प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 18 नवंबर, 2019
आईन-ए-अकबरी
Ain-i-Akbari
हाल ही में आए अयोध्या फैसले में उच्चतम न्यायालय द्वारा कहा गया कि 16वीं शताब्दी के दस्तावेज़ आईन-ए-अकबरी (Ain-i-Akbari) में भगवान राम के जन्म के समय का उल्लेख है।
आईन-ए-अकबरी के बारे में:
- आईन-ए-अकबरी मुगल शासक अकबर के प्रशासन से संबंधित है।
- यह अकबर के दरबारी इतिहासकार अबुल फज़ल द्वारा फ़ारसी भाषा में लिखी गई थी।
- आईन-ए-अकबरी अबुल फज़ल द्वारा रचित ‘अकबरनामा’ का ही एक भाग है।
- अकबरनामा के तीन भाग हैं जिसमें से तीसरे भाग को 'आईन-ए-अकबरी' कहते हैं।
- प्रथम भाग में अकबर के पूर्वजों तथा उसके आरंभिक जीवन का वर्णन है।
- दूसरा भाग अकबर काल के घटनाक्रमों से संबंधित है।
- तीसरे भाग अर्थात् आईन-ए-अकबरी में अकबर के शासनकाल से संबंधित आँकड़े तथा शासन-व्यवस्था संबंधी अन्य नियमों का वर्णन है।
- अकबरनामा का अंग्रेज़ी अनुवाद 20वीं शताब्दी की शुरुआत में हेनरी बेवरिज द्वारा किया गया था।
सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व
Satpura Tiger Reserve
हाल ही में मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व (Satpura Tiger Reserve), के बफ़र क्षेत्र में एक महुआ के वृक्ष की उपस्थिति के कारण यह टाइगर रिज़र्व सुर्खियों में आया।
- इस क्षेत्र के स्थानीय लोगों के मध्य एक अंधविश्वास है कि महुआ का वृक्ष उनकी बीमारियों से तुरंत राहत दिला सकता है तथा उनके दुर्भाग्य को बदल सकता है।
सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के बारे में:
- इसकी स्थापना वर्ष 2000 में की गई थी तथा यह नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है।
- सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व में तीन संरक्षित क्षेत्र शामिल हैं।
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, बोरी अभयारण्य, पंचमढ़ी अभयारण्य।
- इस रिज़र्व क्षेत्र में धूपगढ़ चोटी का भी विस्तार है।
जैव-विविधता
- यह रिज़र्व बाघों सहित कई अन्य लुप्तप्राय प्रजातियों का आवासीय क्षेत्र है।
- यहाँ पाई जाने वाली अन्य प्रमुख प्रजातियों में ब्लैक बक, तेंदुआ, ढोले, भारतीय गौर, मालाबार विशालकाय गिलहरी, स्लॉथ बीयर आदि शामिल हैं।
महुआ के वृक्ष के बारे में:
- यह भारतीय उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में उगने वाला वृक्ष है जो मुख्य रूप से मध्य और उत्तरी भारतीय मैदानों तथा जंगलों में पाया जाता है।
महादयी नदी
Mhadei/Mahadayi River
महादयी नदी (Mhadei River) पर प्रस्तावित कलासा बंदूरी परियोजना का गोवा राज्य द्वारा विरोध किया जा रहा है।
महादयी नदी के बारे में:
- महादयी नदी को गोवा राज्य की जीवन रेखा नदी के रूप में माना जाता है।
- गोवा की राजधानी पणजी इसी नदी के किनारे अवस्थित है।
- यह नदी भारत की सबसे छोटी नदियों में से एक है तथा इस नदी का उद्गम कर्नाटक के बेलगाम ज़िले के खानपुर नामक स्थान होता है और यह उत्तरी गोवा के सतारी नामक स्थल में प्रवेश करती है।
- गोवा में प्रवेश करने के बाद इसमें कई धाराएँ आकर मिलती हैं जिसके बाद यह मंडोवी के नाम से जानी जाती है।
- लगभग 111 किलोमीटर लंबी इस नदी का दो-तिहाई भाग गोवा में है।
- चूँकि गोवा की अन्य नदियाँ लवणीय जल युक्त हैं, वहीं मंडोवी जो एक मीठे जल का स्रोत होने के साथ -साथ जल सुरक्षा, पारिस्थिकी और मछली पालन का भी एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है।
- मंडोवी नदी बेसिन अपनी सहायक नदियों के साथ गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में जलापूर्ति करती है।
कलासा बंदूरी परियोजना
कलासा बंदूरी परियोजना का उद्देश्य महादयी नदी के जल का डायवर्ज़न करके उसे उत्तरी कर्नाटक के तीन ज़िलों में पहुँचाना है।
विलिंग्डन द्वीप
Willingdon Island
हाल ही में भारतीय नौसेना द्वारा कोच्चि स्थित विलिंग्डन द्वीप (Willingdon Island) पर फिट इंडिया और गो ग्रीन (Fit India and Go Green) नामक दो पहलों का आयोजन किया गया।
विलिंग्डन द्वीप के बारे में:
- विलिंग्डन द्वीप भारत का सबसे बड़ा कृत्रिम द्वीप है।
- यह द्वीप केरल में अवस्थित वेम्बनाद झील का ही एक हिस्सा है।
- विलिंग्डन द्वीप कोच्चि बंदरगाह के साथ-साथ भारतीय नौसेना की कोच्चि नौसेना बेस के लिये भी महत्त्वपूर्ण है।