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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 16 Sep, 2019
  • 5 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 16 सितंबर, 2019

समुद्र लक्ष्मण

(Samudra Laksamana)

12 से 15 सितंबर, 2019 के बीच भारतीय नौसेना और मलेशिया की शाही नौसेना ने द्विपक्षीय सैन्याभ्यास ‘समुद्र लक्ष्मण’ में भाग लिया।

  • इस अभ्यासका आयोजन दो चरणों- बंदरगाह चरण और समुद्री चरण में किया गया।
    • बंदरगाह चरण में पेशेवर बातचीत, आधिकारिक वार्ता, सामाजिक कार्यक्रम और विभिन्‍न खेल गतिविधियाँ आयोजित करने के कार्यक्रम शामिल थे।
    • समुद्री चरण में सभी के लिये समुद्रों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिये दोनों नौसेनाओं के बीच अंतरसक्रियता बढ़ाने और अपने कौशल का विकास करने जैसे कार्यक्रम शामिल थे।
  • भारत की तरफ से नौसेना के दो जहाज़ों- INS सह्याद्रि (Sahyadri) और INS किलटन (Kiltan) ने इसमें भाग लिया।

Malaysia


‘जलदूत’

(Jaldoot)

हाल ही में ‘जलदूत’ नामक एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य जल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना है।

  • इस अभियान का आयोजन क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो (Regional Outreach Bureau-ROB), पुणे द्वारा महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (Maharashtra State Road Transport Corporation- MSRTC) के सहयोग से किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
  • ROB ने ‘जलदूतः जलशक्ति अभियान पर यात्रा प्रदर्शनी’ के लिये एक बस को खासतौर पर डिज़ाइन किया है।
    • इस प्रदर्शनी में विभिन्न सूचनाओं के साथ डिस्प्ले पैनल और ऑडियो-विजुअल उपकरण लगाए गए हैं।
    • इस बस से कर रहे संगीत एवं नाटक प्रभाग के सांस्कृतिक दल और कलाकार सरकार की पहल के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे।
    • यह बस अगले 2 महीनों में महाराष्ट्र के 8 ज़िलों का दौरा करेगी।
    • इसके तहत विभिन्न जगहों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रतियोगिता, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि शामिल हैं जो जल संरक्षण प्रयासों पर जागरूकता पैदा करने पर केंद्रित होंगे।
  • ध्यातव्य है कि देश में बढ़ते जल संकट से निपटने के लिये भारत सरकार ने जलशक्ति अभियान भी शुरू किया है।
    • यह एक जल संरक्षण अभियान है जो देश भर में 256 ज़िलों के 1592 दबावग्रस्त ब्लॉकों (Stressed Blocks) पर केंद्रित है।

‘रूद्रशिला’

(Rudrashila)

व्हाइट वाटर राफ्टिंग अभियान (White Water Rafting Expedition) ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर मिलिट्री स्‍टेशन से झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

  • यह अभियान बैटल एक्स डिवीज़न के तत्‍वावधान में कालीधर बटालियन की ओर से संचालित किया जा रहा है।
  • इसका संचालन 1 अक्तूबर से 4 अक्‍तूबर, 2019 तक किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि कालीधर बटालियन (Kalidhar Batttalion) के 75वें स्‍थापना दिवस पर ‘रूद्रशिला’ अभियान आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान का नाम ‘रूद्रशिला’ उत्‍तराखंड की पहाडि़यों में अवस्थित गंगा नदी की सहायक नदी रुद्रप्रयाग के नाम पर पर रखा गया है।
  • इस अभियान में शामिल दल रुद्रप्रयाग से ऋषिकेश तक कुल मिलाकर 140 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।

कालीधर बटालियन

  • कालीधर बटालियन की स्‍थापना 1 नवंबर, 1943 को हुई थी और इसने भारतीय सेना के सभी प्रमुख परिचालनों में भाग लिया है।
  • वर्ष 1953 में कोरिया में तैनाती और वर्ष 2005-06 में कांगो में संयुक्‍त राष्‍ट्र के शांति मिशन (UN peacekeeping Mission) में तैनाती भी इन प्रमुख परिचालनों में शामिल है।

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