17 Dec 2021 | सामान्य अध्ययन पेपर 3 | आपदा प्रबंधन
दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना को परिभाषित कीजिये ।
- आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना प्रणाली निर्माण में CDRI की भूमिका पर प्रकाश डालिये।
- CDRI के मार्गदर्शक सिद्धांतों के साथ निष्कर्ष लिखिये।
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सतत् विकास की आधारशिला नई अवसंरचना में निवेश होगा। बुनियादी ढाँचे का एक बड़ा हिस्सा अनिवार्य रूप से बाढ़, भूकंप, तूफान, सुनामी आदि सहित प्राकृतिक खतरों के लिये सुभेद्य होगा। इसके साथ ही एक जोखिम यह भी है कि नई अवसरंचना खुद नए आपदा जोखिमों को उत्पन्न करे। आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना का उद्देश्य जोखिम मूल्यांकन, आपदा प्रतिरोधी तकनीकें और अवसंरचनात्मक वित्तीयन के एकीकृत जोखिम में कमी करने की प्रक्रियाओं पर नए ज्ञान को बढ़ाना है। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी नई अवसंरचनाएँ न केवल स्वयं आपदा प्रतिरोधी हैं बल्कि उनसे नई आपदाएँ भी उत्पन्न नहीं होतीं।
- आपदा प्रतिरोधी संरचना के लिये गठबंधन राष्ट्रीय सरकारों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और कार्यक्रमों, बहुपक्षीय विकास बैंकों, वित्तपोषण तंत्र, निजी क्षेत्र और ज्ञान संस्थानों की साझेदारी है जो जलवायु और आपदा जोखिमों के लिये नए और मौजूदा बुनियादी ढाँचे की प्रणालियों में लचीलेपन को बढ़ावा देगा तथा जिससे सतत् विकास सुनिश्चित होगा।
- CDRI चरम जलवायु घटनाओं सहित आपदा से अवसंरचना के नुकसान में एक औसत दर्जे की कमी की कल्पना करता है। CDRI इस प्रकार आपदा जोखिम में कमी हेतु सेंदाई ढाँचे तथा पेरिस समझौते पर साझा काम करते हुए आधारभूत सेवाओं तक वैश्विक विस्तार के उद्देश्य की प्राप्ति को सक्षम बनाने तथा सतत् विकास लक्ष्यों में निहित समृद्धि को सक्षम बनाने को लक्षित करता है।
- CDRI सदस्य देशों को तकनीकी सहायता और क्षमता विकास, अनुसंधान और ज्ञान प्रबंधन एवं पक्ष-समर्थन तथा आपदारोधी अवसंरचना प्रणाली में निवेश को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने का कार्य करेगा।
- CDRI पारिस्थितिक बुनियादी ढाँचे में लचीलेपन, स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर विशेष ज़ोर देने के साथ सामाजिक अवसंरचना तथा जल ऊर्जा एवं दूरसंचार तथा परिवहन पर विशेष ध्यान देते हुए आर्थिक अवसंरचना के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- 2-3 वर्षों के भीतर यह गठबंधन सदस्य देशों में महत्त्वपूर्ण बदलावों, जैसे- नीतियों का ढाँचा, भविष्य के बुनियादी ढाँचे में निवेश तथा विभिन्न क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु संबंधी घटनाओं से होने वाले आर्थिक नुकसान में भारी कमी को प्राप्त करने का लक्ष्य रखता है।
CDRI संयुक्त राष्ट्र एजेंडा, 2030 के सिद्धांत को बनाए रखेगा जिसमें कोई भी, किसी स्थान और किसी पारिस्थितिकी को पीछे नहीं छोड़ते हुए सबसे संवेदनशील क्षेत्रों और आबादी पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें राष्ट्रीय और स्थानीय प्रयासों को पहचानने वाली समावेशी और विचारशील प्रक्रियाओं को सक्षम बनाना है। CDRI ज्ञान और विशेषज्ञता के समाशोधन केंद्र के रूप में भी कार्य करता है और देश-विशिष्ट और वैश्विक गतिविधियों का समायोजन है।