Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 05 दिसंबर, 2020
HDFC की डिजिटल गतिविधियों पर रोक
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने निजी क्षेत्र के दिग्गज HDFC बैंक को डिजिटल व्यापार विकास संबंधी अपनी सभी गतिविधियों को शुरू करने पर अस्थायी रूप से रोक लगाने को कहा है। इसके अलावा रिज़र्व बैंक ने HDFC बैंक द्वारा नए क्रेडिट कार्ड जारी किये जाने पर भी रोक लगा दी है। रिज़र्व बैंक द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, HDFC बैंक को सलाह दी गई है कि वह अपने ‘डिजिटल 2.0’ कार्यक्रम के तहत योजनाबद्ध सभी डिजिटल व्यावसायिक गतिविधियों को शुरू करने पर कुछ समय के लिये रोक लगा दे। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा यह निर्णय विगत दो वर्षों में इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और भुगतान प्रणाली में रूकावट की कुछ घटनाओं के संबंध में लिया गया है। ध्यातव्य है कि ऐसी ही एक घटना के कारण 21 नवंबर, 2020 को HDFC की इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन भुगतान प्रणाली में कुछ समय के लिये बाधा उत्पन्न हो गई थी। रिज़र्व बैंक ने अपने आदेश में कहा है कि HDFC बैंक के बोर्ड को इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन भुगतान प्रणाली से संबंधित अपनी खामियों की जाँच करनी चाहिये और इस संबंध में जवाबदेही तय की जानी चाहिये। इस आदेश को लेकर HDFC बैंक ने कहा है कि ‘बैंक द्वारा सदैव अपने ग्राहकों को सहज डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करने का प्रयास किया गया है और रिज़र्व बैंक के इस आदेश की समीक्षा की जाएगी, साथ ही और अधिक सुधार का प्रयास किया जाएगा।
ओमान-भारत मैत्री संघ
पश्चिम एशिया में भारत के सबसे पुराने रणनीतिक साझेदार ओमान के विदेश मंत्री ने ओमान-भारत मैत्री संघ (Oman-India Friendship Association) की स्थापना की घोषणा की है। ओमान-भारत मैत्री संघ की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य एक ऐसे मंच की स्थापना करना है जो ओमान और भारत के बीच पारस्परिक हित के मामलों को बढ़ावा दे सके। इस मंच के माध्यम से न केवल दोनों देशों के बीच व्यापारिक हितों को बढ़ावा दिया जाएगा, बल्कि इससे दोनों समुदायों के बीच पारस्परिक सहयोग पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ध्यातव्य है कि ओमान, अरब प्रायद्वीप के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित एक अरब देश है। यह उत्तर-पश्चिम में संयुक्त अरब अमीरात (UAE), पश्चिम में सऊदी अरब और दक्षिण-पश्चिम में यमन के साथ अपनी भू-सीमा साझा करता है। इसके अलावा यह ईरान और पाकिस्तान के साथ अपनी समुद्री सीमा भी साझा करता है।
गीतांजलि राव
15 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक और आविष्कारक गीतांजलि राव को टाइम मैगज़ीन का पहला ‘किड ऑफ द ईयर’ नामित किया गया है। इस संबंध में घोषणा करते हुए टाइम मैगज़ीन ने कहा कि गीतांजलि राव ने ‘दूषित पेयजल से लेकर ओपिओइड (नशीला पदार्थ) की लत और साइबरबुलिंग तक की समस्याओं से निपटने के लिये प्रौद्योगिकी का उपयोग को सक्षम बनाया है। ध्यातव्य है कि गीतांजलि राव को ‘किड ऑफ द ईयर’ के लिये 5000 नामांकित बच्चों के समूह में से चुना गया है। यह पहली बार नहीं है जब गीतांजलि राव को उनके महत्त्वपूर्ण कार्यों के लिये पहचान मिली है। इससे पूर्व वर्ष 2017 में भी वह काफी चर्चा में रही थीं, जब उन्होंने पानी में लेड (Lead) का पता लगाने के लिये कार्बन नैनोट्यूब सेंसर का उपयोग किया था। वर्ष 2019 में उन्होंने अपने आविष्कार के लिये फोर्ब्स की प्रतिष्ठित ‘30 अंडर 30’ सूची में भी स्थान प्राप्त किया था।
इंद्र कुमार गुजराल
उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की जयंती पर एक डाक टिकट जारी किया है। भारत के 12वें प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल का जन्म झेलम (अविभाजित पंजाब) में 4 दिसंबर, 1919 को हुआ था। वह कॉलेज के दिनों में ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बन गए थे वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने विदेश मंत्री के तौर पर भी कार्य किया था, इसके अलावा उन्होंने जल संसाधन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। इसके अतिरिक्त उन्होंने वर्ष 1976 से वर्ष 1980 तक USSR में भारत के राजदूत (मंत्रिमंडल स्तर) के रूप में भी कार्य किया था। एच.डी. देवेगौड़ा सरकार में केंद्रीय विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने 'गुजराल सिद्धांत' का प्रतिपादन किया था, जिसे भारत की विदेश नीति में मील का पत्थर माना जाता है। गुजराल सिद्धांत भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के संचालन का मार्गदर्शन करने हेतु पाँच सिद्धांतों का एक समूह है। ये पाँच सिद्धांत इस विश्वास से उत्पन्न होते हैं कि भारत की शक्ति को पड़ोसी देशों के साथ उसके संबंधों की महत्ता से अलग नहीं किया जा सकता है। इसलिये यह सिद्धांत पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।