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  • 29 Nov 2021 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    व्यक्तिगत नैतिकता और व्यावसायिक नैतिकता के बीच अंतर स्पष्ट कीजिये। उदाहरण भी बताइये।

    उत्तर

    नैतिकता एक दार्शनिक अवधारणा है जिसमें सही और गलत अवधारणाओं को व्यवस्थित करना, उनका बचाव करना और अनुशंसा करना शामिल है। नैतिकता अच्छे-बुरे, सही-गलत, गुण-अवगुण और अन्याय की चिंताओं से संबंधित है।

    व्यक्तिगत और व्यावसायिक नैतिकता के बीच अंतर इस प्रकार है:

    व्यक्तिगत नैतिकता व्यावसायिक नैतिकता
    व्यक्तिगत नैतिकता आचार संहिता को संदर्भित करती है जिसे एक व्यक्ति दैनिक जीवन में नैतिक और नीति सम्मत (morally and ethically) उचित मानता है। व्यावसायिक नैतिकता से तात्पर्य कठोर आचार संहिता और दिशा-निर्देशों से है जो औद्योगिक कार्य संस्कृति के भीतर कर्मचारियों पर लगाए जाते हैं।
    इसे बचपन से ही परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों से सीखा जाता है। इसे तब सीखा जाता है जब कोई कॉर्पोरेट जगत का हिस्सा बन जाता है।
    यह व्यक्ति के गहरे सिद्धांतों से संबंधित है और आप उनका कितना धार्मिक रूप से पालन करते हैं, यह निर्धारित करता है कि आप किस तरह के व्यक्ति हैं। आप कंपनी के प्रोटोकॉल का कितनी अच्छी तरह पालन करते हैं, यह बात मायने रखती है।
    एक व्यक्ति के पास अपनी व्यक्तिगत नैतिकता को परिवर्तित करने का विकल्प होता है। एक व्यक्ति के पास अपनी पेशेवर नैतिकता को बदलने का विकल्प नहीं होता है।
    इसकी जवाबदेही अकेले व्यक्ति पर होती है। जवाबदेही केवल व्यक्ति पर ही नहीं बल्कि संगठन पर भी होती है।
    इसका पालन न करने से मानसिक असामंजस्य और व्यक्तिगत दुविधा उत्पन्न होती है। ऐसे नियमों का पालन न करने से आपकी प्रतिष्ठा को खतरा हो सकता है, क्योंकि आपके व्यवहार को तुरंत गैर-पेशेवर के रूप में रिपोर्ट किया जाएगा।
    उदाहरण: पारदर्शिता, ईमानदारी, मित्रता, दूसरों के प्रति सम्मान, वफादारी, निष्पक्षता, अखंडता। उदाहरण: कानून का पालन करना, उद्योग मानक, श्रमिक व्यवहार, गोपनीयता, श्रमिक सुरक्षा।

    व्यक्तिगत और व्यावसायिक नैतिकता के बीच संघर्ष के उदाहरण:

    • एक पुलिस अधिकारी की व्यक्तिगत नैतिकता कानून को गलत मान सकती है। हालाँकि आचरण नियमों (व्यावसायिक नैतिकता) के तहत उसे कानून का पालन करना और उसे लागू करना आवश्यक है अन्यथा जब तक ऐसा करने का उचित और पर्याप्त कारण न हो।
    • एक डॉक्टर व्यक्तिगत रूप से यह नहीं मान सकता है कि रोगी द्वारा चुना गया चिकित्सा उपचार सही है। हालाँकि मेडिकल एसोसिएशन की आचार संहिता के तहत उसे रोगी के अधिकारों, स्वायत्तता और पसंद की स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिये।

    निष्कर्ष:

    व्यक्तिगत नैतिकता को एक व्यक्ति के विवेक के रूप में देखते हुए व्यक्तिगत और व्यावसायिक नैतिकता के बीच अंतर किया जा सकता है, जबकि व्यावसायिक नैतिकता को एक निर्धारित आचार संहिता के रूप में देखा जाता है जिसका कार्यस्थल पर पालन किया जाना चाहिये।

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