प्रिलिम्स फैक्ट्स (06 Apr, 2024)



नेपाल ने BIMSTEC चार्टर को स्वीकृति प्रदान की

स्रोत: डी.डी. न्यूज़ 

नेपाल की संघीय संसद में बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिये बंगाल की खाड़ी पहल (BIMSTEC), चार्टर की स्वीकृति क्षेत्रीय सहयोग एवं आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

  • BIMSTEC चार्टर को पाँचवें BIMSTEC शिखर सम्मेलन, 2022 के दौरान अपनाया गया था। चार्टर, सदस्य देशों के बीच सहयोग के सिद्धांतों और संरचनाओं को निर्धारित करने वाले मूलभूत दस्तावेज़ के रूप में कार्य करता है। नेपाल के अलावा BIMSTEC के अन्य छह सदस्य देश पहले ही BIMSTEC चार्टर का समर्थन कर चुके हैं।
  • वर्ष 1997 में गठित BIMSTEC, बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के देशों के बीच आर्थिक समृद्धि, सामाजिक प्रगति, वैज्ञानिक उपलब्धि, शांति और स्थिरता पर केंद्रित है।
    • इसे प्रारंभ में BIST-EC (बांग्लादेश-भारत-श्रीलंका-थाईलैंड आर्थिक सहयोग) के रूप में जाना जाता था, संगठन में अब सात सदस्य देश (बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्याँमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड) शामिल हैं।
  • भारत BIMSTEC को अपनी 'एक्ट ईस्ट' नीति का अभिन्न अंग मानता है, जो हिंद महासागर में व्यापार और सुरक्षा हितों को आगे बढ़ाते हुए दक्षिण-पूर्व एशिया में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है। यह क्वाड देशों के इंडो-पैसिफिक दृष्टिकोण के साथ भी संरेखित है।

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एंटी-डंपिंग प्रोब

स्रोत: इकोनॉमिक टाइम्स 

हाल ही में भारत ने चीन और जापान से रबर उद्योग में इस्तेमाल होने वाले 'अघुलनशील सल्फर' के आयात की डंपिंग रोधी जाँच शुरू की है।

  • व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR) एंटी-डंपिंग, काउंटरवेलिंग शुल्क और सुरक्षा उपायों सहित सभी व्यापार उपचारात्मक उपायों को प्रशासित करने हेतु वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत शीर्ष राष्ट्रीय प्राधिकरण है।
    • यह घरेलू उद्योगों और निर्यातकों को विदेशों द्वारा उनके खिलाफ शुरू की गई व्यापार संबंधी जाँच का जवाब देने में सहायता प्रदान करता है, जिससे इन्हें व्यापार सुरक्षा सहायता मिलती है।


शैलो फेक

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का वायरल वीडियो, शैलो फेक ने समाज के समक्ष मौजूद जोखिम की ओर इशारा किया है।

  • शैलो फेक या चीप फेक का आशय ऐसे चित्र, वीडियो और वॉयस क्लिप से है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक की मदद के बिना या तो संपादन या अन्य सरल सॉफ्टवेयर टूल का उपयोग करके बनाए जाते हैं।
  • डीपफेक सिंथेटिक मीडिया है जिसमें दृश्य एवं ऑडियो सामग्री में हेर-फेर करने (आमतौर पर किसी को धोखा देने या गुमराह करने के इरादे से) के क्रम में AI का उपयोग होता है।
    • इन्हें जेनरेटिव एडवरसैरियल नेटवर्क (GANs) नामक तकनीक का उपयोग करके बनाया जाता है, जिसमें दो प्रतिस्पर्द्धी तंत्रिका नेटवर्क शामिल हैं: जनरेटर और डिस्क्रिमिनेटर।
    • विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2024 में भी AI-संचालित गलत सूचना और दुष्प्रचार को अगले 2 वर्षों में सबसे गंभीर जोखिम के रूप में संदर्भित किया है।


कृत्रिम सूर्य

स्रोत: इकोनॉमिक टाइम्स 

हाल ही में दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों द्वारा परमाणु संलयन अनुप्रयोग में प्लाज़्मा अवस्था में 48 सेकंड के लिये 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस के तापमान को बनाए रखते हुए एक नए विश्व रिकॉर्ड की घोषणा की। यह सूर्य की कोर से सात गुना अधिक तापमान है।

  • यह उपलब्धि परमाणु संलयन द्वारा स्वच्छ ऊर्जा के दोहन हेतु एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह बड़े पैमाने पर सूर्य की कोर के बराबर तापीय ऊर्जा उत्पादित करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
  • टोकामेक (इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER)) वर्ष 1985 में लॉन्च किया गया 35 देशों का एक सहयोगात्मक प्रयास है, जिसमें भारत भी सदस्य है। यह फ्राँस में स्थित है।
    • यह बड़े पैमाने पर कार्बन-मुक्त ऊर्जा स्रोत के रूप में परमाणु संलयन की क्षमता को प्रदर्शित करने पर केंद्रित है।


स्मार्ट AI रिसोर्स असिस्टेंट फॉर हेल्थ

स्रोत: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन 

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा संचालित संवर्द्धित सहानुभूतिपूर्ण प्रतिक्रिया (Enhanced Empathetic Response) के साथ एक डिजिटल हेल्थ प्रमोटर प्रोटोटाइप S.A.R.A.H. के लॉन्च की घोषणा की।

  • S.A.R.A.H. (स्मार्ट AI रिसोर्स असिस्टेंट फॉर हेल्थ) विभिन्न स्वास्थ्य विषयों पर 8 भाषाओं में उपयोगकर्त्ताओं से जुड़ता है, जो किसी भी डिवाइस पर 24/7 उपलब्ध है।
  • यह प्रमुख स्वास्थ्य विषयों पर जानकारी प्रदान करता है, जिसमें स्वस्थ आदतें, मानसिक स्वास्थ्य और समग्र शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित अन्य जोखिम कारक शामिल हैं।
  • इसका उद्देश्य व्यक्तियों को उनके स्वास्थ्य और कल्याण की यात्रा को अनुकूलित करने के लिये सशक्त बनाना है, जो उनके स्वास्थ्य के अधिकारों को साकार करने के लिये एक अतिरिक्त उपकरण के रूप में कार्य करता है।
  • यह उपयोगकर्त्ताओं को कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी और मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम कारकों को समझने में सहायता करता है।