प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 18 दिसंबर, 2019
महाराजा दलीप सिंह
Maharaja Duleep Singh
हाल ही में राज्यसभा के एक सदस्य ने महाराजा दलीप सिंह (Maharaja Duleep Singh) के अवशेषों को इंग्लैंड से भारत लाने की मांग की है।
कौन थे महाराजा दलीप सिंह?
- दलीप सिंह, महाराजा रणजीत सिंह के सबसे छोटे पुत्र और पंजाब के अंतिम शासक थे।
- इन्हें वर्ष 1843 में पंजाब का महाराजा (पाँच वर्ष की उम्र में) घोषित किया गया था।
- द्वितीय आंग्ल- सिख युद्ध के बाद वर्ष 1849 में महाराजा दलीप सिंह को प्रतिवर्ष £40,000 की पेंशन के बदले संप्रभुता का दावा छोड़ने के लिये मजबूर किया गया था, उस समय उनकी उम्र मात्र 10 वर्ष की थी।
- वर्ष 1853 में उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया तथा वर्ष 1854 में ब्रिटेन में बस गए।
- वर्ष 1999 की बीबीसी की एक रिपोर्ट में सिंह को इंग्लैण्ड का पहला सिख अधिवासी (Settler) बताया गया है।
- वर्ष 1893 में 55 साल की उम्र में दलीप सिंह का पेरिस में निधन हो गया तथा उन्हें इंग्लैंड में दफनाया गया था।
कोहिनूर के विषय में:
- कोहिनूर शब्द कोह-ए-नूर शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है - प्रकाश का पहाड़ (Mountain Of Light)
- वर्ष 1849 में अंग्रेज़ों द्वारा सिखों को युद्ध में हराने के बाद, दलीप सिंह को एक कानूनी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिये बाध्य किया गया जिसमें लाहौर की संधि में संशोधन किया गया था।
- दस्तावेज़ के अनुसार सिंह को इस क्षेत्र की संप्रभुता ही नहीं बल्कि कोहिनूर (Koh-i-Noor) हीरे पर दावा भी छोड़ना था।
- यह हीरा अब लंदन के टॉवर में रखे ब्रिटिश क्राउन ज्वेल्स का एक हिस्सा है।
जीईएम संवाद
GeM SAMVAAD
हाल ही में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce & Industry) द्वारा नई दिल्ली में राष्ट्रीय आउटरीच कार्यक्रम, जीईएम संवाद (GeM SAMVAAD) की शुरुआत की गई।
उद्देश्य:
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे देश के हितधारकों और खुदरा विक्रेताओं को इसमें शामिल करना है।
- इसके अलावा इसका उद्देश्य खरीदारों की विशेष ज़रूरतों को पूरा करते हुए बाज़ार में स्थानीय विक्रेताओं को ऑन-बोर्डिंग सुविधा उपलब्ध कराना है।
कार्यक्रम की अवधि:
- यह कार्यक्रम 19 दिसंबर, 2019 से 17 फरवरी, 2020 तक चलेगा और इसमें देश के सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल होंगे।
GeM के विषय में:
- गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस या जीईएम की शुरुआत 9 अगस्त, 2016 को हुई थी।
- यह एक राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीदारी पोर्टल है जो केंद्र और राज्य सरकारों के विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, स्वायत्त संस्थानों तथा स्थानीय निकायों की सभी खरीदारी संबंधी ज़रूरतों का समाधान करता है।
- इसके अलावा जीईएम पोर्टल का उपयोग, खरीदारी को संपर्क रहित, कागज रहित और कैशलेस बनाता है।
- वर्तमान में जीईएम में 15 लाख से अधिक उत्पाद, लगभग 20,000 सेवाएँ, 3 लाख से अधिक पंजीकृत विक्रेता और सेवाप्रदाता तथा 40,000 से अधिक सरकारी खरीदार संगठन शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश के लिये तीन राजधानियाँ
Three Capitals for Andhra Pradesh
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य में दक्षिण अफ्रीका की तरह तीन राजधानियाँ बनाने का संकेत दिया है।
प्रमुख बिंदु:
- राज्य की तीन निम्नलिखित राजधानियाँ हो सकती हैं -
- विधायी- अमरावती
- कार्यकारी- विशाखापत्तनम
- न्यायिक- करनूल
- यह निर्णय प्रतिष्ठित कंसल्टेंसी फर्मों द्वारा जारी विवरण और रिपोर्ट पर चर्चा करने के बाद लिया जाएगा।
- यदि राज्य सरकार इस पर अमल करती है तो आंध्र प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जहाँ पर तीन राजधानी क्षेत्र होंगे।
- दक्षिण अफ्रीका की तीन राजधानियाँ हैं:
- प्रशासनिक राजधानी- प्रिटोरिया (Pretoria)
- विधायी राजधानी- केप टाउन (Cape Town)
- न्यायिक राजधानी- ब्लोमेम्फोनेटिन (Blomemfontein)
- संवैधानिक न्यायालय जोहान्सबर्ग (Johannesburg) में स्थित है।