प्रिलिम्स फैक्ट्स (11 Jun, 2019)



प्रीलिम्स फैक्ट्स: 11 जून, 2019

वलसा देवरालु

सदियों पुराना ग्रामीण त्योहार वलसा देवरालु (Valasa Devarlu) चित्तूर ज़िले के पश्चिमी मंडलों के कई गाँवों में मनाया जा रहा है।

  • ‘वलसा देवरालु’ आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में मनाया जाने वाला सदियों पुराना एक त्योहार है।
  • यह एक पारंपरिक अनुष्ठान (कुछ लोगों के अनुसार एक ‘त्योहार’) है जिसकी शुरुआत सम्राट श्रीकृष्ण देवरयालु या कृष्ण देवराय के शासन काल में हुई थी।
  • ग्रामीण इलाकों में सूखे की स्थिति का सामना करने के लिये यह तब मनाया जाता है जब बुआई के लिये कुछ ही हफ्ते शेष बचे हों।
  • बारिश न होने, फसलों के ख़राब हो जाने तथा महामारी फैलने के दौरान गाँव के सभी लोग सवेरा होते ही अपने-अपने घरों को छोड़ देते है और संध्याकाल तक मैदानों में ही रहते हैं।
  • गाँव के बुजुर्ग तम्बू या पेड़ के नीचे चिकनी मिट्टी से बनी देवी ‘वलसा देवारमा’ की प्रतिमा की विशेष पूजा करते हैं। सामूहिक भोजन के पश्चात् गाँव के सभी लोग अपने घरों को लौट जाते हैं। इस मौके को यादगार बनाने के लिये लोग नाचते-गाते भी हैं।
  • गाँव के सभी पुरुष पास की ब्वायकोंडा पहाड़ी पर जानवरों की बलि देने के पश्चात् प्रसिद्ध गंगामा मंदिर में पूजा करते हैं।

कृष्ण देवराय

  • सम्राट कृष्ण देवराय दक्षिण भारत के विजयनगर सम्राज्य के प्रसिद्ध शासक थे। तुलुव राजवंश (विजयनगर साम्राज्य) के दूसरे शासक के रूप में उन्होंने अपने सम्राज्य का विस्तार अधिकांशतः दक्षिण भारत (वर्तमान समय का कर्नाटक, उत्तरी तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश) और पूर्वोत्तर में ऊपर की ओर कटक तक किया।
  • उन्हें सम्राज्य के सबसे मुश्किल दौर में सिंहासन प्राप्त हुआ और तत्पश्चात् उन्होंने इसे एक समृद्ध सम्राज्य के रूप में मज़बूत किया।

निर्भया स्क्वाड

नासिक पुलिस ने महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी और अन्य अपराधों पर लगाम लगाने हेतु हाल ही में ‘निर्भया स्क्वाड’ (Nirbhaya Squad) का गठन किया है जिसमें 10 सदस्य शामिल हैं।

    • इस स्क्वाड में महिला और पुरुष सुरक्षाकर्मी दोनों शामिल हैं जो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मॉल जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर कड़ी निगरानी रखते हुए महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
  • स्क्वाड को दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई युवती ‘निर्भया’ का नाम दिया गया है।
  • 16 दिसंबर, 2012 की रात दिल्ली में एक चलती बस में युवती के साथ बर्बर सामूहिक बलात्कार किया गया था।
  • युवती की बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।

सिनाबंग ज्वालामुखी

हाल ही में इंडोनेशिया में माउंट सिनाबंग (Mount Sinabung) जो कि जागृत ज्वालामुखी है, में विस्फोट हुआ है।

  • सिनाबंग ज्वालामुखी उत्तरी सुमात्रा प्रांत के कारो ज़िले में स्थित है। इसकी ऊंचाई 2,475 मीटर है।
  • यह दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के प्रमुख जागृत ज्वालामुखियों में से एक है।
  • बीते लगभग 400 वर्षों तक सिनाबंग ज्वालामुखी सुषुप्तावस्था में था, लेकिन हालिया विस्फोट से पूर्व वर्ष 2010 में भी इसमें अचानक विस्फोट हुआ था।
  • इंडोनेशिया में ऐसी ज्वालमुखी घटनाएँ होनी सामान्य बात है क्योंकि यह देश प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है जहाँ पर विवर्तनिक प्लेटों के आपस में टकराने के फलस्वरूप भूकंपीय और ज्वालमुखी घटनाएँ घटित होना एक सामान्य बात मानी जाती है।
  • 75% या 750 से अधिक ज्वालामुखी रिंग ऑफ फायर पर स्थित हैं और 90% भूकंप इन्हीं विवर्तनिक प्लेटों के कारण आते हैं।
  • जावा, बाली और कई अन्य इंडोनेशियाई द्वीपों के ज्वालामुखी ऑस्ट्रेलिया और सुंडा टेक्टोनिक प्लेटों के बीच टकराव के कारण निर्मित हुए हैं। सुंडा-जावा ट्रेंच (Sunda-Java Trench) का निर्माण ऑस्ट्रेलिया प्लेट (Australia Plate) एवं सुंडा प्लेट (Sunda Plate) के बीच टकराव से होता है जिसमें ऑस्ट्रेलिया प्लेट सुंडा प्लेट के नीचे आ जाती है।
  • ऑस्ट्रेलिया प्लेट जब लगभग 100 मील की गहराई तक पहुँच जाती है, तब यह पिघलने लगती है एवं गर्म और पिघला हुआ पदार्थ सतह से ऊपर की ओर बढ़ने लगता है, जिससे इंडोनेशियाई ज्वालामुखी में विस्फोट हो जाता है।

जागृत ज्वालामुखी

  • यह ज्वालामुखी लंबा एवं शंक्वाकार होता है जो कठोर लावा, टेफ्रा की पर्तों से मिलकर बना होता है।
  • इन ज्वालामुखियों में होने वाले विध्वंसक विस्फोट इनकी प्रमुख विशेषता है।
  • इससे निकलने वाले लावा की श्यानता बहुत अधिक होती है, जिस कारण यह ठंडा होने के बाद ज़्यादा कठोर हो जाता है।