लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 07 Jun, 2021
  • 7 min read
विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 जून, 2021

विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस

प्रतिवर्ष खाद्य-जनित जोखिमों को रोकने, उनका पता लगाने और उन्हें सीमित करने के उद्देश्य से 07 जून को ‘विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस’ का आयोजन किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक लक्ष्य खाद्य सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना और मानव स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि, कृषि, बाज़ार पहुँच तथा पर्यटन एवं सतत् विकास से संबंधित विभिन्न पहलुओं को रेखांकित करना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2018 में प्रतिवर्ष 07 जून को ‘विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस’ के रूप में आयोजित करने की घोषणा की गई थी। इस दिवस के आयोजन की शुरुआत इस तथ्य को ध्यान में रखकर की गई थी कि खाद्य-जनित बीमारियों का बोझ 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों और कम आय वाले देशों में रहने वाले व्यक्तियों को सबसे अधिक प्रभावित कर रहा था। बीते वर्ष विश्व स्वास्थ्य सभा ने खाद्य-जनित बीमारी के बोझ को कम करने के लिये खाद्य सुरक्षा के वैश्विक प्रयासों को और मज़बूत करने हेतु एक प्रस्ताव पारित किया था। संयुक्त राष्ट्र का मत ​​है कि पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित भोजन तक पहुँच जीवन को बनाए रखने और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिये महत्त्वपूर्ण है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस आम लोगों को खाद्य उत्पादन के बारे में शिक्षित करता है कि वे खाद्य शृंखला के प्रत्येक चरण में किस प्रकार सुरक्षित रह सकते हैं और खाद्य प्रसंस्करण, भंडारण और उत्पादन जैसी गतिविधियों में सुरक्षित रूप से संलग्न हो सकते हैं। 

डेविड डियोप

डेविड डियोप ने अपने उपन्यास ‘एट नाइट ऑल ब्लड इज़ ब्लैक’ (वर्ष 2018) के लिये प्रतिष्ठित वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीता है। उन्हें यह पुरस्कार इस पुस्तक की अंग्रेज़ी अनुवादक ‘अन्ना मोस्कोवाकिस’ के साथ संयुक्त तौर पर प्रदान किया गया है। डेविड डियोप द्वारा लिखित यह उपन्यास एक सेनेगल सैनिक की कहानी बताता है, जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फ्रांँस के लिये लड़ते हुए पागल हो जाता है। यह उपन्यास फ्रांँस में ‘बेस्टसेलर’ पुस्तक रही और कई प्रमुख साहित्यिक पुरस्कार जीते। डेविड डियोप एक फ्रेंको-सेनेगल लेखक और अकादमिक हैं, जिनका जन्म वर्ष 1966 में पेरिस में हुआ था। डेविड डियोप वर्तमान में दक्षिणी फ्रांँस के पऊ विश्वविद्यालय में 18वीं सदी का साहित्य पढ़ाते हैं। वह पुरस्कार जीतने वाले पहले फ्रांँसीसी लेखक हैं। ज्ञात हो कि ‘अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार’ अंग्रेज़ी भाषा के प्रतिष्ठित ‘बुकर पुरस्कार’ के समकक्ष हैं। ‘अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार’ अंग्रेज़ी भाषा से इतर अन्य भाषाओं में कार्य करने वाले लेखकों पर केंद्रित है और इसके तहत प्राप्त 50 हज़ार पाउंड यानी 44 लाख रुपए की धनराशि को अनुवादक और लेखक के मध्य विभाजित करना होता है। अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार (पूर्ववर्ती मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार) मूल बुकर पुरस्कार के एक हिस्से के रूप में वर्ष 2005 में शुरू किया गया था। 

रायमोना राष्ट्रीय उद्यान

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर असम के मुख्यमंत्री ने भूटान की सीमा से लगे बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के तहत कोकराझार ज़िले में ‘रायमोना रिज़र्व फॉरेस्ट’ को राज्य के छठे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया है। राज्य के अन्य पाँच राष्ट्रीय उद्यानों में शामिल हैं-  काजीरंगा, मानस, नामेरी, ओरंग और डिब्रू-सैखोवा। बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के भीतर स्थित रायमोना राष्ट्रीय उद्यान, 422 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र के साथ एक सन्निहित वन का हिस्सा है, जो भारत-भूटान सीमा के साथ अधिसूचित रिपू रिज़र्व वन के उत्तरी भाग को कवर करता है। यहाँ सुनहरे लंगूर, एशियाई हाथियों, बाघों, क्लाउडेड तेंदुआ, भारतीय गौर, जंगली भैंस, चित्तीदार हिरण और हॉर्नबिल के साथ तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियों, पक्षियों की 170 प्रजातियों तथा पौधों एवं ऑर्किड की 380 किस्में मौजूद हैं। नया राष्ट्रीय उद्यान उन सीमांत ग्रामीणों के लिये पारिस्थितिकी पर्यटन हेतु महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा, जो वर्तमान में आंशिक रूप से अथवा पूर्णतः अपनी आजीविका के लिये वन संसाधनों पर निर्भर हैं। 

वार्षिक प्राथमिकता क्षेत्र ऋण योजना

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने 4,60,881 करोड़ रुपए की राज्य वार्षिक प्राथमिकता क्षेत्र ऋण योजना और 18,10,779 करोड़ रुपए की कुल वार्षिक ऋण योजना की शुरुआत की है। इन्हें महाराष्ट्र की त्रैमासिक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SBLC) की बैठक के दौरान लॉन्च किया गया है। राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र के लिये बैंकों द्वारा 1.19 लाख करोड़ रुपए के वार्षिक ऋण देने का लक्ष्य रखा है। इसमें से 60,860 करोड़ रुपए खरीफ और रबी सीज़न के फसल ऋण के लिये निर्धारित किये गए हैं। राज्य में बैंकों ने वित्त वर्ष 2021 के दौरान 47,972 करोड़ रुपए के फसली ऋण वितरित किये हैं, जो पिछले पाँच वर्षों में सबसे अधिक है। सरकार ने राज्य में बैंकों को चालू खरीफ 2021 सीज़न के दौरान फसल ऋण संवितरण के तहत अधिक वित्त जारी करने और जून 2021 के अंत तक सीज़न के लक्ष्य हासिल करने की सलाह दी है।


close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2