प्रिलिम्स फैक्ट्स (13 May, 2022)



एशियाई चुनाव प्राधिकरणों का संघ

हाल ही में मनीला, फिलीपींस में कार्यकारी बोर्ड और महासभा की आयोजित बैठक में वर्ष 2022-2024 के लिये भारत को सर्वसम्मति से ‘एशियाई चुनाव प्राधिकरणों का संघ’ (AAEA) के नए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।

  • कार्यकारी बोर्ड में नए जोड़े गए सदस्यों में रूस, उज़्बेकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव, ताइवान और फिलीपींस शामिल हैं। 

AAEA: 

  • इसकी स्थापना वर्ष 1998 में मनीला, फिलीपींस में 26-29 जनवरी, 1997 को आयोजित 21वीं सदी में एशियाई चुनावों पर संगोष्ठी के प्रतिभागियों द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसरण में की गई थी।  
  • वर्तमान में 20 एशियाई चुनाव निगरानी निकाय AAEA के सदस्य हैं।
  • भारत निर्वाचन आयोग AAEA का संस्थापक एवं ‘चुनाव निगरानी निकाय’ सदस्य है और इसने वर्ष 2011-13 के दौरान AAEA के कार्यकारी बोर्ड में उपाध्यक्ष तथा वर्ष 2014-16 के दौरान अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
  • AAEA विश्व चुनाव निकायों के 118 सदस्यीय संघ (A-WEB) का एक सहयोगी सदस्य भी है।

AAEA का उद्देश्य: 

  • चुनाव अधिकारियों के बीच अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिये एशियाई क्षेत्र में एक गैर-पक्षपातपूर्ण मंच प्रदान करना।
  • सुशासन और लोकतंत्र का समर्थन करने के उद्देश्य से खुले व पारदर्शी चुनावों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा तथा कार्रवाई करना।

AAEA में भारत की भूमिका:

  • भारत ने अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान (International Institute for Democracy and Election Management- IIIDEM) में सदस्य देशों के लिये  नियमित रूप से कई अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये हैं। 
    • वर्ष 2019 से IIIDEM, एएईए (AAEA) सदस्य देशों के 250 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षण देने में सहायक रहा है। 
  • ECI ने सदस्य देशों के लिये अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम और अंतर्राष्ट्रीय आभासी चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (International Virtual Election Visitors Programme- IEVP) का भी आयोजन किया है, जो वर्ष 2022 में विधानसभा चुनावों के दौरान आयोजित किया गया था। 

भारत निर्वाचन आयोग:

  • भारत निर्वाचन आयोग (ECI) एक संवैधानिक निकाय है जिसकी परिकल्पना भारतीय संविधान में निहित समानता, निष्पक्षता, स्वतंत्रता के मूल्यों और चुनावी शासन पर अधीक्षण, निर्देशन व नियंत्रण में कानून के शासन को बनाए रखने के लिये की गई है। 
  • भारतीय संविधान का भाग XV चुनावों से संबंधित है और ECI की स्थापना का प्रावधान करता है।
  • संविधान का अनुच्छेद 324 से 329 आयोग और सदस्यों की शक्तियों, कार्य, कार्यकाल, पात्रता आदि से संबंधित है।
  • ECI के सदस्यों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री की सिफारिशों के आधार पर की जाती है। 
    • हालांँकि अनुच्छेद 324 (2) में प्रावधान है कि संसद चुनाव आयुक्तों (Election Commissioners- ECs) की नियुक्ति के संबंध में कानून बनाने का अधिकार है।

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. भारत का निर्वाचन आयोग एक पाँच सदस्यीय निकाय है।
  2. केंद्रीय गृह मंत्रालय आम चुनाव और उपचुनाव दोनों के संचालन के लिये चुनाव कार्यक्रम तय करता है।
  3. निर्वाचन आयोग मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के विभाजन/विलय से संबंधित विवादों का समाधान करता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) केवल 3

उत्तर: (D) 

  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के संचालन के लिये  ज़िम्मेदार है। यह निकाय भारत में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं और देश में राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के कार्यालयों के चुनावों का संचालन करता है।
  • मूल रूप से आयोग में केवल एक मुख्य चुनाव आयुक्त का प्रावधान था। इसमें वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो अन्य चुनाव आयुक्त शामिल हैं। अतः कथन 1 सही नहीं है।
  • मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के विभाजन/विलय से संबंधित विवादों को निपटाने के लिये आयोग को अर्द्ध-न्यायिक शक्ति प्राप्त है। अत: कथन 3 सही है।
  • निर्वाचन आयोग चुनावों के संचालन (आम चुनाव एवं उपचुनाव) के लिये चुनाव कार्यक्रम तय करता है। अतः कथन 2 सही नहीं है। 

अतः विकल्प (D) सही उत्तर है। 

स्रोत: पी.आई.बी.


