प्रिलिम्स फैक्ट्स (08 Jan, 2019)



प्रीलिम्स फैक्ट्स : 08 जनवरी, 2019

वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (Wayanad Wildlife Sanctuary-WWS)

Ecosystem Integration


नीलगिरि के जैवमंडल (Nilgiri Biosphere) में पारे के ऊपर चढ़ने के साथ ही कर्नाटक और तमिलनाडु के वन्यजीव अभयारण्यों से वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (Wayanad Wildlife Sanctuary-WWS) में जंगली जानवरों का मौसमी प्रवास शुरू हो गया है।

  • यह अभयारण्य केरल के वायनाड ज़िले में स्थित है जहाँ कर्नाटक के बांदीपुर (Bandipur) और नागरहोल (Nagarhole) राष्ट्रीय उद्यानों तथा तमिलनाडु के मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान (Mudumalai National Park) से हाथी और गौर (Gaur) जैसे स्तनधारी भोजन और पानी की तलाश में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य की ओर पलायन करते हैं।
  • इस अभयारण्य में जानवरों के आने का प्रमुख कारण गर्मियों के दौरान भोजन और पानी की आसान उपलब्धता है।
  • 1973 में स्थापित वायनाड वन्यजीव अभयारण्य के उत्तर-पूर्व में कर्नाटक के नागरहोल और बांदीपुर के संरक्षित क्षेत्र और दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु का मुदुमलाई संरक्षित क्षेत्र इसके समीपवर्ती क्षेत्र (contiguous area) हैं।
  • जैव विविधता से समृद्ध, अभयारण्य नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व (Nilgiri Biosphere Reserve) का एक अभिन्न अंग है, जिसे क्षेत्र की जैविक विरासत के संरक्षण के विशिष्ट उद्देश्य से स्थापित किया गया है।

फ्रिंज बेनिफिट (Fringe Benefit)


जब किसी कंपनी या नियोक्ता द्वारा अपने कर्मचारियों को नियमित वेतन या भत्ते के अलावा कुछ अन्य सेवाएँ भी प्रदान की जाती हैं तो इन अतिरिक्त सेवाओं को फ्रिंज बेनिफिट (Fringe Benefit) कहते हैं।

  • फ्रिंज बेनिफिट के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा, समूह बीमा, शैक्षिक सहायता, बच्चे की देखभाल और उससे संबंधित सहायता राशि, कैफेटेरिया की सुविधा और व्यक्तिगत उपयोग हेतु कंपनी द्वारा वाहन उपलब्ध कराने जैसी सेवाएँ शामिल हैं।
  • इसके माध्यम से कंपनियाँ अपने कुछ कर्मचारियों को एक निश्चित अवधि के लिये पूर्व निर्धारित मूल्य पर कंपनी के शेयर खरीदने का विकल्प देती हैं लेकिन ये शेयर ESO, स्टॉक एक्सचेंज में खरीद-बिक्री किये जाने वाले शेयरों से अलग होते हैं क्योंकि इन्हें शेयर बाज़ार में ख़रीदा अथवा बेचा नहीं जा सकता है।
  • कर्मचारियों को कंपनी के शेयर खरीदने का विकल्प देने के पीछे तर्क यह है कि जब वे कंपनी के शेयर खरीदेंगे तो स्वयं भी कंपनी के शेयरों की मज़बूती के लिये परिश्रम करेंगे।
  • आमतौर पर फ्रिंज बेनिफिट कर-मुक्त होते हैं लेकिन कभी-कभी सरकार इनको कर के दायरे में ले आती है जैसे- सरकार द्वारा फाइनेंस एक्ट 2005 के ज़रिये फ्रिंज बेनिफिट्स पर आयकर लागू किया जाना जो अप्रैल 2006 से प्रभाव में आया था लेकिन भारी विरोध के बाद फाइनेंस एक्ट, 2009 के ज़रिये इसे वापिस ले लिया गया।

लाभ- फ्रिंज बेनिफिट से न केवल कर्मचारियों को मदद मिलती है बल्कि कंपनियों को भी भर्ती के समय प्रतिभावान कर्मचारियों को आकर्षित करने में मदद मिलती है। इसलिये बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियाँ भर्ती के समय फ्रिंज बेनिफिट्स ऑफर करती हैं।