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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 13 Aug, 2020
  • 21 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रिलिम्स फैक्ट्स: 13 अगस्त, 2020

SN5 स्टारशिप प्रोटोटाइप

SN5 Starship Prototype

हाल ही में स्पेसएक्स कंपनी के SN5 स्टारशिप प्रोटोटाइप (SN5 Starship Prototype) द्वारा अपनी पहली परीक्षण उड़ान पूरी की गई। इस प्रोटोटाइप ने 60 सेकंड से भी कम समय में 500 फीट से अधिक की ऊँचाई तक सफलतापूर्वक उड़ान भरी।   

SN5

प्रमुख बिंदु:

  • यह स्पेसएक्स कंपनी के बिना चालक दल वाले ‘मार्स शिप’ (Mars ship) का हिस्सा है, यह एक स्टेनलेस स्टील परीक्षण वाहन है जिसे SN5 कहा जाता है।     
  • यह परीक्षण उड़ान संयुक्त राज्य अमेरिका में दक्षिणी टेक्सास के बोका चिका (Boca Chica) नामक स्थान से की गई थी जो अंतरिक्ष यान के कक्षीय मिशन के लिये डिज़ाइन किया गया स्पेसएक्स का व्यावसायिक स्थल है।

स्टारशिप क्या है?

Starship-SN5

  • स्पेसएक्स द्वारा डिज़ाइन किया गया ‘स्टारशिप’ (Starship) एक अंतरिक्ष यान एवं सुपर-हैवी बूस्टर रॉकेट है जो पृथ्वी की कक्षा, चंद्रमा एवं मंगल पर चालक दल एवं कार्गो के लिये पुन: प्रयोज्य परिवहन प्रणाली के रूप में कार्य करेगा।
  • स्पेसएक्स ने स्टारशिप को ‘दुनिया का सबसे शक्तिशाली प्रक्षेपण वाहन’ के रूप में वर्णित किया है जिसमें पृथ्वी की कक्षा में 100 मीट्रिक टन से अधिक भार ले जाने की क्षमता है।

स्टारशिप की विशेषताएँ:

  • स्टारशिप अंतरिक्ष यान 7.5 किमी. प्रति सेकंड की गति से मंगल ग्रह के वायुमंडल में प्रवेश करेगा।
    • स्पेसएक्स कंपनी वर्ष 2022 तक मंगल ग्रह के लिये अपने पहले कार्गो मिशन की योजना बना रही है और वर्ष 2024 तक कंपनी दो मालवाहक एवं दो चालक दल सहित चार जहाज़ों को मंगल ग्रह पर भेजना चाहती है।
  • स्टारशिप स्पेसएक्स के फाल्कन प्रक्षेपण वाहन की तुलना में कम लागत में तथा अधिक दूरी तक प्रक्षेपित कर सकता है तथा यह चालक दलों एवं आवश्यक वस्तुओं दोनों को, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक पहुँचा सकता है। 
  • स्टारशिप मानव की अंतरिक्ष यात्रा के विकास एवं अनुसंधान के लिये चंद्रमा तक विभिन्न उपकरणों एवं अन्य वस्तुओं के ले जाने में सहायक होगा।
    • इस अंतरिक्ष यान को चंद्रमा से परे, अंतर-ग्रहीय अभियानों (Interplanetary Missions) के लिये चालक दल एवं अन्य वस्तुओं को ले जाने के लिये डिज़ाइन किया जा रहा है।

गौरतलब है कि हाल ही में स्पेसएक्स कंपनी का क्रू ड्रैगन (Crew Dragon) कैप्सूल अंतरिक्ष की यात्रा करने के बाद मैक्सिको की खाड़ी में बहामास के पास उतरा था।


द ग्लोबल फंड टू फाइट एड्स, टीबी एंड मलेरिया

The Global Fund to Fight AIDS, TB and Malaria

हाल ही में COVID-19 महामारी के दौरान आजीविका के स्रोतों से वंचित होने के कारण यौनकर्मियों, एचआईवी/एड्स, ट्रांसपर्सन (Transperson) जैसे कमज़ोर समूहों द्वारा ग्लोबल फंड टू फाइट एड्स, टीबी एंड मलेरिया (THE Global Fund to Fight AIDS, TB and Malaria- GFATM) में याचिका दायर की गई।

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प्रमुख बिंदु: 

  • ‘एचआईवी/एड्स से प्रभावित आबादी’ या की पॉपुलेशन (Key Populations- KPs) की ओर से दायर याचिका में भोजन, आश्रय एवं आपातकालीन चिकित्सा देखभाल हेतु बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिये धन का आवंटन करने की मांग की गई है।
  • याचिकाकर्त्ताओं ने GFATM से आग्रह किया है कि वे सरकारों के लिये गाइडलाइंस जारी करे ताकि वे अपने COVID-19 राहत कोष से प्रमुख आबादी (Key populations- KPs) की ज़रूरतों को पूरा करें। 

