संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 29 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
- 2022 के लिये थीम: लोग, शांति, प्रगति: साझेदारी की शक्ति।
संयुक्त राष्ट्र शांति सेना:
- परिचय:
- इसका आरंभ 1948 में किया गया था और इसने अपने पहले ही मिशन, 1948 में हुए अरब-इज़राइल युद्ध के दौरान युद्धविराम का पालन करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना देशों को संघर्ष से शांति के कठिन रास्ते पर लाने में मदद करती है।
- इसमें दुनिया भर से सैनिकों और पुलिस को तैनात करता है, उन्हें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) तथा महासभा द्वारा निर्धारित जनादेशों की शृंखला को संबोधित करने के लिये नागरिक शांति सैनिकों के साथ एकीकृत किया जाता है।
- संरचना:
- संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों (प्रायः ब्लू बेरेट या ब्लू हेलमेट के रूप में जाना जाता है क्योंकि ये हल्के नीले बेरेट या हेलमेट पहनते) में सैनिकों, पुलिस अधिकारियों और नागरिक कर्मियों को शामिल किया जा सकता है।
- सदस्य राज्यों द्वारा स्वैच्छिक आधार पर शांति सेना का योगदान दिया जाता है।
- शांति अभियानों के नागरिक कर्मचारी अंतर्राष्ट्रीय सिविल सेवक हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र सचिवालय द्वारा भर्ती और तैनात किया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना और भारत:
- भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सैन्य-योगदान देने वाले सबसे बड़े देशों में से एक रहा है। नवंबर 2021 तक भारत कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन में दूसरा सबसे बड़ा सैन्य (1,888) और पाँचवाँ सबसे बड़ा (139) पुलिस योगदान देने वाला देश है।
- वर्ष 1948 से दुनिया भर में स्थापित 71 संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में से 49 में 200,000 से अधिक भारतीयों ने सेवा दी है।
- भारत में महिलाओं को यूएन शांति मिशन में भेजने की लंबी परंपरा रही है।
- वर्ष 2007 में भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में एक महिला दल को तैनात करने वाला पहला देश बन गया।
- शांति अभियानों के हिस्से के रूप में कई देशों में अपनी उपस्थिति के बावजूद भारत ने श्रीनगर और इस्लामाबाद में मुख्यालय वाले एक समान मिशन पर नियमित रूप से अपनी नाराज़गी व्यक्त की है।
- भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (UNMOGIP) की स्थापना जनवरी 1949 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की निगरानी के लिये की गई थी।
- भारत ने दोहराया है कि जुलाई 1972 में भारत और पाकिस्तान द्वारा शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने और नियंत्रण रेखा (LoC) की स्थापना के बाद मिशन ने "अपनी प्रासंगिकता खो दी है"।
स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
कोर सेक्टर आउटपुट
भारत के आठ कोर उद्योग ने मार्च 2022 में 4.9% की तुलना में अप्रैल में 8.4% की मज़बूत वृद्धि दर्ज की है।
- आठ कोर उद्योग में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में शामिल मदों के भार का 40.27 प्रतिशत शामिल है।
- आठ कोर उद्योग अपने भारांक के घटते क्रम में हैं: रिफाइनरी उत्पाद> बिजली> स्टील> कोयला> कच्चा तेल> प्राकृतिक गैस> सीमेंट> उर्वरक।
आठ कोर उद्योग सूचकांक:
- परिचय:
- आठ कोर उद्योग सूचकांक (ICI) उत्पादन मात्रा सूचकांक को संदर्भित करता है
- यह चयनित आठ कोर उद्योगों में उत्पादन के संयुक्त और व्यक्तिगत प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है।
- आठ कोर उद्योगों का वर्तमान भारांक (अप्रैल 2021) नीचे दिया गया है:
- पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (28.04%), बिजली (19.85%), स्टील (17.92%), कोयला उत्पादन (10.33%), कच्चा तेल (8.98%), प्राकृतिक गैस उत्पादन (6.88%), सीमेंट उत्पादन (5.37%), उर्वरक उत्पादन (2.63%)।
- ICI को आर्थिक सलाहकार कार्यालय (OEA), उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT), वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय द्वारा संकलित एवं जारी किया जाता है।
- महत्त्व:
- ICI राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, एनएसओ द्वारा आईआईपी जारी करने से पहले 'कोर' प्रकृति के उद्योगों के उत्पादन प्रदर्शन पर अग्रिम संकेत प्रदान करता है।
- आठ प्रमुख उद्योगों से सामान्य आर्थिक गतिविधियों और औद्योगिक गतिविधियों के प्रभावित होने की संभावना है।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक:
- 'औद्योगिक उत्पादन सूचकांक' अर्थव्यवस्था के विभिन्न उद्योग समूहों में एक निश्चित समय अवधि में विकास दर को प्रदर्शित करता है।
- इसका संकलन तथा प्रकाशन मासिक आधार पर 'राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय', 'सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय' द्वारा किया जाता है।
- IIP एक समग्र संकेतक है जो वर्गीकृत किये गए उद्योग समूहों की वृद्धि दर को मापता है जिनमें शामिल है:
- व्यापक क्षेत्र (Broad sectors)- खनन, विनिर्माण और विद्युत।
- उपयोग आधारित क्षेत्र (Use-based Sectors)- मूलभूत वस्तुएँ, पूंजीगत वस्तुएँ और मध्यवर्ती वस्तुएँ।
- IIP के आकलन के लिये आधार वर्ष 2011-2012 है।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का महत्त्व:
- इसका उपयोग नीति-निर्माण के लिये वित्त मंत्रालय, भारतीय रिज़र्व बैंक सहित अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जाता है।
- IIP, त्रैमासिक और अग्रिम सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुमानों की गणना के लिये अत्यंत प्रासंगिक बना हुआ है।
विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न: ‘आठ कोर उद्योग सूचकांक' में निम्नलिखित में से किसको सर्वाधिक महत्त्व दिया गया है? (a) कोयला उत्पादन उत्तर: b व्याख्या:
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स्रोत: पी.आई.बी.
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 जून, 2022
उपराष्ट्रपति का सेनेगल दौरा
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू तीन देशों (गैबॉन, सेनेगल और कतर) के दौरे के दूसरे चरण में 1 जून, 2022 को अफ्रीकी देश सेनेगल पहुँचे। वह सेनेगल के राष्ट्रपति मेकी सॉल के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। उपराष्ट्रपति की यह यात्रा भारत-सेनेगल राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रही है। यह यात्रा अफ्रीका के साथ निकटता से जुड़ने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सेनेगल आधिकारिक तौर पश्चिम अफ्रीका का एक देश है जिसकी राज़धानी डकार है। रणनीतिक, राजनीतिक एवं आर्थिक रूप से अफ्रीका हमारे लिये बहुत महत्त्वपूर्ण है। पिछले 3-4 दशकों से भारत ने इस महाद्वीप के साथ सक्रिय रूप से कार्य किया है। हालाँकि पिछले दशक से इसमें और तेज़ी आई है एवं साथ ही कुछ वर्षों में इस संबंध में कई गुना वृद्धि देखी गई है। अफ्रीकी देशों के साथ भारत की भागीदारी हमेशा द्विपक्षीय रही है। उदाहरण के तौर पर भारत-दक्षिण अफ्रीका के मध्य द्विपक्षीय संबंध को देखा जा सकता है। साथ ही जिन विभिन्न व्यापारिक गुटों के साथ साझेदारी के लिये प्रयास किये जाने की आवश्यकता है उनमें COMESA, ECOWAS, ECCAS, अफ्रीका के प्रमुख मुक्त व्यापार क्षेत्र शामिल हैं।
‘डेक्कन क्वीन’