सैगेटेरियस A* : आकाशगंगा के केंद्र में ब्लैक होल

हाल ही में इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप (Event Horizon Telescope- EHT) की सहायता से वैज्ञानिकों ने हमारी आकाशगंगा (मिल्की वे) के केंद्र में सैगेटेरियस A* (Sagittarius A*) नामक ब्लैक होल की पहली छवि की पुष्टि की है। 

  • लगभग सभी आकाशगंगाओं के केंद्र में ये विशालकाय ब्लैक होल विद्यमान होते हैं, जहाँ प्रकाश और पदार्थ बच नहीं सकते हैं, जिससे उनकी छवियों को प्राप्त करना बेहद कठिन हो जाता है।
  • शोधकर्त्ताओं ने ब्लैक होल को "हमारी आकाशगंगा के केंद्र में द जेंटल जाइंट इन द सेंटर ऑफ आवर गैलक्सी" (The Gentle Giant In The Centre Of Our Galaxy) कहा है।

प्रमुख बिंदु:  

प्राप्त ब्लैक होल छवि के बारे में:

  • ब्लैक होल की इस छवि को सैगेटेरियस A* (A- ऐस्टरिस्क) के रूप में संदर्भित किया गया है, जिसने इस विचार को और मज़बूती प्रदान की है कि हमारी आकाशगंगा के केंद्र में सघन वस्तु वास्तव में एक ब्लैक होल है। 
    • यह धनु और वृश्चिक राशि के नक्षत्रों की सीमा के निकट है। यह हमारे सूर्य से 4 मिलियन गुना अधिक विशाल है।
  • यह आइंस्टीन के सापेक्षता के इस सामान्य सिद्धांत को मज़बूत करता है कि अंतरिक्ष में एक बिंदु पर जहाँ पदार्थ इतना संकुचित होता है कि एक गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र का निर्माण हो जाता है, उससे प्रकाश भी नहीं बच सकता।
  • शोधकर्ताओं ने कहा कि आकाशगंगा के केंद्र में स्थित ब्लैक होल सैगेटेरियस A* की छवि को प्राप्त करना M87 की छवि को प्राप्त करने से कहीं अधिक कठिन था।
    • 2019 में इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप ने ब्लैक होल मेसियर 87 (M87) की पहली छवि जारी करके इतिहास रच दिया, यह आकाशगंगा M87 के केंद्र में एक ब्लैक होल है, जो एक सुपरजाइंट अंडाकार आकार की आकाशगंगा है।

 ब्लैक होल:

  • इस अवधारणा का सिद्धांत वर्ष 1915 में अल्बर्ट आइंस्टीन द्वारा दिया गया था और 'ब्लैक होल' शब्द जॉन आर्चीबाल्ड व्हीलर द्वारा दिया गया था।
  • आमतौर पर ब्लैक होल दो श्रेणियों के होते हैं:
    • एक श्रेणी तारकीय ब्लैक होल की है जो कुछ सौर द्रव्यमानों से बनते हैं। ऐसा माना जाता है कि बड़े तारों की मृत्यु से ब्लैक होल बनते हैं।
    • दूसरी श्रेणी सुपरमैसिव ब्लैक होल की है। ये सौरमंडल के सूर्य की संख्या की तुलना में हज़ारों गुना संख्या में हैं। ऐसा माना जाता है कि जब दो या दो से अधिक ब्लैक होल आपस में मिल जाते हैं तो इनका निर्माण होता है।
  • अप्रैल 2019 में इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप प्रोजेक्ट के वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल (अधिक सटीक रूप से इसकी छाया की) की पहली छवि जारी की।
  • गुरुत्वाकर्षण तरंगें (GW) तब बनती हैं जब दो ब्लैक होल एक-दूसरे की परिक्रमा करते हैं और विलीन हो जाते हैं।

आकाशगंगा: 

  • यह गैस, धूल और अरबों सितारों का एक विशाल संग्रह होता है जिसमे सभी तत्त्व गुरुत्वाकर्षण द्वारा एक साथ जुड़े होते है। 
  • पृथ्वी मिल्की वे गैलेक्सी का हिस्सा है, जिसके बीच में एक सुपर मैसिव ब्लैक होल भी है।

इवेंट होराइज़न:

