डॉ. कलाम की तीन पुस्तकें, जो आपको अवश्य पढ़नी चाहिये
- 15 Oct, 2022
सभ्यता का विस्तार, राष्ट्र का विकास और सामाजिक परिवर्तन के सभी बदलावों के पीछे पुस्तकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। बारबरा डब्ल्यू तचमेन के अनुसार ‘किताबें सभ्यता की वाहक हैं, किताबों के बिना इतिहास मौन है, साहित्य गूंगा है, विज्ञान अपंग है, विचार और विमर्श स्थिर हैं, ये परिवर्तन के इंजन हैं, विश्व की खिड़कियाँ हैं, समय के समुद्र में विराज़मान प्रकाश-स्तंभ हैं।‘ मानव जीवन को अगर किसी ने प्रभावित किया है, तो वो हैं पुस्तकें। पुस्तकें कुंठित मानसिकता को खोलने के साथ नई सोच विकसित करने का अदम्य साहस प्रदान करती हैं। देश-दुनिया में कई तरह की किताबें, कई भाषाओं में लिखी गई हैं। हर किसी के जीवन में किताबों का अहम योगदान रहा है। आज हम जिन किताबों के बारे में चर्चा करने वाले हैं, वे किताबें जीवन के संघर्ष की परिभाषा बदल देती हैं। कर्मवाद में यकीन रखने वाले, फ़र्श से अर्श तक सफर करने वाले, कोई और नहीं बल्कि हमारे देश के मिसाइलमैन के नाम से मशहूर, आम जनता के पूर्व राष्ट्रपति, डॉ. अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम हैं। इनकी प्रमुख कृतियों में अग्नि की उड़ान, भारत 2020 और इग्नाइटेड माइंड शामिल हैं। प्रमुख रूप से इन तीनों किताबों के बारे में समझने का प्रयास किया जाएगा। आखिर, इन किताबों में ऐसा क्या रहस्य छुपा हुआ है, जिसके कारण हर कोई इन रहस्यों को जानना-समझना चाहता है।
अग्नि की उड़ान :
अग्नि की उड़ान डॉ. कलाम की महज जीवनी भर नहीं है, बल्कि उनके जीवन-संघर्ष की कहानी है। यह राष्ट्र के मिसाइलों के विकास की अमर कहानी है। यह देश के लाखों युवाओं को प्रेरित करने के साथ युवाओं के जीवन से संबंधित कई पहलुओं पर सीख प्रदान करती है। जैसे, खुद को कैसे आत्मकेंद्रित करें, कैसे स्वयं में ऊर्जा का प्रवाह हो, कैसे खुद को जागृत अवस्था रखें, अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें, असफलताओं से सीख लेकर कैसे खुद आगे बढ़ें, आदि। जब हम संघर्ष से गुज़र रहे होते हैं और खुद को स्थापित करने का प्रयास करते हैं, तब हमें कई बाधाओं से गुज़रना पड़ता है। जीवन में कई बार ऐसा समय आता है, जब हम पूरी तरह से टूट जाते हैं और खुद को खोया हुआ पाते हैं, वर्तमान और भविष्य में उलझ जाते हैं। इस किताब में भविष्य की उलझनों के बारे में साफ शब्दों में सजीव चित्रण मिलता है कि हमें भविष्य को लेकर कभी चिंता नहीं करना चाहिये। इसके बजाय ज़्यादा महत्वपूर्ण बात तो यह है कि जिन कार्यों को करने के लिये हमने जो क्षेत्र चुने हैं, उस दिशा में हमें पूरी मेहनत, उत्साह और धैर्य के साथ कार्य करना चाहिये। हमसे जीवन में कई छोटी-बड़ी गलतियाँ जाने-अंजाने में हो जाती हैं, जिनका हमें अफ़सोस भी होता है। इन गलतियों से कुछ सीख ज़रूर मिलती है, जैसा कि डॉ.