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डेली न्यूज़

  • 06 Apr, 2019
  • 12 min read
जैव विविधता और पर्यावरण

केरल में मकड़ी की नई प्रजाति पाई गई

संदर्भ

हाल ही में कोच्चि के सेक्रेड हार्ट कॉलेज के जंतु वैज्ञानिकों द्वारा एर्नाकुलम के इलिथोडु जंगलों में पहली बार कूदने वाली मकड़ियों के एक समूह को देखा गया है।

प्रमुख बिंदु

  • मकड़ी की यह प्रजाति मुख्यतः यूरेशिया और अफ्रीका में पाई जाती है और ‘हैब्रोसेस्टेम जीनस’ (Habrocestum) से जुड़ी एक नई प्रजाति है।
  • टीम को अलग-अलग दिखने वाली कई मकड़ियाँ मिली जिनमें से छह सफेद और क्रीमी-पीले पैच के साथ लाल-भूरे रंग एवं काले रंग की थी।
  • अध्ययन में यूरोपीय हैब्रोस्टेम मकड़ियों के साथ तुलना करने पर पता चला है कि इलिथोडु में पाई गई मकड़ियाँ पूरी तरह से एक नई प्रजाति है क्योंकि उनके पास अलग-अलग प्रजनन अंग हैं।
  • मकड़ियों के पहले दोनों पैरों के नीचे एक लंबी रीढ़ होती है और इसलिये इसका वैज्ञानिक नाम ‘हैब्रोसेस्टेम लॉन्गिस्पिनम’ (Habrocestum longispinum ) रखा गया है।

Habrocestum longispinum

  • वैज्ञानिकों ने कहा है कि अनियमित पर्यटन गतिविधियों और जलवायु परिवर्तन से इन छोटे जीवों के अस्तित्व को खतरा हो सकता है।
  • अध्ययन में पाया गया कि ये मकड़ियाँ यूरेशिया अफ्रीका के अलावा भारत में भी पाई जाती है।
  • इस खोज से महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत को भी समर्थन मिलता है, जो बताता है कि दुनिया के महाद्वीप एक बड़े सन्निहित भूभाग थे जहाँ ये जीव कई लाखों साल पहले पनपे थे।

स्रोत: द हिंदू


विविध

90 प्रजातियों को मारने वाले घातक कवक के संबंध में चेतावनी

चर्चा में क्यों?

चिली में आयोजित वर्ल्ड आर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ एक्वेटिक कॉन्फ्रेंस (World Organization for Animal Health Aquatic Conference) में एक अमेरिकी जीव विज्ञानी ने चेतावनी दी है कि उभयचरों को प्रभावित करने वाली एक घातक बीमारी वैश्विक महामारी के रूप में सामने आई है जो पहले ही 90 प्रजातियों का सफाया कर चुकी है।

प्रमुख बिंदु

  • Chytridiomycosis नामक यह रोग Batrachochytrium dendrobatidis नामक एक कवक के कारण होता है जो मेंढकों, उभयचर मेढ़कों (Toads) तथा अन्य उभयचरों की त्वचा पर हमला करता है।
  • ये जीव साँस लेने के लिये त्वचा का उपयोग करते हैं तथा अपने शरीर के जल स्तर को नियंत्रित करते हैं, इस रोग की वज़ह से होने वाली क्षति अंतत: हृदयाघात और मृत्यु का कारण बनती है।
  • वैज्ञानिकों द्वारा वर्णित यह पहला वैश्विक जंगली रोग’ (The first global wild disease) अभी तक 60 से अधिक देशों में फ़ैल चुका है और एक बड़ी समस्या के रूप में उभरा है।
  • इस अत्यधिक संक्रामक बीमारी के कारण पिछले पाँच वर्षों में पहले ही लगभग 90 प्रजातियाँ गायब हो चुकी हैं और 500 से अधिक प्रजातियाँ प्रभावित हैं।
  • कवक का तेज़ी से वैश्विक प्रसार का कारण पशु व्यापार नियमों और हवाई अड्डे की निगरानी में कमी के साथ-साथ बिना परीक्षण के वन्यजीवों का आयात करने की अनुमति देना है।
  • वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समस्या को हल करने के लिये विनियमन (Regulation) पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। हालाँकि वैश्वीकरण लोगों के लिये एक बेहतर स्थिति है लेकिन इसका जानवरों पर बुरा प्रभाव भी दिखाई देता है।
  • वर्तमान में यह बीमारी एशिया के साथ व्यापार करने वाले लैटिन अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में व्यापक रूप से फैल रही है जहाँ इस कवक (fungus) की उत्पत्ति तथा प्रसार हुआ।
  • वैज्ञानिकों का यह भी मानना ​​है कि फंगस के आनुवंशिक उत्परिवर्तन (Genetic Mutation) ने इसे और खतरनाक बना दिया होगा।
  • जलीय पर्यावरणीय गुणवत्ता को बनाए रखने में उभयचर प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

स्रोत : द हिंदू बिज़नेस लाइन एवं phys.org


विविध

Rapid Fire करेंट अफेयर्स (06 April)

