Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 अप्रैल, 2021
एन.वी. रमण
राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नथालपति वेंकट रमण को भारत का मुख्य न्यायाधीश (CJI) नियुक्त किया है। न्यायमूर्ति एन.वी. रमण 24 अप्रैल, 2021 को भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। वे देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। वे आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार से हैं, जिन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय, केंद्रीय तथा आंध्र प्रदेश प्रशासनिक न्यायाधिकरण और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में वकालत की है। इसके अलावा उन्होंने आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय (SC) के न्यायाधीशों को राष्ट्रपति द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के तहत नियुक्त किया जाता है। मुख्य न्यायाधीश पद के मामले में देश के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश द्वारा अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश की जाती है। द्वितीय न्यायाधीश वाद में वर्ष 1993 में सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय दिया था कि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश को ही मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया जाना चाहिये। केंद्रीय विधि मंत्री द्वारा मुख्य न्यायाधीश की सिफारिश प्रधानमंत्री को हस्तांतरित की जाती है और प्रधानमंत्री उसी आधार पर राष्ट्रपति को सलाह देता है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस
वैश्विक स्तर पर प्रत्येक वर्ष 07 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का प्राथमिक उद्देश्य सभी लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। इस वर्ष इस दिवस की थीम है- ‘सभी के लिये निष्पक्ष और स्वस्थ विश्व का निर्माण’। इस दिवस के माध्यम से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के इस संवैधानिक सिद्धांत को रेखांकित करने का प्रयास किया जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति को जाति, धर्म, राजनीतिक विचारधारा, आर्थिक या सामाजिक स्थिति के आधार पर बिना किसी भेदभाव के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राप्त करने का अधिकार है। कोरोना वायरस महामारी ने स्वास्थ्य लाभ को सीमित कर लोगों को गरीबी और खाद्य असुरक्षा की दिशा में धकेल दिया है तथा महिलाओं और पुरुषों के बीच अंतर, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी असामानताओं को और बढ़ा दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल, 1948 को की गई थी और इस दिवस के आयोजन की शुरुआत वर्ष 1950 में हुई थी। बीते 50 वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य, मातृत्व और शिशु देखभाल तथा जलवायु परिवर्तन से संबंधित स्वास्थ्य मुद्दों को संबोधित करने की दिशा में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महत्त्वपूर्ण कार्य किया है।
समन्वित स्वास्थ्य सूचना प्लेटफाॅर्म
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने हाल ही में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ‘समन्वित स्वास्थ्य सूचना प्लेटफाॅर्म’ (IHIP) का शुभारंभ किया है। यह प्लेटफाॅर्म मौजूदा ‘समन्वित रोग निगरानी कार्यक्रम’ का अत्याधुनिक और अपडेटेड रूप है। इसी के साथ भारत विश्व का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने बीमारियों की निगरानी के लिये ऐसी परिष्कृत प्रणाली अपनाई है। जहाँ एक ओर पुराने कार्यक्रम के तहत केवल 18 बीमारियों की निगरानी की व्यवस्था की गई थी, वहीं नए प्लेटफाॅर्म में 33 बीमारियों की निगरानी की व्यवस्था की गई है। इस प्रणाली के माध्यम से रोगों के बारे में डिजिटल रूप में आँकड़े तत्काल उपलब्ध हो सकेंगे। इस प्लेटफाॅर्म के माध्यम से किसी भी प्रकोप की जाँच संबंधी गतिविधियों की शुरुआत और निगरानी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ही की जा सकेगी। साथ ही इसे आसानी से अन्य निगरानी कार्यक्रमों के साथ एकीकृत किया जा सकता है।
अंबोली क्षेत्र: जैव विविधता विरासत स्थल
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने पश्चिमी घाट के सिंधुदुर्ग ज़िले में अंबोली क्षेत्र को जैव विविधता विरासत स्थल घोषित किया है। इससे पूर्व महाराष्ट्र सरकार ने गढ़चिरौली ज़िले में अल्लापल्ली, जलगाँव में लैंडोर खोरी पार्क, पुणे में गणेश खिंड, सिंधुदुर्ग ज़िले में मिरिस्टिका दलदल वनस्पति को जैव विविधता विरासत स्थलों के रूप में घोषित किया है। ज्ञात हो कि बीते दिनों महाराष्ट्र में वन्यजीव शोधकर्त्ताओं के एक समूह ने सिंधुदुर्ग ज़िले की सावंतवाड़ी तहसील में अंबोली के पास मीठे पानी (Fresh Water) में पाई जाने वाली मछली की दुर्लभ प्रजाति- शिस्टुरा हिरण्यकेशी’ की खोज की थी। ‘शिस्टुरा हिरण्यकेशी’, मीठे जल में पाई जाने वाली ‘शिस्टुरा’ मछली की एक दुर्लभ उप-प्रजाति है। शोधकर्त्ताओं का मत है कि आसपास की मत्स्य पालन संबंधी गतिविधियों के कारण यह दुर्लभ प्रजाति जल्द ही विलुप्त हो सकती है, ऐसे में इसके संरक्षण के लिये इस क्षेत्र को जैव विविधता विरासत स्थल घोषित किया गया है।