प्रीलिम्स फैक्ट्स: 4 नवंबर, 2019
एलिफेंट बाॅण्ड
Elephant Bonds
हाल ही में व्यापार नीति पर सुरजीत एस. भल्ला की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय सलाहकार समूह (High Level Advisory Group- HLAG) ने सरकार को एलिफेंट बाॅण्ड (Elephant Bonds) जारी करने का सुझाव दिया है।
एलिफेंट बाॅण्ड के बारे में:
- एलिफेंट बाॅण्ड किसी राष्ट्र द्वारा जारी 25 वर्षीय सॉवरेन बाॅण्ड होते हैं।
- ये बाॅण्ड उन लोगों को जारी किये जाते हैं जो अपनी पहले से अघोषित आय को घोषित करते हैं।
- बाॅण्ड ग्राहक अपनी अघोषित आय का 40% एलिफेंट बाॅण्ड में निवेश करेंगे तथा उन्हें एक निश्चित कूपन प्रतिभूति (Fixed Coupon Security) जारी की जाएगी।
HLAG के बारे में:
- HLAG को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce and Industry) के तहत स्थापित किया गया था।
सुझाव:
- उच्च-स्तरीय व्यापार पैनल का अनुमान है कि इससे भारत के विदेशों में जमा काले धन का लगभग 500 बिलियन डॉलर तक प्राप्त किया जा सकता है।
- इससे वास्तविक ब्याज दर में भारी कमी आएगी तथा रुपए को मज़बूती प्रदान करने में भी सहायता मिलेगी।
- इन बाॅण्ड से प्राप्त राशि का उपयोग बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के लिये किया जा सकेगा।
- इसके अलावा बाॅण्ड से प्राप्त राशि का 45% जमाकर्त्ता के पास जमा की जाएगी तथा शेष 15% राशि सरकार द्वारा कर के रूप में वसूली जाएगी।
- आय घोषित करने वालों को “विदेशी मुद्रा, काले धन कानूनों (Foreign Exchange, Black Money Laws) और कराधान कानूनों सहित सभी कानूनों से प्रतिरक्षा प्राप्त होगी।
- अघोषित संपत्ति वाले लोग केवल 15 प्रतिशत कर का भुगतान करेंगे और एलिफेंट बाॅण्ड के प्रावधानों के तहत उनके लिये कोई दंड नहीं होगा।
- इंडोनेशिया, पाकिस्तान, अर्जेंटीना और फिलीपींस जैसे देशों ने भी बिना किसी दंड के जोखिम के अघोषित आय का खुलासा करने वाले व्यक्तियों के लिये कर माफी योजनाएँ शुरू की हैं।
चवांग कुट महोत्सव
Chavang Kut Festival
हाल ही में भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में चवांग कुट महोत्सव (Chavang Kut Festival) पारंपरिक उल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया।
चवांग कुट महोत्सव के बारे में:
- यह महोत्सव एंग्लो-कूकी युद्ध की शताब्दी वर्ष का प्रतीक है।
- चवांग कुट महोत्सव फसल कटाई के उपलक्ष्य में कूकी-चिन-मिज़ो समुदाय द्वारा मनाया जाता है।
- यह प्रत्येक वर्ष मणिपुर, मिज़ोरम, असम तथा देश के अन्य हिस्सों में प्रचुर मात्रा में फसल की उपज के लिये कृतज्ञता प्रकट करने हेतु आयोजित किया जाता है।
- मणिपुर में इस दिन राजकीय अवकाश होता है।
- मिज़ोरम में इस वर्ष यह महोत्सव तीसरी बार मनाया गया।
- महोत्सव के दौरान चिन-कूकी-मिज़ो आदिवासी समूह द्वारा पारंपरिक सामाजिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन, पारंपरिक संगीत और भोजन आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
5वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2019
Fifth India International Science Festival-2019
कोलकाता में 4 दिवसीय ( 5 नवंबर से 8 नवंबर) 5वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2019 (Fifth India International Science Festival-2019- IISF) का आयोजन किया जाएगा।
थीम:
वर्ष 2019 के लिये इसकी थीम ‘राइजेन इंडिया’- राष्ट्र को सशक्त बनाता अनुसंधान, नवाचार और विज्ञान (RISEN India- Research, Innovation, Science Empowering the Nation) रखी गई है।
उद्देश्य
- IISF-2019 का मुख्य उद्देश्य जनसाधारण के बीच विज्ञान के प्रति जागरूकता का प्रसार करना तथा पिछले कुछ वर्षों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का योगदान और लोगों को इससे प्राप्त लाभों को प्रदर्शित करना है।
- इसका लक्ष्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में समावेशी विकास हेतु रणनीति तैयार करना है।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव- 2019
- भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े मंत्रालयों एवं विभागों और विज्ञान भारती द्वारा आयोजित यह एक वार्षिक आयोजन है।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की स्वायत्त संस्था विज्ञान प्रसार IISF-2019 का समन्वय करने वाली नोडल एजेंसी है।
- IISF-2019 भारत और विश्व के दूसरे देशों के विद्यार्थियों, नवाचारी, शिल्पकारों, किसानों, वैज्ञानिकों तथा तकनीकविदों का समागम है।
- इसमें विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को समायोज़ित किया जाएगा।
महोत्सव के एक मुख्य आकर्षण
- छात्र विज्ञान गाँव- इसमें देश के विभिन्न हिस्सों के करीब 2500 स्कूली विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है।
- युवा वैज्ञानिक सम्मेलन- इस कार्यक्रम में शामिल युवा वैज्ञानिक और शोधकर्त्ता, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिकों तथा प्रौद्योगिकीविदों से सीधा संवाद कर सकेंगे।
- विज्ञानिका- इसके अंतर्गत विज्ञान संचार की अनेक विधाओं से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
इसके अलावा महिला वैज्ञानिक एवं उद्यमियों की सभा के अंतर्गत महिलाओं में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता विकास से जुड़े नए अवसरों की खोज की जाएगी।
तवांग महोत्सव
Tawang Festival
हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में तवांग महोत्सव संपन्न हुआ।
तवांग महोत्सव
- यह अरुणाचल प्रदेश का एक वार्षिक उत्सव है जिसकी शुरुआत वर्ष 2012 में की गई थी।
- महोत्सव में अरुणाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत जिसमें बौद्ध धर्म से जुड़े कार्यक्रम, पारंपरिक नृत्य, देशी खेल, फिल्में और वृत्तचित्र (Documentaries)आदि का प्रदर्शन किया जाता है।
- इसकी शुरुआत एक धार्मिक परंपरा सेबंग (Sebung) से की जाती है जिसके अंतर्गत भिक्षुओं को रैलियों के रूप में तवांग मठ से तवांग शहर के उत्सव स्थल तक जाना होता है।
- महोत्सव का मुख्य आकर्षण याक नृत्य और अजी-लामू नृत्य हैं।