प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 05 अगस्त, 2020
क्लैडोनोटस भास्करी
Cladonotus Bhaskari
हाल ही में क्रोएशियाई एवं जर्मन शोधकर्त्ताओं ने श्रीलंका के वर्षावनों से ट्विग हॉपर (Twig Hopper) की एक नई प्रजाति क्लैडोनोटस भास्करी (Cladonotus Bhaskari) की खोज की।
प्रमुख बिंदु:
- ट्विग हॉपर (Twig Hopper) की इस नई प्रजाति ‘क्लैडोनोटस भास्करी’ (Cladonotus Bhaskari) का नामकरण ‘केरल वन अनुसंधान संस्थान’ (Kerala Forest Research Institute- KFRI) के एक युवा संरक्षण जीवविज्ञानी एवं टिड्डी विशेषज्ञ, धनेश भास्कर के नाम पर रखा गया है।
- पिछले 116 वर्षों में खोजी जाने वाली यह पहली नई ट्विग हॉपर (क्लैडोनोटस) प्रजाति है।
- ट्विग हॉपर की इस दुर्लभ प्रजाति को श्री लंका के सिंहराजा वर्षावन (Sinharaja Rainforest) में खोजा गया है।
- ‘क्लैडोनोटस भास्करी’ (Cladonotus Bhaskari) से संबंधित अध्ययन को शोध पत्रिका ज़ूटाक्सा (Zootaxa) में प्रकाशित किया गया है।
थेनज़ोल गोल्फ रिज़ॉर्ट परियोजना
Thenzawl Golf Resort Project
04 अगस्त, 2020 को केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के तहत ‘थेनज़ोल गोल्फ रिज़ॉर्ट परियोजना’ (Thenzawl Golf Resort Project) का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु:
- इस विश्व स्तरीय परियोजना को पूर्वोत्तर भारत के मिज़ोरम राज्य में निर्मित किया जा रहा है।
- इस परियोजना को पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिये ‘इंटीग्रेटेड डवलपमेंट ऑफ न्यू इको टूरिज़्म’ (Integrated Development of New Eco Tourism) के तहत 92.25 करोड़ रुपए की स्वीकृत राशि के साथ मंज़ूरी दी गई है। इसमें से 64.48 रुपए की राशि गोल्फ कोर्स सहित थेनज़ोल के विभिन्न घटकों के लिये आवंटित की गई है।
- थेनज़ोल में गोल्फ कोर्स को कनाडा की सबसे बड़ी गोल्फ कोर्स आर्किटेक्चर कंपनी ‘ग्राहम कुक एंड एसोसिएट्स’ (Graham Cooke and Associates) द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
- यह गोल्फ कोर्स 105 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसमें 75 एकड़ का खेल क्षेत्र शामिल है।
- इसमें 18 होल गोल्फ कोर्स (Hole Golf Course) और स्वचालित स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली को अमेरिका की कंपनी ‘रेन बर्ड’ (Rain Bird) द्वारा निर्मित किया गया है।
भारत में गोल्फ पर्यटन:
- भारत में गोल्फ पर्यटन की काफी संभावनाएँ हैं क्योंकि अधिकांश देशों की तुलना में यहाँ की जलवायु गोल्फ के लिये अधिक अनुकूल है।
- वर्तमान में भारत में 230 से अधिक गोल्फ कोर्स मौजूद हैं। जिनमें कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स हैं।
- भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय देश में ‘गोल्फ कोर्स पर्यटन’ के विकास और बढ़ावा देने के लिये सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है।
एनजीसी 2899
NGC 2899
हाल ही में खगोलविदों ने अंतरिक्ष में ईथेरियल पंखों (Ethereal Wings) को फहराती हुई एक इंटरस्टेलर घटना देखी। अंतरिक्ष में यह अनोखा प्रकाश एक उच्च सममित गैस नेबुला (Highly Symmetrical Gas Nebula) के कारण दिखाई दिया जिसे एनजीसी 2899 (NGC 2899) के रूप में जाना जाता है।
प्रमुख बिंदु:
- इस तस्वीर को शिक्षा एवं सार्वजनिक आउटरीच के प्रयोजनों के लिये यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला (European Southern Observatory- ESO) के ‘कॉस्मिक जेम्स प्रोग्राम’ (Cosmic Gems Program) के हिस्से के रूप में कैप्चर किया गया था।
- ESO के ‘वेरी लार्ज टेलीस्कोप’ के माध्यम से खगोलविदों ने पृथ्वी से 3000 से 6500 प्रकाश वर्ष दूर तितली की तरह दिखने वाले चमकते हुए गैसीय विशाल बुलबुले की तस्वीर को रिकॉर्ड किया।
- हालाँकि नेबुला की खोज ब्रिटिश खगोलशास्त्री जॉन हर्शेल (John Herschel) ने वर्ष 1835 में की थी किंतु हाल की घटना से पहले इतने हाई रिज़ल्युशन में किसी ने भी इस घटना को नहीं देखा है।
