तत्कालीन अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने अमेरिका में प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (अर्थ डे) मनाने की शुरुआत की थी।
- इसके बाद से प्रत्येक वर्ष पृथ्वी दिवस विश्व भर में इसी दिन आयोजित किया जाता है।
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता और वर्षभर विकास को बढ़ावा देने के लिये पृथ्वी दिवस नेटवर्क की स्थापना की गई थी।
- पृथ्वी दिवस संकटग्रस्त प्रजातियों जैसे- मधुमक्खी, प्रवाल भित्ति, हाथी, जिराफ, कीड़े-मकोड़े, व्हेल आदि की रक्षा के लिये मिल-जुलकर काम करने की बात करता है।
- पृथ्वी दिवस नेटवर्क के माध्यम से कार्यकर्त्ता, राष्ट्रीय, स्थानीय और वैश्विक नीतियों में परिवर्तनों को आपस में जोड़ते हैं।
- आज यह अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क लगभग 192 देशों में 75,000 सहभागियों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है, जो वर्षभर लाखों समुदायों के विकास और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये कार्यकर्त्ताओं की सहायता करते हैं।
एजेंट ऑरेंज
हाल ही में अमेरिका ने वियतनाम में स्थित पूर्व एजेंट ऑरेंज भंडारण स्थल की सफाई हेतु एक कार्यक्रम की शुरुआत की है।
- एजेंट ऑरेंज, 1960 के दशक में वियतनाम युद्ध के दौरान वनों और फसलों को खत्म करने के लिये अमेरिकी सैन्य बलों द्वारा उपयोग किया गया एक शक्तिशाली तृणनाशक (herbicide) था।
- युद्ध के दौरान अमेरिका ने वियतनाम के देहाती व जंगली इलाकों में करोड़ों गैलन कीटनाशक एजेंट ऑरेंज बरसाए थे।
- दक्षिण वियतनाम के अलावा लाओस और कंबोडिया के सीमावर्ती जंगलों में भी एजेंट ऑरेंज बरसाए गए थे, ताकि वहाँ किसी भी प्रकार की खेती न की जा सके और जंगलों में छिपे लड़ाकों के लिये गुजर-बसर करने में परेशानी खड़ी की जा सके।
- एजेंट ऑरेंज में भारी मात्रा में डायोक्सिन होता है, जिससे कैंसर जैसी भयावह बीमारी उत्पन्न होती है।
- एक अनुमान के मुताबिक, इससे 48 लाख नागरिकों की मौत हो गई थी या वे विकलांग हो गए थे। इसके साथ ही लाखों बच्चे आनुवंशिक बीमारियों के साथ पैदा हुए थे।
गरिया पूजा महोत्सव
गरिया पूजा (Garia Puja) त्रिपुरा का एक प्रमुख त्योहार है।
- हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह पर्व चैत्र माह के अंतिम दिन से लेकर वैशाख महीने के सातवें दिन तक आयोजित किया जाता है।
- त्रिपुरी और रियांग जनजातियाँ इसे फसल के त्योहार के रूप में मनाती हैं।
- इस त्योहार में एक बाँस के खंभे की फूलों और मालाओं से पूजा की जाती है जो कि भगवान गरिया का प्रतीक होता है।