कलाम कहते हैं कि गलतियाँ सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है। जिस प्रकार गलतियों से हमें सीख मिलती है, वैसे ही हमारा निर्माण असफलताओं से भी होता है। डॉ. कलाम कहते हैं कि आदमी के जीवन में मुश्किलें आना ज़रूरी हैं, क्योंकि वे न सिर्फ उसकी प्रगति के लिये अपितु उसके स्वास्थ्य के लिये भी ज़रूरी है। डॉ. कलाम जीवन दर्शन के बारे में लिखते हैं कि मनुष्य को संकल्पवान होना चाहिये। इस क्रम में उन्होंने स्वयं के चार संकल्प बताये हैं, जिसमें- मैं सबसे अच्छा हूँ, मैं यह कर सकता हूँ, मैं चैंपियन था और हूँ, आज का दिन मेरा है- शामिल है। आज जो लोग अपने प्रथम प्रयास में विफल हो जाते हैं, वो लोग हीन भावना का शिकार हो जाते हैं। डॉ. कलाम के अनुसार ‘फ़ेल’ (FAIL) का पूर्ण रूप ‘फर्स्ट अटेम्प्ट इन लर्निंग’ (First Attempt in Learning) है। ठोस उपलब्धियाँ हासिल करने के लिये ज़्यादा समर्पित होना पड़ता है। जीवन के कठिन समय में कुछ विचलित करने वाले विचार हमारे मन में बड़ी तीव्रता से जन्म लेते हैं, जिनके कारण हम उन विचारों के उत्तर की इच्छा लिये इधर-उधर भटकते रहते हैं। अपने सभी प्रश्नों का उत्तर अग्नि की उड़ान पुस्तक में उपलब्ध हैं।
इग्नाइटेड माइंड:
इग्नाइटेड माइंड देश के युवाओं पर केंद्रित पुस्तक है, जिसमें डॉ. कलाम के साझा संवाद के अंश निहित है। इस पुस्तक में उन्होंने जीवन दर्शन के साथ युवा वर्ग को राष्ट्र के प्रति निष्ठावान बनाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी हेतु अभिप्रेरित करने के साथ, उन्हें ऊर्जा से भर देने वाले विचार और शिक्षा में नई सोच विकसित करने के लिये संवाद स्थापित करने पर बल दिया गया है। युवा राष्ट्र की शक्ति होते हैं। इस पुस्तक में युवाओं को स्वस्थ और संतुलित विचार विमर्श करने और ज्ञान की दुनिया में विचरण करने की सीख दी गई है। डॉ. कलाम की आत्मा सदैव युवाओं में निवास करती है। युवाओं को नैतिक शिक्षा के साथ सामाजिक, वैज्ञानिक, देशभक्ति और उनके व्यवहार में परिवर्तन लाने का सार्थक प्रयास इग्नाइटेड माइंड में दिखाई देता है। इस पुस्तक में डॉ. कलाम ने आध्यात्मिक शिक्षा पर भी बल दिया हैं। विचारों के महत्व को समझते हुए ‘इग्नाइटेड माइंड’ दुनिया के प्रमुख महान हस्तियों- गांधी, सम्राट अशोक, ख़लील ज़िब्रान और अब्राहम लिंकन के बीच प्रेरक संवाद का संगम प्रतीत होता है। हर किसी को ये किताब अपनी ओर आकर्षित करती है। इस किताब में लिखित हर एक शब्द मानव चेतना में प्रवेश करती है। आत्म-साक्षात्कार के महत्त्व की पुष्टि करती है। डॉ. कलाम बताते हैं कि कैसे हमें अपने जीवन की कठिन परिस्थितियों में अपनी आंतरिक ऊर्जा से मार्गदर्शन लेना चाहिये। शिक्षा के महत्त्व को स्पष्ट करते हुए डॉ. कलाम कहते हैं कि शिक्षा ही राष्ट्र की बुनियाद है। किसी राष्ट्र की पहचान वहाँ के शिक्षक और युवा होते हैं। इग्नाइटेड माइंड जैसी पुस्तक व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करती है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद सोचने का नज़रिया बदल जाता है।
भारत 2020:
‘भारत 2020’ पुस्तक देश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति पर लक्ष्य निर्धारित करने की प्रेरणा देती है। कोई भी कार्य करने के लिये एक योजना होनी चाहिये। बिना योजना के कार्य अपूर्ण और असफल हो जाते हैं। डॉ. कलाम ने 2020 तक, देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में पहुँचाने का लक्ष्य निर्धारित किया था और राष्ट्र को एक महाशक्ति के रूप में देखते थे। भारत की आधी से ज़्यादा आबादी युवा है और जिस देश में युवा ऊर्जावान और कार्य के