प्रीलिम्स फैक्ट्स: 13 दिसंबर, 2019
आई.बी.एम. ग्राफ
IBM GRAF
आईबीएम कंपनी ने पूरे विश्व के लिये एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन मौसम पूर्वानुमान मॉडल ‘IBM GRAF’ तैयार किया है।
मुख्य बिंदु:
- यह एक मौसम पूर्वानुमान टूल है जो उच्च-रिज़ॉल्यूशन मौसम पूर्वानुमान से संबंधित जानकारी प्रदान करता है।
- वैश्विक स्तर पर वर्तमान मौसम पूर्वानुमान मॉडलों में ज़्यादातर 9-13 किलोमीटर की दूरी तक के रिज़ॉल्यूशन पर आधारित हैं और हर छह घंटे में अपडेट होते हैं।
- ‘IBM GRAF’ 3 किलोमीटर की दूरी तक के रिज़ॉल्यूशन पर पूर्वानुमान प्रदान करता है और प्रति घंटा अपडेट किया जाता है।
- यह तकनीक वायुमंडलीय और महासागरीय डेटा को सुपर कंप्यूटर के माध्यम से विश्लेषित करके वांछित समय सीमा में पूर्वानुमान जारी करती है।
- यह भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उपयोग किये जाने वाले 12 किलोमीटर रिज़ॉल्यूशन के मॉडल की तुलना में काफी उन्नत है।
- यह मॉडल भारत में उपलब्ध मौसम से संबंधित डेटा का उपयोग करके मौसम पूर्वानुमानों की सटीकता में सुधार लायेगा।
उपयोग:
- यह नया वैश्विक उच्च-रिज़ॉल्यूशन मौसम पूर्वानुमान मॉडल भारत के कृषि क्षेत्र के लिये अग्रिम जानकारी जुटाने तथा जलवायु परिवर्तन के ख़तरों से निपटने में मदद करेगा।
- यह मॉडल ऊर्जा कंपनियों, उपभोक्ता ब्रांडों, बीमा व्यवसायों और उपग्रह इमेज विश्लेषकों के लिए भी उपयोगी होगा।
पुष्पा वीणा
Pushpa Veena
हाल ही में इंडिया इंटरनेशनल गिटार फेस्टिवल 2019 में विश्व को ‘पुष्पा वीणा’ से अवगत कराया गया है।
प्रमुख बिंदु:
- इसका आविष्कार एक प्रसिद्ध भारतीय स्लाइड गिटारवादक ‘पंडित देबाशीष भट्टाचार्य’ ने किया है।
- पुष्पा वीणा एक ध्वनिक स्लाइड वाद्य यंत्र है यह पंडित देवाशीष भट्टाचार्य के त्रिमूर्ति गिटार (चतुरंगी, आनन्दी और गंधर्व) की पिछली रचनाओं से बहुत अलग एवं अद्वितीय है।
- पुष्पा वीणा भारत और एशिया के साथ-साथ दुनिया के शास्त्रीय और लोक संगीत की प्राचीन कला का प्रतिनिधित्व करता है।
वीणा:एक वाद्य यंत्र
- वीणा वस्तुतः तंत्री वाद्यों का संरचनात्मक नाम है, इसमें तंत्री तारों के आलावा, घुड़च, तरब के तार तथा सारिकाए होती हैं।
- वीणा से ही रुद्र वीणा, सरस्वती वीणा, विचित्र वीणा विकसित हुई हैं।
- हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में रुद्र वीणा को बजाया जाता है।
- कर्नाटक संगीत में प्रयुक्त होने वाला ‘तानपुरा या तम्बूरा’ दक्षिण भारतीय वीणा डिज़ाइन है।
नाविक
NAVIC
अमेरिकी कान्ग्रेस ने भारत के NAVIC उपग्रह को ‘संबद्ध नौवहन उपग्रह प्रणाली’ के रूप में यूरोपीय संघ के गैलीलियो (Galileo) और जापान के ‘QZSS’ के साथ नामित करने की सहमति दी है।
मुख्य बिंदु:
- इसे राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (NDAA) 2020 के एक भाग के रूप में अनुमोदित किया गया है
- यह अधिनियम रूस के ‘ग्लोनास’(GLONASS) और चीनी के ‘बेईदोऊ’(BeiDou) को "गैर-संबद्ध प्रणाली" के रूप में नामित करता है।
- इसका अर्थ है कि अमेरिकी उपग्रह नेविगेशन प्रणाली इन दो उपग्रह नेविगेशन प्रणालियों (रूस और चीन) के साथ डेटा का सह-संचालन या विनिमय नहीं करेगी।
- भारत की ‘NAVIC’ उपग्रह प्रणाली को एक "संबद्ध प्रणाली" के रूप में नामित करना, अमेरिका के ‘मल्टी-ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम रिसीवर’ के विकास के लिये एक प्रोटोटाइप कार्यक्रम विकसित करने का हिस्सा है।
नाविक (NAVIC):
- नाविक (Navigation in Indian Constellation) आठ उपग्रहों की क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह आधारित स्वदेशी प्रणाली है जो अमेरिका के GPS की तरह कार्य करती है।
- इसके माध्यम से स्थानीय स्थिति (Indigenous Positioning) या स्थान आधारित सेवा (Location Based Service- LBS) जैसी सुविधाएँ प्रदान की जा रही है।
- यह भारतीय उपमहाद्वीप पर 1,500 किलोमीटर के दायरे को कवर करता है।
कुचिपुड़ी नृत्य
Kuchipudi Dance
कुचिपुड़ी नृत्य (आंध्र प्रदेश ) का मंचन अमेरिका के लॉस एंजिल्स में स्थित वॉल्ट डिज़नी कॉन्सर्ट हॉल में किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश की एक नृत्य शैली है, जिसका जन्म आंध्र प्रदेश के कुचेलपुरम गाँव में हुआ था।
- यह गीत एवं नृत्य का समन्वित रूप है। भागवत पुराण इसका मुख्य आधार है।
- इस नृत्य में पद संचालन एवं हस्तमुद्राओं का विशेष महत्त्व है।
- कुचिपुड़ी नृत्य का सबसे लोकप्रिय रूप मटका नृत्य है।
- इस नृत्य से संबंधित प्रमुख कलाकार हैं- यामिनी कृष्णमूर्ति, राधा रेड्डी, भावना रेड्डी, यामिनी रेड्डी आदि।