लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 16 Jul, 2019
  • 7 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 16- 07- 2019

विश्‍व युवा कौशल दिवस

World Youth Skills Day

15 जुलाई को विश्‍व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) के अवसर पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (Ministry of Skill Development & Entrepreneurs) ने स्किल इंडिया अभियान की चौथी वर्षगाँठ पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया।

  • इस अवसर पर युवाओं को विभिन्‍न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण उपलब्‍ध कराने के लिये कई घोषणाएँ तथा समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर किये गए।
  • उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष एक करोड़ से ज़्यादा युवा कौशल विकास कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं।

मंत्रालय द्वारा की गई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ

  • अप्रेन्टिसशिप में डिग्री, इलेक्ट्रिक वाहनों पर ITI में नए पाठ्यक्रम तथा उन्‍नत कृषि पर नए पाठ्यक्रमों की घोषणा।
  • प्रतिभागियों के संदर्भ में मुद्दों और उनसे जुड़े संभावित समाधानों पर चर्चा के लिये कौशल युवा संवाद नाम से युवाओं के लिये राष्‍ट्रीय स्‍तर पर संवाद का आयोजन।
  • वित्‍तीय क्षेत्र में अप्रेन्टिसशिप ट्रेंनिंग के लिये भारतीय स्‍टेट बैंक और HDFC बैंक के साथ सहयोग की घोषणा।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 170,000 ग्रामीण डाक सेवकों को प्रमाण-पत्र देने के लिये भारतीय डाक भुगतान बैंक के साथ करार की घोषणा।
  • महिला सशक्तीकरण के लिये अर्बन क्‍लैप, नेस वाडिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स तथा मेकडोनाल्‍ड, श्री शंकरलाल सुंदरबाई शासून जैन कॉलेज फॉर वूमेन, बॉट VFX लिमिटेड तथा विक्रम ग्रुप जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों और संस्‍थाओं के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर।
  • ITI नागपुर में एयरोस्‍ट्रक्‍चर फिटर और वेल्‍डर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा।

कॉमन लाइनब्लू एवं डार्क सेरुलियन

Common Lineblue and Dark Cerulean

वर्ष 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय के शोधकर्त्ताओं द्वारा तितली की दो दुर्लभ प्रजातियों कॉमन लाइनब्लू (Common Lineblue) एवं डार्क सेरुलियन (Dark Cerulean) को लगभग आधी शताब्दी के अंतराल के बाद देखा गया।

Common Lineblue and Dark Cerulean

  • कॉमन लाइनब्लू को वर्ष 1962 में दिल्ली में अंतिम बार देखा गया था, जबकि डार्क सेरुलियन को 90 के दशक के अंत में देखा गया था।
  • दोनों तितलियाँ आमतौर पर हिमालय की तलहटी में पाई जाती हैं।
  • लेपिडोपेट्रोलॉजिस्ट (Lepidopterologist) के अनुसार, दिल्ली में तितलियों की दो दुर्लभ प्रजातियों का पुनः देखा जाना इस क्षेत्र की पर्यावरणीय विविधता का संकेतक है।

लेपिडोपेट्रोलॉजी (Lepidopterology) कीट-विज्ञान की एक शाखा है, जो पतंगों (Moths) के वैज्ञानिक अध्ययन तथा तितलियों की तीन सुपरफैमिली से संबंधित है। इस क्षेत्र में अध्ययन करने वाले को लेपिडोपेट्रोलॉजिस्ट कहा जाता है।


राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य योजना रिपोर्ट

National Digital Health Blueprint Report

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने विभिन्न हितधारकों से जानकारी लेने के लिये सार्वजनिक क्षेत्र में राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य योजना (National Digital Health Blueprint-NDHB) रिपोर्ट जारी की।

  • इस योजना को डिज़िटल इंडिया कार्यक्रम की तर्ज़ पर तैयार किया गया है।
  • इसका उद्देश्‍य एक राष्‍ट्रीय डिज़िटल स्‍वास्‍थ्‍य पारिस्थितिकी प्रणाली तैयार करना है, जो सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज को प्रभावी, सुलभ, समग्र, किफायती, समय पर तथा सुरक्षित तरीके से प्रोत्‍साहित कर सके।
  • डिज़िटल स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में तेज़ी से बदलाव होने के कारण इस योजना में सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज़ को सहयोग देने की अपार संभावना है।
  • स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने सभी साझेदारों से अपनी राय देने को कहा है, ताकि स्‍वास्‍थ्‍य सेवा में इस डिज़िटल क्रांति को अधिक समग्र और सहायक बनाया जा सके तथा सरकार की एक सामूहिक प्रयास के रूप में सशक्त राष्‍ट्र के निर्माण में मदद की जा सके।

अपोलो 11

Apollo 11

16 जुलाई, 2019 को अपोलो 11 (चंद्रमा पर उतरने वाला पहला मानवयुक्त मिशन) के 50 वर्ष पूरे हुए।

  • इस मिशन की शुरुआत 16 जुलाई, 1969 को हुई थी।
  • अपोलो मिशन को चंद्रमा पर मनुष्यों को उतारने और उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर लाने के लिये डिज़ाइन किया गया था।
  • इस मिशन के फलस्वरूप 20 जुलाई, 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन बज़ एल्ड्रिन ने पहली बार चंद्रमा पर उतरने में सफलता पाई थी।

APOLLO 11

  • अपोलो मिशन की घोषणा उस समय की गई थी जब अमेरिका अंतरिक्ष विकास की होड़ में सोवियत संघ को पीछे छोड़ रहा था।
    • इस मिशन के कारण ही अंतरिक्ष तक पहुँचने की दौड़ में अमेरिका को सफलता मिली थी।
    • इस मिशन से पूर्व अंतरिक्ष में रूस का वर्चस्व कायम था और चंद्रमा पर भेजा गया पहला जानवर भी रूस ने ही भेजा था।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2