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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 12 Feb, 2022
  • 8 min read
प्रारंभिक परीक्षा

शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और बेहतर प्रथाओं हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार

हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और बेहतर प्रथाओं हेतु 5वाँ राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया।

  • राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (NIEPA) ने ज़िला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों के लिये ‘शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और बेहतर प्रथाओं हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार’ (IGPEA) की स्थापना की है।
  • NIEPA, शिक्षा मंत्रालय के तहत न केवल भारत में बल्कि दक्षिण एशिया में भी शिक्षा के नियोजन एवं प्रबंधन में क्षमता निर्माण और अनुसंधान से संबंधित एक प्रमुख संगठन है।

पुरस्कार संबंधी मुख्य बिंदु

  • परिचय:
    • यह पुरस्कार NIEPA द्वारा वर्ष 2014 में शिक्षा की सार्वजनिक प्रणाली के कामकाज़ में सुधार हेतु ज़मीनी स्तर पर शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और बेहतर प्रथाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
  • उद्देश्य:
    • ज़िला और ब्लॉक स्तर पर शैक्षिक प्रशासनिक प्रणाली के प्रभावी प्रबंधन के लिये ज़िला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों द्वारा अपनाए गए नवीन विचारों और प्रथाओं को मान्यता देना।
  • महत्त्व:
    • क्षेत्रीय स्तर पर शैक्षिक अधिकारी भी व्यवस्था हेतु प्रशासन और शिक्षा के संस्थागत स्तर के प्रबंधन के बीच एक आवश्यक कड़ी हैं। क्षेत्रीय स्तर पर नीतियों और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की प्रक्रिया में इन अधिकारियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है।
    • कुछ प्रमुख क्षेत्रों में जहाँ अधिकारियों ने कई उपाय किये हैं, उनमें शामिल हैं- डिजिटल कक्षाओं तक ICT का उपयोग, फेसबुक और व्हाट्सएप का उपयोग; मानव व वित्तीय संसाधनों को जुटाना; स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार, सामुदायिक सहयोग तथा समर्थन; कौशल निर्माण, विशेष रूप से भाषा कौशल में सुधार; शिक्षकों का क्षमता निर्माण और स्कूलों के समग्र कार्य की गुणवत्ता में वृद्धि से संबंधित उपाय।

स्रोत: पी.आई.बी.


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 फरवरी, 2022

पंडित दीनदयाल उपाध्याय

11 फरवरी, 2022 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई गई। दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, 1916 को मथुरा ज़िले के नगला चंद्रभान गाँव में हुआ था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक दार्शनिक, समाजशास्त्री, अर्थशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ थे। इनके द्वारा प्रस्तुत दर्शन को ‘एकात्म मानववाद’ कहा जाता है जिसका उद्देश्य एक ऐसा ‘स्वदेशी सामाजिक-आर्थिक मॉडल’ प्रस्तुत करना था, जिसके विकास के केंद्र में मानव हो। वर्ष 1942 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में एक पूर्णकालिक कार्यकर्त्ता (संघ प्रचारक) के रूप में शामिल हुए। इसके पश्चात् उन्होंने वर्ष 1940 के दशक में लखनऊ से ‘राष्ट्र धर्म’ नामक एक मासिक पत्रिका के प्रकाशन की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य हिंदुत्व राष्ट्रवाद की विचारधारा का प्रसार करना था। इसके बाद उन्होंने ‘पांचजन्य’ और ‘स्वदेश’ जैसी पत्रिकाओं की भी शुरुआत की। वर्ष 1967 में जनसंघ के अध्यक्ष चुने जाने के एक वर्ष बाद 11 फरवरी, 1968 को पटना में एक ट्रेन यात्रा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। 

रहने योग्य ग्रहों की पहचान हेतु एल्गोरिदम 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एल्गोरिदम का उपयोग करते हुए भारतीय खगोलविदों ने रहने के योग्य उच्च संभावना वाले ग्रहों की खोज करने हेतु एक नई विधि तैयार की है। अध्ययन के अनुसार, लगभग 5000 में से 60 रहने योग्य संभावित ग्रह हैं और लगभग 8000 संभावित ग्रह प्रस्तावित हैं। यह मूल्यांकन पृथ्वी के साथ उन ग्रहों की निकटता, समानता पर आधारित है। इन ग्रहों को 'गैर-रहने योग्य' ग्रहों के विशाल समूह में विषम उदाहरणों (यानी रहने योग्य) के रूप में देखा जा सकता है। वैज्ञानिकों द्वारा एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित पद्धति का उपयोग किया गया, जिसका नाम ‘मल्टी-स्टेज मीमेटिक बाइनरी ट्री एनोमली आइडेंटिफायर’ है। वैज्ञानिकों के समूह ने कहा कि अकेले हमारी आकाशगंगा में ही ग्रहों की संख्या अरबों में है, जो कि संभवतः सभी सितारों की संख्या से अधिक है। अध्ययन ने कुछ ग्रहों की पहचान की, जो प्रस्तावित तकनीक के माध्यम से पृथ्वी के समान विषम विशेषताओं को प्रदर्शित करते हैं।

‘मल्टी-स्लिट सोलर एक्सप्लोरर’ और ‘हेलियोस्वार्म’ मिशन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सूर्य की गतिशीलता, लगातार बदलते अंतरिक्ष वातावरण और सूर्य एवं पृथ्वी के मध्य संबंध को लेकर हमारी समझ बढ़ाने के लिये दो विज्ञान मिशनों- ‘मल्टी-स्लिट सोलर एक्सप्लोरर’ (MUSE) और ‘हेलियोस्वार्म’ (HelioSwarm) की घोषणा की है। ये दोनों मिशन हमें ब्रह्मांड का प्रति गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे और अंतरिक्ष यात्रियों, उपग्रहों तथा GPS जैसे संचार संकेतों की सुरक्षा में मदद करने हेतु महत्त्वपूर्ण होंगे। ‘मल्टी-स्लिट सोलर एक्सप्लोरर’ (MUSE) मिशन वैज्ञानिकों को सूर्य के कोरोना को गर्म करने वाले कारकों और उस बाहरी क्षेत्र में विस्फोटों को समझने में मदद करेगा, जो अंतरिक्ष मौसम को प्रभावित करता हे। ‘हेलियोस्वार्म’ मिशन नौ अंतरिक्षयानों का एक समूह है, जो चुंबकीय क्षेत्र में उतार-चढ़ाव के पहले मल्टीस्केल इन-स्पेस मापन एवं सौर पवन अस्थिरता के रूप में ज्ञात ‘सोलर विंड’ की गति को समझने में मदद करेगा। 

'कार्यक्षम' (कुशल) पुरस्कार

सार्वजनिक वाचनालय (नासिक) ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री को 'कार्यक्षम' (कुशल) पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है। सार्वजनिक वाचनालय नासिक, जिसे ‘सवाना’ के नाम से जाना जाता है, की स्थापना वर्ष 1840 में अंग्रेज़ों द्वारा की गई थी और यह राज्य के सबसे पुराने पुस्तकालयों में से एक है। यह नासिक के सामाजिक-सांस्कृतिक ढाँचे का एक अविभाज्य हिस्सा बना हुआ है। प्रबंधन ने 18 वर्ष में पहली बार किसी सांसद को पुरस्कार के लिये चुना है। इससे पूर्व ‘सवाना’ निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा किये गए कार्यों के लिये प्रतिवर्ष विधायकों या MLCs को सम्मानित करता था।


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