की पॉपुलेशन (Key Populations- KPs):

  • यह ऐसे लोगों का व्यापक समूह है जिसमें इंजेक्शन से ड्रग्स लेने वाले लोग, सेक्स वर्कर, ट्रांसपर्संस, ट्रांसजेंडर एवं जेलों में बंद लोग जो संभवतः एचआईवी/एड्स महामारी से प्रभावित हैं, शामिल हैं।

द ग्लोबल फंड टू फाइट एड्स, टीबी एंड मलेरिया (GFATM):

  • GFATM एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तपोषक एवं सहयोगात्मक संगठन है।
  • इसे वर्ष 2002 में सरकारों, नागरिक समाज, निजी क्षेत्रों एवं बीमारियों से प्रभावित लोगों के बीच एक साझेदारी के रूप में गठित किया गया था।
  • उद्देश्य: GFATM का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित सतत् विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता हेतु एचआईवी/एड्स, तपेदिक एवं मलेरिया की महामारी को समाप्त करने के लिये अतिरिक्त संसाधनों को आकर्षित करना तथा उनका लाभ उठाना एवं निवेश करना है।
  • GFATM एड्स, टीबी और मलेरिया की रोकथाम, उपचार एवं देखभाल के लिये दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम है।
  • यह एक वित्तपोषण तंत्र (Financing Mechanism) है न कि कार्यान्वयन एजेंसी (Implementing Agency)।
  • मुख्यालय: जेनेवा (स्विट्ज़रलैंड)  


माउंट सिनाबंग

Mount Sinabung

हाल ही में इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर माउंट सिनाबंग (Mount Sinabung) ज्वालामुखी में पुनः उद्गार हुआ है।    

  • उल्लेखनीय है कि लगभग 400 वर्षों की निष्क्रियता के बाद यह ज्वालामुखी वर्ष 2010 में पुनः सक्रिय हुआ था। वर्ष 2010 के बाद वर्ष 2014 और वर्ष 2016 में भी इस ज्वालामुखी में उद्गार हो चुका है।     

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प्रमुख बिंदु:

  • माउंट सिनाबंग, इंडोनेशिया में 120 से अधिक सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। 
    • इंडोनेशिया के ‘रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) या परिप्रशांत महासागरीय मेखला (Circum-Pacific Belt) में अवस्थिति होने के कारण यहाँ कई सक्रिय ज्वालामुखी पाए जाते हैं। और यह क्षेत्र भूकंप प्रवण क्षेत्र के अंतर्गत भी आता है।  

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  • ‘रिंग ऑफ फायर’ (Ring of Fire) या परिप्रशांत महासागरीय मेखला (Circum-Pacific Belt) प्रशांत महासागर के चारों ओर विस्तृत एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ विवर्तनिक प्लेटें आकर आपस में मिलती हैं। यह क्षेत्र निरंतर होने वाली भूकंपीय घटनाओं एवं ज्वालामुखी उद्गार के लिये जाना जाता है।
  • इस ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में 17,000 से अधिक द्वीप एवं द्वीप समूह शामिल हैं और इसमें लगभग 130 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।   
  • इस क्षेत्र में विश्व के लगभग 75% ज्वालामुखी पाए जाते है तथा कुल भूकंपीय घटनाओं में से 90% भूकंप इस क्षेत्र में आते हैं।  


पारदर्शी कराधान- ईमानदार का सम्मान   

Transparent Taxation–Honoring the Honest

13 अगस्त, 2020 को भारतीय प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘पारदर्शी कराधान- ईमानदार का सम्मान’ (Transparent Taxation–Honoring the Honest) नामक एक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया।  

Transparent-Taxation  

प्रमुख बिंदु:

  • इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य कर अनुपालन में ढील देना एवं रिफंड में तेज़ी लाना तथा ईमानदार करदाताओं को लाभ पहुँचाना है।
  • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes- CBDT) ने हाल के वर्षों में प्रत्यक्ष करों में कई प्रमुख कर सुधार लागू किये हैं। 
    • वर्ष 2019 में कॉरपोरेट टैक्स की दर को 30% से घटाकर 22% कर दिया गया।
    • नई विनिर्माण इकाइयों के लिये कॉरपोरेट टैक्स की दर को 15% कर दिया गया।
    • लाभांश वितरण कर (Dividend Distribution Tax) को समाप्त कर दिया गया। 