  • 4 अप्रैल को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस (International Day for Mine Awareness) का आयोजन किया गया। 8 दिसंबर 2005 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल इस दिन यह दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य खदान सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसका उद्देश्य उन देशों में राष्ट्रीय खदान-कार्य क्षमता स्थापित करना और विकसित करने में सहायता करना है, जहाँ खदानों और विस्फोटक युद्ध अवशेष सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा पैदा करते हैं। इसके लिये संयुक्त राष्ट्र और संबंधित संगठनों के साथ मिलकर सहायता की जाती है। राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य और लोगों के जीवन में सामाजिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा दिया जाता है। संयुक्त राष्ट्र की खान कार्रवाई सेवा (UNMAS) पिछले लगभग 20 वर्षों से प्रभावित लोगों की समस्याओं को सुलझाने और आम नागरिकों को विस्फोटक से पैदा हुए खतरों का समाधान करने का प्रयास कर रही है। इस वर्ष इस दिवस की थीम United Nations Promotes SDGs – Safe Ground-Safe Home रखी गई है।
  • सरकारी दूरसंचार कंपनी BSNL को हवा और पानी में भी इंटरनेट सेवा देने का लाइसेंस मिल गया है। BSNL अपने विदेशी सहयोगी इनमारसैट के ज़रिये लोगों को यह सुविधा उपलब्ध कराएगी। BSNL के इंटरनेट का प्रयोग वे सभी एयरलाइंस कर सकेंगी, जो भारत में परिचालन करती हैं या फिर भारतीय हवाई सीमा से उड़ते हुए विदेश जाती हैं। इन्हें BSNL की Ku बैंड, स्विफ्ट ब्रॉडबैंड और फ्लीट ब्रॉडबैंड सेवा लेनी होगी। यह सुविधा भारतीय समुद्री सीमा में परिचालन कर रहे पानी के जहाज़ों को भी मिलेगी। इस वर्ष के अंत तक इसकी शुरुआत होने की संभावना है।
  • उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में महर्षि बादरायण व्यास सम्मान प्रदान किये। आपको बता दें कि हर वर्ष संस्कृत, फारसी, अरबी, पाली एवं प्राकृत, शास्त्रीय ओड़िया, शास्त्रीय कन्नड़, शास्त्रीय तेलुगू और शास्त्रीय मलयालम भाषा के विद्वानों को महर्षि बादरायण व्यास सम्मान प्रदान किया जाता है। 2002 में इस पुरस्कार की शुरुआत हुई और यह 30 से 45 वर्ष के आयु वर्ग में चयनित युवा विद्वानों को दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत एक सम्मान पत्र, एक स्मृति चिह्न और एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है। बादरायण एक भारतीय दार्शनिक थे, जिनके बारे में लगभग कोई भी व्यक्तिगत विवरण विश्वसनीय रूप से ज्ञात नहीं है।
  • ओलंपिक रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु और जेवेलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को ईएसपीएन इंडिया मल्टी-स्पोर्ट्स अवॉर्ड में 2018 के लिये साल का सर्वश्रेष्ठ महिला और पुरुष खिलाड़ी चुना गया। पी.वी. सिंधु को इस पुरस्कार के लिये पिछले साल चीन में खेले गए BWF वर्ल्ड टूर फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने के लिये चुना गया। नीरज चोपड़ा ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा पिछले साल 88.06 मीटर भाला फेंककर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम किया था। लंदन ओलंपिक-2012 में कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल को ‘साल की वापसी करने वाले खिलाड़ी’ के पुरस्कार के लिये चुना गया। भारतीय निशानेबाज़ी टीम के कोच जसपाल राणा को ‘साल का सर्वश्रेष्ठ कोच’ पुरस्कार के लिये चुना गया। राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार गोल्ड जीतने वाली भारतीय महिला टेनिस टीम को ‘साल की सर्वश्रेष्ठ टीम’ के पुरस्कार के लिये चुना गया।
  • भारत के थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को अमेरिकी सेना के कमांड एंड जनरल स्टाफ ने सम्मानित किया है। उन्हें फोर्ट लीवेनवर्थ कॉलेज के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। अमेरिका के साथ सैन्य तथा रक्षा सहयोग को और मज़बूती देने के लिये जनरल बिपिन रावत हाल ही में अमेरिका के दौरे पर गए थे।
  • किर्लोस्कर सिस्टम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विक्रम किर्लोस्कर ने देश के प्रमुख उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने संगठन के अध्यक्ष एवं भारती इंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष राकेश भारती मित्तल का स्थान लिया है। इसके साथ ही कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक उदय कोटक नामित-अध्यक्ष मनोनीत किये गए हैं।
  • डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के अधिकारी डेविड मालपास को विश्व बैंक का 13वाँ अध्यक्ष चुना गया है। विश्व बैंक के कार्यकारी बोर्ड ने आम सहमति से उनका अध्यक्ष के रूप में चयन किया। फिलहाल वह अमेरिकी वित्त विभाग में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के उपमंत्री है। उनका कार्यकाल 5 साल के लिये होगा। गौरतलब है कि विश्व बैंक के अब तक चुने गए सभी 13 अध्यक्ष अमेरिकी हैं। विश्व बैंक का अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक तथा अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ के निदेशक मंडल का भी अध्यक्ष होता है।
  • लॉरी लाइटफुट अमेरिका के शिकागो शहर की पहली ट्रांसजेंडर मेयर चुन ली गई हैं। पेशे से वकील लॉरी ने डेमोक्रेट पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी टोनी प्रेक्विंकल को सभी 50 वार्डों में हराया। वह शिकागो की 56वीं मेयर के रूप में शपथ लेंगी। लॉरी काफी समय से LGBTQ समुदाय के अधिकारों के लिये लड़ती रही हैं। वह शिकागो की मेयर बनने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला भी हैं। उनसे पहले 1837 से अब तक केवल एक महिला और एक अश्वेत को ही शिकागो का मेयर बनने का मौका मिला है। 

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