  • यह ब्लैक होल से परे अंतरिक्ष का एक क्षेत्र है जिसे इवेंट होराइज़न कहा जाता है। यह एक "बिना वापसी का बिंदु" है, जिसके आगे ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से बचना असंभव है।

इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप परियोजना (EHT): 

  • EHT दुनिया के विभिन्न हिस्सों में स्थित 8 रेडियो दूरबीनों (अंतरिक्ष से रेडियो तरंगों का पता लगाने के लिये प्रयुक्त) का एक समूह है। 

विगत वर्षों के प्रश्न: 

प्रश्न: हाल ही में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से अरबों प्रकाश-वर्ष दूर विशालकाय ‘ब्लैक होल्स के विलय का प्रेक्षण किया। इस प्रेक्षण का क्या महत्त्व है?

(a) हिग्स बोसॉन कणों का अभिज्ञान हुआ।
(b) गुरुत्वीय तरंगों का अभिज्ञान हुआ।
(c) ‘वॉर्महोल’से होते हुए अंतरा-मंदाकिनीय अंतरिक्ष यात्रा की संभावना की पुष्टि हुई।
(d) इसने वैज्ञानिकों को ‘विलक्षणता (सिंगुलैरिटि)’ को समझना सुकर बनाया।

उत्तर: B

स्रोत: द हिंदू


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 मई, 2022

रॉयल गोल्ड मेडल, 2022

अहमदाबाद स्थित ‘बालकृष्ण विट्ठलदास दोशी’ को ‘रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स’ (RIBA) द्वारा ‘रॉयल गोल्ड मेडल, 2022 से सम्मानित किया गया है, जो कि वास्तुकला के लिये विश्व का सर्वोच्च सम्मान है। 94 वर्षीय बालकृष्ण दोशी को उनके सात दशकों लंबे कॅरियर के दौरान देश भर में 100 से अधिक परियोजनाओं को पूरा करने के लिये यह सम्मान दिया जा रहा है। गौरतलब है कि ‘रॉयल गोल्ड मेडल’ एक ऐसे व्यक्ति या समूह को प्रदान किया जाता है, जिसका वास्तुकला की उन्नति में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा हो। वर्ष 2018 में वह प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय बने। इस पुरस्कार को वास्तुकला का नोबल पुरस्कार कहा जाता है। रॉयल गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद वह दोनों पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्हें वर्ष 2020 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। उनकी कुछ महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं में भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर, अहमदाबाद स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, अरण्य लो-कॉस्ट हाउसिंग, भारतीय प्रबंधन संस्थान, उदयपुर, टैगोर हॉल और मेमोरियल थियेटर, अहमदाबाद तथा निफ्ट दिल्ली शामिल हैं। 

हंगरी की पहली महिला राष्ट्रपति

कैटलिन नोवाक हंगरी की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई हैं। वह 44 साल की उम्र में हंगरी की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति भी हैं। राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने जेनोस एडर की जगह ली है। नोवाक पाँच साल के कार्यकाल के लिये इस पद पर रहेंगी। वर्ष 2022 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पीटर रोना उनके प्रतिद्वंद्वी थे। वह Fidesz – हंगेरियन सिविक एलायंस की सदस्य हैं। उन्होंने वर्ष 2018 से 2022 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में भी काम किया है। चौथी विक्टर ओर्बन सरकार के तहत उन्होंने वर्ष 2020 से 2021 तक पारिवारिक मामलों की मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।

यूं सुक-योल

10 मई, 2022 को सियोल की नेशनल असेंबली में मुख्य विपक्षी पीपुल्स पावर पार्टी के 60 वर्षीय यूं सुक-योल ने दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। यूं सुक-योल ने दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति के रूप में मून जे-इन की जगह ली है, जो देश के 12वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने ऐसे समय में पदभार ग्रहण किया जब देश का उत्तर कोरिया के साथ अत्यधिक तनाव चल रहा है। राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही यूं सुक-योल ने उत्तर कोरिया को परमाणु मुक्त करने का आह्वान किया। हाल ही में भारत और दक्षिण कोरिया व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) के उन्नयन संबंधी वार्ता पर चर्चा को नई गति प्रदान करने और दोनों देशों के उद्योग जगत के नेताओं के बीच व्यापार एवं निवेश पर व्यापक ‘B2B’ (व्यवसाय से व्यवसाय) वार्ता को बढ़ावा देने पर सहमत हुए है तथा भारत ने दक्षिण कोरिया के साथ CEPA पर हस्ताक्षर किये हैं।