प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 07 जनवरी, 2020
असम के खिलोनजिआ
Khilonjia of Assam
असम के नृजातीय समुदाय, गैर-आदिवासी समुदायों को राज्य के खिलोनजिआ (Khilonjia) समूह में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं।
- वर्ष 1985 के असम समझौते (Assam Accord) के खंड 6 को लागू करने के लिये खिलोनजिआ कहलाने वाले समुदायों को सूचीबद्ध करते हुए विपक्ष ने एक रिपोर्ट पेश की।
- वर्ष 1985 के असम समझौते का खंड 6 असम राज्य में केवल स्थानीय (Indigenous) लोगों के लिये भूमि एवं संवैधानिक अधिकारों को निर्धारित करता है।
- वर्तमान में खिलोनजिआ समूह में बोडो , देउरी, दिमासा, रभा, सोनोवाल कचरी, थेंगल कचरी और तिवा शामिल हैं।
लामू द्वीप
Lamu Island
सोमालिया के अल-शबाब ग्रुप ने केन्याई तटीय लामू क्षेत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका और केन्याई सेना द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले सैन्य अड्डे पर हमला किया है।
लामू द्वीप (Lamu Island) के बारे में:
- लामू द्वीप केन्या के पूर्वी तट पर स्थित है।
- लामू द्वीप पर लामू नगर स्वाहिली नगरों के बीच सबसे पुरानी एवं संरक्षित बस्तियों में एक है।
- यह नगर एक अनोखी एवं दुर्लभ ऐतिहासिक विरासत है जो 700 से अधिक वर्षों से स्थापित है।
- इसे मूंगा पत्थर और मैंग्रोव लकड़ी से बनाया गया है। इनमें आंगन, बरामदा और विस्तृत रूप से नक्काशीदार लकड़ी के दरवाजे जैसी संरचनात्मक विशेषताएँ मौजूद है।
- पूर्वी अफ्रीका में जंजीबार और मोम्बासा जैसे अन्य नगरों से पूर्व यह सबसे महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केंद्रों में एक था।
- बंटू (Bantu), अरब, फारसी, भारतीय और यूरोपीय लोगों के बीच आपसी मेलजोल के परिणामस्वरूप लामू स्वाहिली संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।
- 19वीं शताब्दी से लामू द्वीप पर प्रमुख मुस्लिम धार्मिक त्योहारों का आयोजन होता रहा है जिससे यह इस्लामी एवं स्वाहिली संस्कृतियों के अध्ययन का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र बन गया है।
- इसे संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
सारस MK2
Saras MK2
राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशाला (National Aerospace Laboratory-NAL) ने सरकार से सारस MK2 को व्यावसायिक रूप से व्यवहारिक बनाने का आग्रह किया।
मुख्य बिंदु:
- सारस MK2, 19 सीटों वाला एक विमान है। इसे 50 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है, यह लागत इसी तरह के अन्य विमानों की तुलना में 20-25% कम है।
- इस पहले स्वदेशी हल्के परिवहन विमान का विकास राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशाला (NAL) ने किया है।
- NAL ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति से कहा है कि सरकार सारस MK2 का उपयोग उड़ान (UDAN-Ude Desh Ka Aam Nagrik) के तहत करे, क्योंकि इसे अर्द्ध- निर्मित एवं कच्ची हवाई पट्टियों से भी संचालित किया जा सकता है।
- NAL ने वीआईपी (VIP) सेवाओं तथा प्राकृतिक आपदाओं के समय आपात स्थितियों से निपटने के लिये भी सारस MK2 का उपयोग करने का सुझाव दिया है।
राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशाला
(National Aerospace Laboratory)
- यह देश के नागरिक क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने वाली भारत की पहली बड़ी और एकमात्र सरकारी एयरोस्पेस प्रयोगशाला है।
- इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research-CSIR) द्वारा वर्ष 1959 में दिल्ली में स्थापित किया गया था।
- इसके मुख्यालय को वर्ष 1960 में बंगलूरू स्थानांतरित कर दिया गया था।
डिजीलॉकर
DigiLocker
दिल्ली उच्च न्यायालय ने डिजीलॉकर (DigiLocker) के संचालन से संबंधित नियमों के खिलाफ एक याचिका पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) की प्रतिक्रिया मांगी है।
मुख्य बिंदु:
- याचिका में कहा गया है कि डिजीलॉकर एप पर पंजीकृत व्यक्ति की अनुपस्थिति में या उपयोगकर्त्ता की मृत्यु पर इसमें अपलोड किये गए सभी दस्तावेज़ उसके परिजनों के लिये सुलभ नहीं होंगे बल्कि ये स्वचालित तरीके से सरकार को हस्तांतरित हो जाएंगे।
- जिससे सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2016 (डिजीलॉकर सुविधा प्रदान करने वाले मध्यस्थ द्वारा सूचना का परिरक्षण एवं निगहबानी करना) का उल्लंघन होता है क्योंकि इस नियम के तहत डिजीलॉकर उत्तराधिकारी के पंजीकरण की सुविधा प्रदान नहीं करता है।
- अतः किसी डिजीलॉकर उपयोगकर्त्ता को उसकी मृत्यु के बाद इस सुविधा को जारी रखने के लिये उत्तराधिकारी नामित करने की अनुमति न देना असंवैधानिक है।