प्रीलिम्स फैक्ट्स: 1 मार्च, 2019
हनोई शिखर सम्मेलन 2019
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका (US) और उत्तर कोरिया ने वियतनाम के हनोई में एक शिखर सम्मेलन आयोजित किया।
- जून 2018 में सिंगापुर शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच यह दूसरा शिखर सम्मेलन था।
- अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच यह वार्ता बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई और किसी भी घोषणा पर हस्ताक्षर नहीं किये गए।
- वार्ता विफल होने का कारण यह था कि उत्तर कोरिया ने खुद को केवल आंशिक रूप से परमाणु मुक्त करने के बदले में आर्थिक प्रतिबंधों से पूरी तरह से राहत की मांग की थी। लेकिन, अमेरिका चाहता है कि उत्तर कोरिया खुद को पूरी तरह परमाणु हथियारों से मुक्त कर दे।
- 2018 में सिंगापुर शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप को पूरी तरह परमाणु हथियारों से मुक्त करने के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।
25वीं प्रधानमंत्री ट्रॉफी
(25th Prime Minister’s Trophy)
केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने 1 मार्च, 2019 को वर्ष 2016-17 के लिये एकीकृत इस्पात संयंत्रों के प्रदर्शन में उत्कृष्टता के लिये 25वीं प्रधानमंत्री ट्रॉफी प्रदान की।
- इस्पात मंत्रालय ने प्रधानमंत्री ट्रॉफी, इस्पात मंत्री की ट्रॉफी और प्रशस्ति प्रमाण पत्र देने की योजना बनाई है।
- प्रदर्शन में उत्कृष्टता के लिये एकीकृत इस्पात संयंत्रों को पुरस्कार देने की योजना वर्ष 1992-93 में शुरू की गई थी। अतः वर्ष 2016-17 इस आकलन का 25वाँ वर्ष था।
पुरस्कारों की श्रेणियाँ
- 2 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि के साथ प्रधानमंत्री ट्रॉफी एक ऐसे संयंत्र को दी जाती है जिसका प्रदर्शन सभी प्रतिभागी संयंत्रों में सर्वोत्तम होता है।
- 1 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि के साथ इस्पात मंत्री की ट्रॉफी द्वितीय सर्वोत्तम समग्र प्रदर्शन करने वाले संयंत्र को दी जाती है।
- पुरस्कारों की अन्य श्रेणियों में ‘अधिकतम सुधार के लिये प्रशस्ति प्रमाण पत्र’ (Certificate of Appreciation for Maximum Improvement) और ‘थीम आधारित पुरस्कार’ (Theme Based Awards) शामिल हैं।
संयंत्रों के प्रदर्शन का आकलन
- इन संयंत्रों के प्रदर्शन का आकलन जजों के एक पैनल द्वारा किया जाता है। जाने-माने तकनीकीविदों, प्रबंधन विशेषज्ञों, व्यापार यूनियन लीडरों, अर्थशास्त्रियों और लोहे एवं इस्पात के उपभोक्ताओं में से इस पैनल के सदस्यों का चयन किया जाता है।
निटविर सेक्टर (Knitwear Sector) विकसित करने की योजना
Scheme for developing Knitwear Sector
हाल ही में केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय ने पावरटेक्स इंडिया (PowerTex India) के तहत बुनाई तथा बुने हुए कपड़ों के क्षेत्र के विकास के लिये एक व्यापक योजना की शुरुआत की है।
- मंत्रालय ने पावरटेक्स इंडिया स्कीम एवं निटवियर स्कीम के संयुक्त स्टैंडिंग फाइनेंस कंपोनेंट (Standing Finance Component- SFC) को 487.07 करोड़ रुपए व्यय की मंज़ूरी प्रदान की है। 2018-19 और 2019-20 की अवधि के लिये 47.72 करोड़ रुपए बुने हुए कपड़ों के लिये निर्धारित किये गये हैं।
- योजना के मुख्य घटक इस प्रकार हैं:
♦ बुनाई और बुने हुए कपड़े के क्षेत्र में उद्योगों और संघों द्वारा सार्वजनिक निजी भागीदारी (Public Private Partnership-PPP) मॉडल पर नए सेवा केंद्रों का निर्माण।
♦ बुनाई और बुने हुए कपड़े के क्षेत्र में मौजूदा पावर लूम सर्विस सेंटर (power loom service Centers) और वस्त्र 0अनुसंधान संघों (Textile Research Associations) और एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल्स (Export Promotion Councils-EPCs) एसोसिएशन द्वारा संचालित आधुनिकीकरण और उन्नयन।
♦ बुनाई और बुने हुए कपड़ा इकाइयों के लिये सुविधा, सूचना प्रौद्योगिकी, जागरूकता, अध्ययन, सर्वेक्षण, बाज़ार विकास और प्रचार।
पावरटेक्स इंडिया
- कपड़ा मंत्रालय ने पावरटेक्स इंडिया की शुरुआत 2017 में की थी।
- यह देश के पावरलूम क्षेत्र के विकास पर केंद्रित तीन साल की समावेशी योजना है।
- यह योजना पावर लूम टेक्सटाइल्स में ब्रांडिंग, सब्सिडी, नए बाजार, नए अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देकर पावरलूम श्रमिकों के लिये कल्याणकारी योजनाओं को समाहित करती है।