- इस इंटरस्टेलर घटना में तितली जैसी आकृति के पंख लगभग 19 ट्रिलियन किलोमीटर या दो प्रकाश वर्ष तक फैले हुए दिखाई देते हैं।
- खगोलविदों का मानना है कि तितली की तरह दिखने वाली इस आकृति का निर्माण हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के अणु से हुआ है जो लगभग 10,000 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होते हैं।
- NGC 2899 को ‘वेरी लार्ज टेलीस्कोप’ द्वारा केवल दक्षिणी गोलार्द्ध से देखा जा सकता है जो चिली में अवस्थित है।
- चिली स्थित ‘वेरी लार्ज टेलीस्कोप’ की चार 8.2 मीटर की दूरबीनों ने गहरे अंतरिक्ष में कई वस्तुओं की तस्वीरों को खोजा है।
अमोनियम नाइट्रेट
Ammonium Nitrate
हाल ही में लेबनान की राजधानी बेरुत में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ। लेबनानी अधिकारियों द्वारा अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium Nitrate) को इस विस्फोट का कारण बताया गया।
प्रमुख बिंदु:
- अमोनियम नाइट्रेट, एक रंगहीन, गंधहीन क्रिस्टलीय पदार्थ है। यह जल में अत्यधिक घुलनशील है, जल में घुलित अमोनियम नाइट्रेट के घोल को गर्म करने पर यह नाइट्रस ऑक्साइड (लाॅफिंग गैस) में बदल जाता है।
- इसे आमतौर पर एक उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है जो दशकों से कई औद्योगिक विस्फोटों का कारण रहा है।
- जब अमोनियम नाइट्रेट को ईंधन तेलों के साथ संयुक्त किया जाता है तो यह एक शक्तिशाली विस्फोटक का निर्माण करता है जिसका उपयोग आमतौर पर विनिर्माण उद्योगों द्वारा किया जाता है।
- किंतु कभी-कभी इसका उपयोग विद्रोही समूहों जैसे- तालिबान द्वारा भी किया जाता है।
- कृषि क्षेत्र में अमोनियम नाइट्रेट को उर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है और नमी के कारण यह मृदा में जल्दी घुल जाता है जिससे मृदा में नाइट्रोजन के स्तर में वृद्धि होती है जो पौधे के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण होती है।
- वर्ष 2013 में टेक्सास के एक उर्वरक संयंत्र में अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुए विस्फोट में कई लोग मारे गए थे वहीँ वर्ष 2001 में फ्राॅन्स के टूलूज़ (Toulouse) में एक रासायनिक संयंत्र में विस्फोट का कारण भी अमोनियम नाइट्रेट था।
- इसे वर्ष 1995 के संयुक्त राज्य अमेरिका के ओक्लाहोमा सिटी (Oklahoma City) हमले में बम के एक घटक के रूप में भी प्रयोग किया गया था।
उल्लेखनीय है कि लेबनान, पश्चिमी एशिया का एक देश है। यह उत्तर-पूर्व में सीरिया, दक्षिण में इज़राइल और पश्चिम में भूमध्यसागर से घिरा हुआ है।
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 05 अगस्त, 2020
इब्राहिम अल्काज़ी
04 अगस्त, 2020 को रंगमंच के दिग्गज कलाकार और एक महान शिक्षक के रूप में प्रसिद्ध इब्राहिम अल्काज़ी (Ebrahim Alkazi) का 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। गौरतलब है कि इब्राहिम अल्काज़ी सबसे लंबे समय तक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama-NSD) के निदेशक के पद पर रहे थे, इस दौरान उन्होंने गिरीश कर्नाड के ‘तुगलक’ और धर्मवीर भारती के ‘अंध युग’ जैसे सुप्रसिद्ध नाटकों का निर्माण किया और उन्हें प्रस्तुत किया। इब्राहिम अल्काज़ी ने रंगमंच के कलाकारों की एक पूरी पीढ़ी को अभिनय के गुण सिखाए, जिसमें नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी जैसे विश्व प्रसिद्ध अभिनेता भी शामिल हैं। इब्राहिम अल्काज़ी का जन्म 18 अक्तूबर, 1925 को महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ था। भारत में रंगमंच के क्षेत्र में क्रांति का श्रेय इब्राहिम अलकाज़ी को ही दिया जाता है, उन्होंने एक रंगकर्मी के तौर अपने कैरियर की शुरुआत एक अंग्रेज़ी थिएटर समूह के साथ की थी, किंतु जल्द ही उन्होंने अपना स्वयं का एक थिएटर समूह बना लिया। 1940 और 1950 का दशक आते-आते वे मुंबई के सबसे प्रमुख रंगमंच कलाकारों में से एक बन गए। 37 वर्ष की उम्र में वर्ष 1962 में इब्राहिम अल्काज़ी दिल्ली आ गए और अगले 15 वर्षों (वर्ष 1962 से वर्ष 1977) तक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) में निदेशक के रूप में कार्य किया, जो कि संस्थान के इतिहास में किसी निदेशक का अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है। 50 वर्ष की उम्र में उन्होंने NSD से इस्तीफा दे दिया और नई दिल्ली में एक आर्ट हैरिटेज गैलरी की शुरुआत की।
शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर
05 अगस्त, 2020 को काॅॅन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर (Shivajirao Patil Nilangekar) का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। मराठावाड़ा क्षेत्र के लातूर के रहने वाले शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यकाल काफी संक्षिप्त रहा था और वे राज्य के इस महत्त्वपूर्ण पद पर केवल जून 1985 और मार्च 1986 तक कार्यरत थे, इसके पश्चात् उन्हें विवादास्पद परिस्थितियों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दरअसल वर्ष 1985 में उन पर आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने अपनी पुत्री और एक अन्य संबंधी की सहायता के लिये राज्य की मेडिकल कॉलेज परीक्षाओं के परिणाम के साथ छेड़खानी की थी। इन्ही आरोपों के चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मराठवाडा के एक सहकारी नेता होने के साथ-साथ वे शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे थे। गौरतलब है कि वर्ष 2008 में परिसीमन से पहले शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर ने वर्ष 1962 से वर्ष 1980 तक लगातार महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में निलंगा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था।
'एक मास्क-अनेक जिंदगी’ अभियान
मध्यप्रदेश में नागरिकों में मास्क के प्रति जागरूकता पैदा करने और उन्हें मास्क उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रत्येक नगरीय निकाय में 1 से 15 अगस्त तक 'एक मास्क-अनेक जिंदगी' (Ek Mask-Anek Zindagi) जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने कहा कि ‘राज्य के नागरिक मास्क का उपयोग कर स्वयं को कोरोना संक्रमण से बचाने के साथ ही इसके संक्रमण के प्रसार को भी रोकने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।’ उल्लेखनीय है कि मास्क कोरोना संक्रमण को रोकने का सबसे सरल एवं कारगर साधन है। इस दौरान प्रत्येक निकाय क्षेत्र में स्वयंसेवी संगठनों और नागरिकों से मास्क दान करने की अपील की जाएगी। साथ ही मास्क एकत्रित रखने के लिये मास्क बैंक भी बनाए जाएंगे। दान-दाताओं द्वारा इस बैंक में मास्क अथवा मास्क बनाने हेतु राशि दान की जा सकेगी। इस राशि से स्व-सहायता समूहों के माध्यम से मास्क बनवाए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना
नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, भारत सरकार की राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन संबंधी प्रधानमंत्री जन-धन योजना (Mantri Jan Dhan Yojana-PMJDY) के तहत खोले गए बैंक खातों की संख्या 40 करोड़ के पार पहुँच गई है। सरकार द्वारा जारी हालिया आँकड़े बताते हैं कि इस योजना के तहत लाभार्थियों की कुल संख्या 40.05 करोड़ हो गई है और जन धन बैंक खातों में जमा कुल राशि 1.50 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है। गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत 28 अगस्त, 2014 को देश के आम नागरिकों को बैंकिंग सुविधाओं की सार्वभौमिक पहुँच प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। इस प्रकार योजना के छह वर्ष पूरे होने में भी अभी कुछ समय शेष है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) वित्तीय समावेशन संबंधी एक राष्ट्रीय मिशन है, जिसमें देश के सभी परिवारों के व्यापक वित्तीय समावेशन हेतु एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया गया है।