प्रीलिम्स फैक्ट्स: 07- 09-2019
क्रानियोपैगस ट्विन्स
Craniopagus Twins
हाल ही में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में क्रैनियोपैगस ट्विन्स की सफलतापूर्वक सर्जरी की है।
- भारत में यह पहली सफल क्रानियोपैगस जुड़वा बच्चों को अलग करने की सर्जरी थी जिसमें दोनों बच्चे जीवित हैं।
- वैश्विक स्तर पर 50 वर्षों के दौरान इस तरह की महज़ दर्जन भर सर्जरी ही सफल हो सकी हैं।
- सर्जिकल प्लानिंग, मस्तिष्क और खोपड़ी मॉडल विकास (Brain and Skull Model Development) के लिये 3D प्रिंट मॉडल प्रौद्योगिकी, शिराओं की बाईपास सर्जरी तथा लगातार देखभाल के लिये आधुनिक तकनीकी की आवश्यकता होती है।
क्रानियोपैगस
Craniopagus
- ऐसे जुड़वाँ बच्चे जिनके सिर आपस में एक साथ जुड़े होते, को क्रानियोपैगस कहा जाता है।
- यह जन्मजात होने वाली एक दुर्लभ समस्या है।
- इस तरह से जुड़े हुए बच्चे आनुवंशिक रूप से तथा एक समान जेंडर के होते हैं।
सूती धागे के निर्यात में गिरावट
COTTON YARN EXPORTS DECLINE
कॉटन टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (TEXPROCIL) के अनुसार, जुलाई, 2019 में सूती धागों के निर्यात में वर्ष 2018 की तुलना में 44% की गिरावट आई है।
- कपड़ा एवं वस्त्र के निर्यात में भारत की वैश्विक हिस्सेदारी में भी गिरावट देखी गई।
- भारत वर्ष 2014-2017 तक कपड़ा एवं वस्त्र का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक था, अब यह पाँचवें स्थान पर आ गया है।
- निर्यात में कमी का प्रमुख कारण भारतीय सूती धागों पर 3.5% से 4% ड्यूटी (निर्यात कर) लगाया जाना है।
डायनासोर की नई प्रजाति
जापान के होक्काइडो यूनिवर्सिटी (Hokkaido University) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने कंकालों का अध्ययन कर डायनासोर की एक नई प्रजाति की पहचान की है।
- यह हाड्रोस्यूरिड डायनोसॉर (Hadrosaurid dinosaur) प्रजाति से संबंधित है।
- संभवतः यह शाकाहारी जीव पृथ्वी पर क्रिटेशस दौर के अंतिम वर्षों में पाया जाता था।
- यह जापान में खोजा गया अब तक का सबसे बड़ा (लगभग आठ मीटर/26 फीट) कंकाल है।
- यह कंकाल लगभग 7.2 करोड़ वर्ष पुराना है।
- पहली बार वर्ष 2013 में उत्तरी जापान में इसका आंशिक हिस्सा प्राप्त हुआ था और बाद में खुदाई से पूरे कंकाल का पता चला था।
- टीम ने इस डायनासोर का नाम कम्यूसोरस जपोनिकस (Kamuysaurus japonicus) रखा है, जिसका अर्थ है जापानी ड्रैगन गॉड (Japanese Dragon God)।