प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 09 जून, 2020
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस
World Food Safety Day
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (World Food Safety Day-WFSD) प्रत्येक वर्ष 7 जून को दूषित भोजन एवं पानी से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिये मनाया जाता है।
थीम:
- वर्ष 2020 के लिये विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की थीम ‘खाद्य सुरक्षा: सभी का अधिकार' (Food safety, everyone’s business) है।
उद्देश्य:
- इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सुरक्षित खाद्य मानकों को बनाए रखने के लिये जागरूकता पैदा करना और खाद्य जनित बीमारियों के कारण होने वाली मौतों को कम करना है।
प्रमुख बिंदु:
- WFSD को पहली बार वर्ष 2019 में ‘द फ्यूचर ऑफ फूड सेफ्टी’ नामक विषय के तहत अदीस अबाबा सम्मेलन (Addis Ababa Conference) और जेनेवा फोरम (Geneva Forum) द्वारा वर्ष 2019 में किये गए खाद्य सुरक्षा के पैमाने पर प्रतिबद्धता को मज़बूत करने के लिये मनाया गया था।
- संयुक्त राष्ट्र ने अपनी दो एजेंसियों - खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO) तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) को दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
इंटरनेट-नियंत्रित रोबोट
Internet-Controlled Robot
महाराष्ट्र में ठाणे के इंजीनियर ‘प्रतीक तिरोड़कर’ ने COVID-19 रोगियों का इलाज करने वाले अस्पतालों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये पहला 'इंटरनेट-नियंत्रित' रोबोट (Internet-Controlled Robot) बनाया है।
प्रमुख बिंदु:
- नर्स, वार्ड स्टाफ या अन्य देखभाल करने वाले लोगों की उपस्थिति के बिना COVID-19 के रोगियों के लिये उपयोगी इस रोबोट को 'कोरो-बॉट' (Coro-bot) नाम दिया गया है। यह स्वतंत्र रूप से भोजन, पानी, पेय पदार्थ, दवाइयाँ और यहाँ तक कि रोगियों को कुछ अच्छी सलाह भी देता है।
- यह रोगी के साथ नर्सों या वार्ड स्टाफ की शारीरिक उपस्थिति या संपर्क की आवश्यकता को समाप्त करता है।
- इसका डिज़ाइन एवं निर्माण, स्टार्ट-अप PNT Solutions, डोंबिवली (मुंबई) के संस्थापक प्रतीक तिरोड़कर ने किया है।
- कंपनी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (Internet of Things- IoT) तकनीक का उपयोग करके दुनिया के किसी भी स्थान से कोरो-बॉट को संचालित करने के लिये एक विशेष एप बनाया है। इस प्रकार दुनिया में कहीं भी इस तकनीक को चिकित्सा क्षेत्र में स्थापित किया जा सकता है।
- वर्तमान में पहला कोरो-बॉट कल्याण (मुंबई) के हाॅली क्रॉस अस्पताल (Holy Cross Hospital) में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।
स्पंदन अभियान
Spandan Campaign
हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने पुलिस कर्मियों से संबंधित आत्महत्या और भ्रातृघात (fratricide) की घटनाओं को कम करने के लिये ‘स्पंदन अभियान’ (Spandan Campaign) शुरू किया है।
- गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों में छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक पुलिस कर्मियों ने आत्महत्या की है।
प्रमुख बिंदु:
इस अभियान के तहत, छत्तीसगढ़ सरकार से जुड़े पुलिस अधीक्षक प्रत्येक शुक्रवार को अपने ज़िलों में परेड शुरू करेंगे। इसके बाद पुलिस कर्मियों की शिकायतों का समाधान किया जाएगा। साथ ही इस अभियान के तहत अवसादग्रस्त अधिकारियों का चिकित्सा उपचार एवं परामर्श अनिवार्य कर दिया है।
यह अभियान सभी ज़िला मुख्यालयों पर पुलिस कर्मियों के लिये योग कक्षाओं की व्यवस्था भी करेगा। इन कक्षाओं के संचालन के लिये स्थानीय योग शिक्षकों का सहयोग मांगा गया है।
साथ ही पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित रूप से पुलिस थानों का दौरा करें और मनोरंजक गतिविधियों की व्यवस्था करें।
मैग्नेटोकैलोरिक सामग्री
Magnetocaloric Material
पाउडर धातुकर्म एवं नई सामग्री के लिये अंतर्राष्ट्रीय उन्नत अनुसंधान केंद्र (International Advanced Research Centre for Powder Metallurgy and New Materials- ARCI) के वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज के लिये ‘एक रेअर अर्थ आधारित मैग्नेटोकैलोरिक सामग्री (A Rare-Earth-Based Magnetocaloric Material) विकसित की।
प्रमुख बिंदु:
- मैग्नेटोकैलोरिक सामग्री वह सामग्री है जिसमें चुंबकीय क्षेत्र के अनुप्रयोग एवं निष्कासन से सामग्री गर्म या ठंडी बन जाती है।
- पाउडर धातुकर्म एवं नई सामग्री के लिये अंतर्राष्ट्रीय उन्नत अनुसंधान केंद्र (International Advanced Research Centre for Powder Metallurgy and New Materials- ARCI), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology- DST) के तहत एक स्वायत्त अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
- मैग्नेटोकैलोरिक सामग्री से संबंधित शोधकार्य पर एक पेपर जर्नल ऑफ अलॉयज़ एंड कम्पाउंड्स (Journal of Alloys and Compounds) में प्रकाशित हुआ है।
- चुंबकीय सामग्री की उन्नत अवस्था ने कीमोथेरेपी जैसे कैंसर उपचार के दुष्प्रभावों को हल करने के लिये चुंबकीय अतिताप (Magnetic Hyperthermia) के विकास को बढ़ावा दिया है।
विश्व महासागरीय दिवस
World Oceans Day
संयुक्त राष्ट्र प्रत्येक वर्ष 8 जून को विश्व महासागरीय दिवस (World Oceans Day) मनाता है।
थीम:
- वर्ष 2020 में इस दिवस की थीम ‘एक सतत् महासागर के लिये नवाचार’ (Innovation for a Sustainable Ocean) है।
उद्देश्य:
- इस दिवस का उद्देश्य समुद्र से प्राप्त होने वाले लाभों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना क्योंकि हमारे व्यक्तिगत एवं सामूहिक कर्त्तव्य इसके संसाधनों का निरंतर उपयोग करते हैं।
प्रमुख बिंदु:
- ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो में आयोजित पर्यावरण एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के बाद कई देशों ने वर्ष 1992 से इस विशेष दिन को मनाना शुरू किया।
- वर्ष 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने निर्णय लिया कि वर्ष 2009 से 8 जून को ‘विश्व महासागरीय दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।
- वर्ष 2017 में सतत् विकास के लिये 2030 एजेंडा में SDG-14 के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिये महासागरीय सम्मेलन बुलाया गया था जिसका मुख्य विषय सतत् विकास के लिये महासागरों, समुद्रों एवं समुद्री संसाधनों का संरक्षण तथा सतत् उपयोग करना था।