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे (Pune) से जोड़ने वाली प्रीमियम ट्रेन (Premium Train) डेक्कन क्वीन (Deccan Queen) ने 1 जून, 2022 को अपने संचालन के 92 वर्ष पूरे कर लिये हैं। देश की पहली इलेक्ट्रिक लोको ट्रेन ‘डेक्कन क्वीन’ का परिचालन 1 जून, 1930 को शुरू किया गया था, इसे सेंट्रल रेलवे के अग्रदूत ‘ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे’ (Great Indian Peninsula Railway- GIPR) द्वारा शुरू किया गया था। इस ट्रेन के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं जिनमें भारत की पहली सुपरफास्ट ट्रेन, पहली लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ढुलाई ट्रेन, ‘पहली महिला-स्पेशल ट्रेन’ और ‘डाइनिंग की सुविधा प्रदान करने वाली पहली ट्रेन’ शामिल है। इसका नाम (डेक्कन क्वीन-Deccan Queen) पुणे के नाम पर रखा गया है जिसे ‘क्वीन ऑफ डेक्कन’ के रूप में भी जाना जाता है।
फूलों की घाटी
हाल ही में विश्व प्रसिद्ध धरोहर स्थल एवं राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड की फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिये खोल दिया गया है। इस संबंध में नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की ओर से सभी तैयारियांँ पूरी कर ली गई हैं। घाटी के प्रवेश द्वार घांघरिया में भी गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। समुद्र सतह से 3962 मीटर की ऊंँचाई पर स्थित फूलों की घाटी 87 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है। फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान उच्च-तुगंता वाले पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में अवस्थित है। 6 नवंबर, 1982 को यूनेस्को ने इस घाटी को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था। फूलों की घाटी में पांँच सौ से अधिक रंग-बिरंगे फूलों की प्रजातियांँ पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में अल्पाइन फूलों तथा सुंदर घास के मैदान पाए जाते हैं। यहाँ वनस्पतियों एवं जीवों की उच्च विविधता और घनत्व पाया जाता है, जिनमें हिम तेंदुए, हिमालयी कस्तूरी मृग तथा पौधों की विभिन्न प्रजातियों सहित अनेक संकटापन्न प्रजातियाँ पाई जाती हैं। घाटी को हिंदू पौराणिक कथाओं में `नंदन कानन` अर्थात् “इंद्र का स्वर्ग” के रूप में वर्णित किया गया है।
भारतीय व्यापार पोर्टल
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री ने 27 मई, 2022 को नई दिल्ली में ‘भारतीय व्यापार पोर्टल’ का शुभारंभ किया। यह पोर्टल भारतीय निर्यातकों और विदेशी क्रेताओं के लिये अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के केंद्र के रूप में काम करेगा। यह पोर्टल व्यापार से व्यापार (B-2-B) मॉडल का डिजिटल व्यापार स्थल है जो लघु, मध्यम निर्यात उद्यमियों, दस्तकारों और किसानों को अपने उत्पादों के लिये नए बाज़ार का पता लगाने और वैश्विक स्तर पर बिक्री बढ़ाने में मददगार होगा। भारत ने अपने विदेशी व्यापार को बढ़ाने के उद्देश्य से दुनिया के विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक समझौते किये हैं। भारत की विदेश व्यापार नीति ने हमेशा वैश्विक वस्तुओं के व्यापार में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। तद्नुसार, भारत सरकार ऐसी नीतियों और प्रक्रियाओं को अपनाकर शेष विश्व के साथ अपने व्यापार को बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रही है, जो दुनिया के अन्य देशों के साथ निर्यात व आयात बढ़ाने और इसे सुविधाजनक बनाने में मदद करेंगी। भारत सरकार के वाणिज्य विभाग ने वैश्विक स्तर पर विदेशी व्यापार गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने और व्यापार के विस्तार के लिये यह वेब पोर्टल विकसित किया है।