भारत सरकार के आयकर विभाग के कामकाज में दक्षता एवं पारदर्शिता लाने के लिये CBDT द्वारा की गई पहल: 

  1. दस्तावेज़ पहचान संख्या (Document Identification Number- DIN): इसके तहत विभाग के प्रत्येक पत्र-व्यवहार पर कंप्यूटर सृजित एक अनूठी दस्तावेज़ पहचान संख्या दर्ज होती है।
  2. इसी तरह करदाताओं के लिये मानदंडों को अधिक आसान करने के लिये  आयकर विभाग अब ‘पहले से ही भरे हुए आयकर रिटर्न फॉर्म’ को प्रस्‍तुत करने लगा है ताकि व्यक्तिगत करदाताओं के लिये मानदंडों को और भी अधिक सुविधाजनक बनाया जा सके। 
  3. इसी तरह स्टार्ट-अप्‍स के लिये भी अनुपालन मानदंडों को सरल बना दिया गया है।
  4. प्रत्यक्ष कर ‘विवाद से विश्वास अधिनियम, 2020’: लंबित कर विवादों का समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से आयकर विभाग ने प्रत्यक्ष कर ‘विवाद से विश्वास अधिनियम, 2020’ (Direct Tax ‘Vivad se Vishwas Act, 2020) भी प्रस्‍तुत किया है जिसके तहत वर्तमान में विवादों को निपटाने के लिये घोषणाएँ दाखिल की जा रही हैं।
  5. करदाताओं की शिकायतों/मुकदमों में कमी करने के लिये विभिन्न अपीलीय न्यायालयों में विभागीय अपील दाखिल करने के लिये आरंभिक मौद्रिक सीमाएँ बढ़ा दी गई हैं।
  6. डिजिटल लेन-देन एवं भुगतान के लिये इलेक्ट्रॉनिक तरीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

गौरतलब है कि ‘पारदर्शी कराधान-ईमानदार का सम्मान’ के लिये लॉन्च किया जाने वाला  प्लेटफॉर्म प्रत्यक्ष कर सुधारों की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा। 


विश्व हाथी दिवस

World Elephant Day

प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है।

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उद्देश्य: 

  • इस दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में हाथियों की रक्षा व सम्मान करना तथा उनके सामने आने वाले महत्त्वपूर्ण खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना है।  

लक्ष्य:

  • विश्व हाथी दिवस का उद्देश्य अफ्रीकी एवं एशियाई हाथियों की स्थिति के बारे में जागरूकता पैदा करना और बंदी एवं जंगली हाथियों की बेहतर देखभाल एवं प्रबंधन के लिये सकारात्मक समाधान साझा करना है। 

प्रमुख बिंदु: 

  • 12 अगस्त, 2012 को पहला विश्व हाथी दिवस मनाया गया था तब से यह वार्षिक रूप से मनाया जाता है।
  • वर्ष 2011 में ‘एलीफैंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन’ (Elephant Reintroduction Foundation) और कनाडाई फिल्म निर्माता पेट्रीसिया सिम्स (Patricia Sims) एवं माइकल क्लार्क (Michael Clark) द्वारा विश्व हाथी दिवस की कल्पना की गई थी। इसे आधिकारिक तौर पर 12 अगस्त, 2012 को शुरू किया गया था।

एलीफैंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन’

(Elephant Reintroduction Foundation):

  • यह थाईलैंड में स्थित एक धर्मार्थ गैर-लाभकारी संगठन है।
  • इसे वर्ष 1996 में थाईलैंड की रानी सिरीकित (Sirikit) की शाही पहल के रूप में स्थापित किया गया था।
  • इसका मिशन बंदी हाथियों को उनके प्राकृतिक आवास एवं वन्यजीवों के साथ पुनः स्थापित करना तथा एशियाई हाथियों के बारे में लोगों को शिक्षित करना है।
  • अफ्रीकी हाथी को IUCN की रेड लिस्ट में सुभेद्य (Vulnerable) श्रेणी में जबकि एशियाई हाथी को संकटापन्न (Endangered) श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है।  
    • उल्लेखनीय है कि एशियाई हाथी की तीन उप-प्रजातियाँ हैं: भारतीय, सुमात्रन तथा श्रीलंकन।
  • भारत में हाथी को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 (Wildlife (Protection) Act, 1972) की अनुसूची I में शामिल करते हुए भारतीय वन्यजीव कानून के तहत उच्चतम संभव संरक्षण प्रदान किया गया है।
  • हाथियों का अवैध शिकार, आवास की हानि, मानव-हाथी संघर्ष तथा कैद में रखकर उनके साथ दुर्व्यवहार अफ्रीकी और एशियाई दोनों देशों में हाथियों के लिये सामान्य खतरों के तहत आते हैं।

