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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 09 Nov, 2021
  • 12 min read
प्रारंभिक परीक्षा

स्वर्ण जयंती फैलोशिप

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) ने स्वर्ण जयंती फैलोशिप के लिये 17 वैज्ञानिकों का चयन किया है।

  • इन वैज्ञानिकों को अभिनव अनुसंधान, विचारों और विभिन्न विषयों में अनुसंधान एवं विकास पर प्रभाव पैदा करने की क्षमता के लिये सम्मानित किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • भारत की स्वतंत्रता के 50वें वर्ष (1997) के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना की स्थापना की गई थी।
  • यह एक प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड वाले चयनित युवा वैज्ञानिकों को विशेष सहायता प्रदान करता है ताकि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में बुनियादी अनुसंधान को आगे बढ़ा सकें।
  • इस पुरस्कार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा 5 साल की अवधि के लिये 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष के अनुसंधान अनुदान के साथ मूल संस्थान से प्राप्त वेतन के अलावा 25000 रुपए प्रतिमाह की फैलोशिप शामिल है।
    • फेलोशिप के अलावा उपकरण, कंप्यूटेशनल सुविधाओं, उपभोग्य सामग्रियों (consumables), आकस्मिकताओं, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा तथा अन्य विशेष आवश्यकताओं, यदि कोई हो, के लिये अनुदान योग्यता के आधार पर कवर किया जाता है।
    • यह फैलोशिप  चयनात्मक रूप से संस्थान-विशिष्ट के बजाय वैज्ञानिक विशिष्ट है और अकादमिक की निगरानी में है।
  • पुरस्कार के लिये चुने गए वैज्ञानिकों को अनुसंधान योजना में अनुमोदित व्यय के संदर्भ में स्वतंत्रता और लचीलेपन के साथ स्वतंत्र अनुसंधान करने की अनुमति है।
    • परियोजना में नवीन अनुसंधान विचार शामिल होने चाहिये और इनमें अनुसंधान एवं विकास पर प्रभाव डालने की क्षमता होनी चाहिये।
  • चयनित अध्येताओं द्वारा प्रस्तुत परियोजनाओं को विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) के मानदंडों के आधार पर वित्तपोषण प्रदान किया जाता है।
    • SERB विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक वैधानिक निकाय है, जिसे वर्ष 2009 में भारत की संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था।

प्रारंभिक परीक्षा

पद्म पुरस्कार 2021

हाल ही में भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में वर्ष 2021 के लिये 119 चयनित व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किये।

  • इस सूची में 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।

Padma-Awards

प्रमुख बिंदु

  • परिचय:
    • पद्म पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर की जाती है।
    • वर्ष 1954 में स्थापित यह पुरस्कार संक्षिप्त रूप से वर्ष 1978, वर्ष 1979 और वर्ष 1993 से वर्ष 1997 के दौरान निलंबित हुआ।
    • यह भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है। 
  • उद्देश्य:
    • यह ऐसी सभी गतिविधियों या विषय के क्षेत्रों में उपलब्धियों की पहचान करता है, जिनमें सार्वजनिक सेवा का तत्त्व शामिल है।
  • श्रेणियाँ:
    • ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिये जाते हैं:
      • पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये)
      • पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) 
      • पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा)
    • पद्म भूषण और पद्म श्री के बाद पद्म पुरस्कारों के पदानुक्रम में पद्म विभूषण सर्वोच्च है।
  • संबंधित क्षेत्र:
    • ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं, जैसे- कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार व उद्योग, चिकित्सा, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि।
  • चयन प्रक्रिया:
    • पद्म पुरस्कार समिति: ये पुरस्कार ‘पद्म पुरस्कार समिति’ द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर प्रदान किये जाते हैं, जिसका गठन हर वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है।
    • राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त: ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा आमतौर पर हर वर्ष मार्च/अप्रैल के महीने में प्रदान किये जाते हैं।

भारत रत्न:

  • भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा/उच्चतम प्रदर्शन के सम्मान में प्रदान किया जाता है। 
  • इसे पद्म पुरस्कार से अलग स्तर पर चिह्नित किया जाता है। भारत रत्न के लिये प्रधानमंत्री द्वारा भारत के राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती हैं। भारत रत्न के लिये किसी औपचारिक सिफारिश की ज़रूरत नहीं होती।
  • भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या एक विशेष वर्ष में अधिकतम तीन तक सीमित है। सरकार अब तक 45 व्यक्तियों को भारत रत्न पुरस्कार प्रदान कर चुकी है।