प्रति सजग हों, वहाँ डॉ. कलाम का यह सपना वाकई में सच होता दिख रहा हैं। भारत में ग़रीबी और अमीरी का आँकड़ा समान नहीं है, लेकिन प्रतिभा सभी पर भारी पड़ रही है। भारत आज जिस तेज गति से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, वह कहीं-न-कहीं डॉ. कलाम के मिशन भारत 2020 का ही नतीज़ा है। वर्तमान भारत की युवा शक्ति के समक्ष विकास के बहुआयामी क्षेत्रों- सूचना, तकनीकी, शिक्षा, विज्ञान, कृषि, उद्योग आदि- के विशाल अवसर उपलब्ध हैं। डॉ. कलाम के अनुसार राष्ट्र की मूल शक्तियाँ प्रौद्योगिकी में निहित है। आधुनिक सभ्यता के विकास में तकनीकी का बहुत बड़ा योगदान है। डॉ. कलाम ने इस पुस्तक में समग्र अर्थव्यवस्था और सामरिक हितों की बातों पर बल दिया है। 2020 तक भारत के विकसित राष्ट्र बन जाने के बाद हमें अपनी सफलता से संतुष्ट नहीं होना है। हमें अपने सपनों के साथ समय के महत्त्व को भी समझना चाहिये। ‘भारत 2020’ पुस्तक में देश-दुनिया के कई देशों से, बेहतरीन तरीके से कई चीज़े सीखने को मिलती है। इस पुस्तक में ऐतिहासिक जानकारी के साथ कई प्रबुद्ध व्यक्ति के विचारों के अंश भी देखने को मिलते हैं। भारत 2020 पुस्तक हमारे राष्ट्र की सोच को सकारात्मक दिशा प्रदान करती है और साथ ही नया मार्ग भी प्रशस्त करती हैं।
डॉ. कलाम के महत्वपूर्ण कथन:
ज्ञान के पीछे भागो –
कलाम का मानना था कि ज्ञान ही सफलता का आधार है, जीवन में भाग्य जैसा कुछ नहीं होता है। सबकुछ कठिन परिश्रम से ही मिलता है। व्यक्ति को सफलता के पीछे नहीं, बल्कि ज्ञान के पीछे भागना चाहिये। ज्ञान मिलने से सफलता भी मिल जाती है।
बड़े सपने देखो –
व्यक्ति को आगे बढ़ाने में उसके सपने बहुत ज़्यादा मददगार होते हैं। कई वैज्ञानिकों ने सोचा कि ऐसा क्यों होता है, तभी वह विशिष्ट आविष्कार कर सकें। बड़े-बड़े सपने देखो, छोटा सपना देखना अपराध है। एडिसन हो या न्यूटन, आइंस्टीन हो या राईट ब्रदर, सभी ने बड़े सपने देखे हैं।
अपना काम करते रहो –
परिस्थितियाँ कैसी भी हो, अपने काम के प्रति ईमानदार रहकर उसे समर्पित भाव से करते रहना चाहिये। लोग क्या कहेंगे, क्या सोचेंगे, ये भावना कभी नहीं लानी चाहिये।
नई सोच विकसित करो –
सदैव अलग ढंग से सोचने का प्रयास करो। कुछ नया करने का साहस करो। असंभव को खोजने का साहस करो और हमेशा जीतो।
निष्कर्ष :
किताबें हमें जीवन जीने की कलाओं से परिचय कराती हैं, साथ ही हमारे स्वभाव को बदल देती हैं। इस बात का अनुभव स्वयं डॉ. कलाम कर चुके थे। आज अचानक से युवाओं में ऐसी प्रवृत्तियाँ जन्म ले रही हैं, जिसके कारण वे एक दूसरे को समझने का प्रयास ही नहीं करते हैं। ऐसे समय में हमें डॉ. कलाम के विचारों से सीख लेनी चाहिये। जो दूसरों को समझता है, वही सीखता है। लेकिन बुद्धिमान वह है, जो ख़ुद को जान लेता है। बुद्धि के बिना सीखा गया ज्ञान किसी काम का नहीं होता है। इन किताबों के माध्यम से अपने कार्यों के प्रति ईमानदार और निष्ठावान होने के साथ शिक्षा से व्यक्ति के संपूर्ण विकास को समझा जा सकता हैं। बुद्ध और गांधी को अपना आदर्श मानने वाले डॉ. कलाम भारत को मिसाइल शक्तियों से युक्त करने के बाद विश्व शांति को लेकर चिंता ज़ाहिर करते हैं। उपर्युक्त तीनों किताबों को पढ़ने के बाद मनुष्य जीवन में बदलाव अवश्य आएगा।