मानव-हाथी संघर्ष पर ‘सुरक्षा’ (Surakshya) नामक राष्ट्रीय पोर्टल:

  • विश्व हाथी दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने मानव-हाथी संघर्ष पर ‘सुरक्षा’ (Surakshya) नामक राष्ट्रीय पोर्टल का एक बीटा संस्करण लॉन्च किया।
  • उद्देश्य: इस पोर्टल का उद्देश्य मानव-हाथी संघर्ष से संबंधित रियल टाइम जानकारी एकत्र करना है जिसके आधार पर मानव-हाथी संघर्ष प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 अगस्त, 2020

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना

12 अगस्त, 2020 तक भारत सरकार को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना योजना के अंतर्गत, इस योजना के लॉन्च किये जाने के के 41 दिनों के भीतर ही 5 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ पहुँचाने के लिये यह योजना प्रारंभ की गई थी। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्म निर्भर निधि’ योजना को संक्षेप में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के नाम से जाना जाता है। सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स को 10,000 रुपये तक का ऋण प्रदान करना है। यह आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत शुरू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के 50 लाख स्ट्रीट वेंडरों को ऋण की सुविधा देना है। यह योजना प्रति वर्ष 7 प्रतिशत की दर से ब्याज अनुदान के रूप में प्रोत्साहन प्रदान करती है। इस योजना के अंतर्गत 1,200 रुपये प्रति वर्ष तक का कैशबैक भी प्रदान किया जाता है। सूक्ष्म वित्त संस्थान और गैर बैंकिंग वित्तीय  कम्पनियाँ इस योजना के तहत ऋण देने वाली संस्था के रूप में कार्यरत हैं। यह योजना जून 2020 में शुरू की गई थी। इसे स्ट्रीट वेंडर्स की सहायता के लिये लॉन्च किया गया था ताकि COVID-19 के कारण हुए लॉक डाउन के बाद वे अपनी आजीविका फिर से शुरू कर सकें। 

लोकसभा में फ्रेंच कोर्स का शुभारंभ 

संसद के निम्न सदन लोकसभा ने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के लिये प्रारंभिक स्तर पर एक फ्रांसीसी भाषा पर आधारित पाठ्यक्रम शुरू किया है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत लगभग 57 अधिकारियों व कर्मचारियों को पंजीकृत किया गया है। इस पहल को संसदीय अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान लोकतंत्र द्वारा लागू किया जायेगा। भविष्य में लोकसभा में जर्मन, रूसी, स्पेनिश और अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक भाषाओं पर आधारित पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना है। भारत में फ्रेंच भाषा की उपस्थिति वर्ष 1673 में दर्ज़ की गई जब फ्रांसीसियों ने फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की। हालाँकि, ब्रिटिशों की तुलना में देश में उनकी उपस्थिति बहुत कम थी। वर्तमान में, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को अन्य देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिये संसद सदस्यों को विदेशी भाषाओं का ज्ञान होना आवश्यक है। भारत के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन, रक्षा तकनीकी, स्वास्थ्य और शिक्षा के तरीकों की निगरानी करना महत्त्वपूर्ण है। यह भारत को गतिशील बने रहने और वैश्विक स्तर पर व्यापार और निवेश के अवसरों में वृद्धि करने और सफलताएँ हासिल करने में सहायता करेगा। 

मनितोंबी सिंह

मोहन बागान फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान मनितोंबी सिंह का 8 अगस्त 2020 को निधन हो गया। वह 40 वर्ष के थे। मोहन बागान क्लब ने उनके निधन पर शोक जताया है। मनितोंबी सिंह पिछले कुछ समय से विभिन्न बीमारियों से पीड़ित थे। मनितोंबी सिंह ने वर्ष 2003 से 2005 तक मोहन बागान के लिये फुटबाल खेला। इस दौरान उन्होंने टीम की कप्तानी भी की थी। मोहन बागान के समर्थकों के बीच वह काफी लोकप्रिय थे। उन्हीं के नेतृत्व में मोहन बागान ने वर्ष 2004 में एयरलाइंस गोल्ड कप जीता था। मणिपुर के रहने वाले मनितोंबी सिंह राइट बैक पोजीशन पर खेलते थे। मोहन बागान के अलावा उन्होंने एयरलाइंस और सलगावकर फुटबॉल क्लब की तरफ से भी खेला। वर्ष 2002 में वह भारतीय फुटबॉल टीम के सदस्य भी थे। उन्होंने एशियन गेम्स में भी देश का प्रतिनिधित्व किया। बतौर फुटबॉलर संन्यास लेने के बाद वह कोच के तौर पर अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे थे।


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