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 09 नवंबर, 2021

विश्व रेडियोग्राफी दिवस

‘एक्स-रे’ अथवा ‘एक्स-रेडिएशन’ की खोज के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 08 नवंबर को ‘विश्व रेडियोग्राफी दिवस’ मनाया जाता है। गौरतलब है कि 8 नवंबर, 1895 को जर्मन वैज्ञानिक ‘विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन’ द्वारा ‘एक्स-रे’ प्रणाली की खोज की गई थी। उनकी इस खोज के लिये उन्हें वर्ष 1901 में फिज़िक्स में पहले नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य रेडियोग्राफिक इमेजिंग और थेरेपी के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है, जो कि मौजूद चिकित्सा पद्धति में रोगियों के निदान एवं उपचार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पहला विश्व रेडियोग्राफी दिवस वर्ष 2012 में मनाया गया था। इस दिवस के आयोजन से पूर्व 10 फरवरी को विल्हेम रॉन्टगन की पुण्यतिथि को चिह्नित करने हेतु ‘यूरोपीय रेडियोलॉजी दिवस’ का आयोजन किया जाता था। 

उत्तराखंड स्थापना दिवस

09 नवंबर, 2021 को उत्तराखंड का 21वाँ स्थापना दिवस मनाया गया। उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर, 2000 को भारत के 27वें राज्य के रूप में किया गया था। वर्तमान उत्तराखंड राज्य पहले आगरा और अवध संयुक्त प्रांत का हिस्सा था। यह प्रांत वर्ष 1902 में अस्तित्त्व में आया था और बाद में वर्ष 1935 में इसे संक्षेप में केवल संयुक्त प्रांत कहा जाने लगा। जनवरी 1950 में संयुक्त प्रांत का नाम 'उत्तर प्रदेश' रखा गया और वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से को अलग करके उत्तराखंड बनाया गया। हिमालय की तलहटी में स्‍थित उत्तराखंड राज्‍य की अंतर्राष्‍ट्रीय सीमाएँ उत्तर में चीन (तिब्‍बत) और पूर्व में नेपाल से मिलती हैं। इसके उत्तर-पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश है। यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है। उत्तराखंड की 90 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। उत्तराखंड में कुल 13 ज़िले हैं और देहरादून यहाँ की राजधानी है। यहाँ मुख्य तौर पर हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग किया जाता है, जबकि गढ़वाली और कुमाऊँनी यहाँ की स्‍थानीय बोलियाँ हैं।

राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस

प्रत्येक वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (National Legal Services Day-NLSD) मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों में कानूनी जागरूकता फैलाना, समाज के गरीब एवं कमज़ोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता एवं सलाह प्रदान करना है, ताकि सभी के लिये न्याय सुनिश्चित किया जा सके। राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) की शुरुआत पहली बार वर्ष 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब एवं कमज़ोर वर्गों को सहायता एवं समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी। भारतीय संसद द्वारा भारतीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 को 9 नवंबर, 1995 को लागू किया गया। इसलिये 9 नवंबर को ‘राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस’ के रूप में चिह्नित किया गया है। ‘नालसा’ का गठन समाज के कमज़ोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करने और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिये लोक अदालतों का आयोजन करने के उद्देश्य से किया गया है। भारत का मुख्य न्यायाधीश ‘नालसा’ का मुख्य संरक्षक होता है और भारत के सर्वोच्च न्यायालय का द्वितीय वरिष्ठ न्यायाधीश प्राधिकरण का कार्यकारी अध्यक्ष होता है। 

श्रीनगर

जम्मू-कश्मीर की शिल्प और कला को व्यापक मान्यता मिलने के साथ ही श्रीनगर, शिल्‍प और लोक कला श्रेणी के अंतर्गत यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क 2021 में शामिल हो गया है। इस नेटवर्क में अब 90 देशों के 295 शहर शामिल हैं। यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क को वर्ष 2004 में उन शहरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिये बनाया गया था, जिन्होंने रचनात्मकता को सतत् शहरी विकास हेतु एक रणनीतिक कारक के रूप में पहचाना है। इसका उद्देश्य अभिनव सोच और कार्रवाई के माध्यम से सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करना है। इसमें संगीत, कला, लोकशिल्प, डिज़ाइन, सिनेमा, साहित्य तथा डिजिटल कला और पाक कला जैसे सात रचनात्मक क्षेत्र शामिल हैं। यह नेटवर्क उन शहरों को एक साथ लाता है जिन्होंने अपनी रचनात्मकता के आधार पर विकास किया है।


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