प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 03 दिसंबर, 2019
टैनबो कला
Tanbo Art
हाल ही में केरल के एक किसान ने प्रसिद्ध गुरुवायुर मंदिर के हाथी (गुरुवायुर केसवन) का चित्रण टैनबो कला (Tanbo Art) के रूप में किया।
टैनबो कला के विषय में:
- यह जापान की कला है इसमें लोग धान के खेत में चित्रण करने के लिये विभिन्न प्रकार के रंगों और किस्मों का धान बोते हैं।
गुरुवायुर मंदिर :
- गुरुवायुर मंदिर केरल राज्य के त्रिशूर ज़िले में स्थित है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप में भगवान गुरुवायुरप्पन की मूर्ति स्थापित है।
- गुरुवायुर मंदिर को 'बैकुंठद्वार' व 'दक्षिण की द्वारका' भी कहा जाता है।
- इस मंदिर में केवल हिन्दुओं को प्रवेश की अनुमति है।
गुरुवायुर केसवन:
- गुरुवायुर केसवन को प्राचीन काल से केरल के सिद्ध मंदिर के हाथी के रूप में जाना जाता है यह राजसी हाथी भगवान गुरुवायुरप्पन को समर्पित था। इस हाथी की वर्ष 1976 में मृत्यु हो गई।
पावर ऑफ़ साइबेरिया
Power Of Siberia
हाल ही में रूस और चीन ने पावर ऑफ़ साइबेरिया (Power Of Siberia) नामक क्रॉस बॉर्डर गैस पाइपलाइन का उद्घाटन किया।
लाभ:
- यह पाइपलाइन चीन और रूस को कोयले को प्राकृतिक गैस से प्रतिस्थापित करने में मदद मिलेगी तथा ताप के अलावा इस पाइपलाइन से विद्युत् उत्पादन भी किया जा सकेगा।
- नई पाइपलाइन यूरेशिया में रूस और चीन के प्रमुख सहयोगियों के रूप में ऊर्जा एकीकरण का प्रतीक है
पावर ऑफ़ साइबेरिया के विषय में:
- रूस की भूमिका यूरोप में एक प्राथमिक गैस आपूर्तिकर्त्ता की रही है लेकिन रूस और चीन के बीच पावर ऑफ साइबेरिया पहली क्रॉस बॉर्डर गैस पाइपलाइन है।
- अनुबंध के तहत रूस अगले 30 वर्षों में चीन को 1 ट्रिलियन क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगा।
अवस्थिति:
- चीन के हीहे (Heihe) क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले यह पाइपलाइन यांग्त्ज़ी नदी (Yangtze River) और अमूर नदी (Amur River) के डेल्टाओं से होकर गुजरती है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस
International Day Of Persons With Disabilities
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (International Day Of Persons With Disabilities) 3 दिसंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
थीम:
- वर्ष 2019 के लिये इसकी थीम- विकलांग व्यक्तियों और उनके नेतृत्व की भागीदारी को बढ़ावा देना: 2030 विकास एजेंडा पर कार्रवाई करना (Promoting the participation of persons with disabilities and their leadership: taking action on the 2030 Development Agenda) है
उद्देश्य:
- इस दिवस को मनाने का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्देश्य दिव्यांगजनों की अक्षमता के मुद्दों पर समाज में जागरूकता, लोगों की समझ और संवेदनशीलता को बढ़ावा देना है।
- दिव्यांगजनों के आत्मसम्मान, कल्याण और आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी सहायता करना।
- आधुनिक समाज में दिव्यांगजनों के साथ हो रहे हर प्रकार के भेद-भाव को समाप्त करना।
भारत में प्रयास:
- अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (Ministry of Social Justice and Empowerment) का दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग प्रत्येक वर्ष दिव्यांगजन सशक्तीकरण की दिशा में अर्जित उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं कार्यों के लिये व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य/ज़िला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करता है।