लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

Be Mains Ready

  • 30 Nov 2021 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    प्रश्न. ‘‘अभिवृत्ति एक छोटी-सी चीज़ है जो एक बड़ा अंतर बनाती है।’’ उन कारकों की चर्चा करें जो किसी व्यक्ति के जीवन में अभिवृत्ति के निर्माण में योगदान करते हैं। (150 शब्द)

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • ‘अभिवृत्ति’ का अर्थ स्पष्ट करते हुए उत्तर आरंभ कीजिये।
    • किसी व्यक्ति में अभिवृत्ति के निर्माण मे सहायक कारकों की चर्चा करते हुए उन्हें सोदाहरण स्पष्ट कीजिये।
    • जीवन में सही अभिवृत्ति के विकास की आवश्यकता को बताते हुए उत्तर समाप्त कीजिये।

    अभिवृत्ति का सामान्य अर्थ किसी मनोवैज्ञानिक विषय (अर्थात् व्यक्ति, वस्तु, समूह, विचार, स्थिति या कुछ और जिसके बारे में भाव आ सके) के प्रति सकारात्मक या नकारात्मक भाव की उपस्थिति है। उदाहरण के लिये वर्तमान भारत में पश्चिमी संस्कृति और ज्ञान के प्रति सकारात्मक अभिवृत्ति है, जबकि पारंपरिक तथा रूढ़िवादी मान्यताओं के प्रति आमतौर पर नकारात्मक अभिवृत्ति दिखाई पड़ती है।

    किसी व्यक्ति मे अभिवृत्ति के विकास मे विभिन्न कारकों का योगदान होता है। उनमे से कुछ कारक निम्नलिखित हैं-

    • संस्कृति: संस्कृति, जिसमे धर्म, परंपरा, रीति-रिवाज, पुरस्कार और प्रतिबंध शामिल हैं, किसी व्यक्ति पर व्यापक प्रभाव डालती है। समाजीकरण की प्रक्रिया द्वारा संस्कृति व्यक्ति में अभिवृत्ति को आकार देती है। संस्कृति व्यक्ति को उन व्यक्तिगत मान्यताओं, दृष्टिकोणों और व्यवहार को सिखाती है जो किसी के जीवन और समाज में स्वीकार्य हैं। उदाहरण के लिये भारत में गोमांस का सेवन आमतौर पर वर्जित माना जाता है, लेकिन पश्चिमी देशों में इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है।
    • परिवार: किसी व्यक्ति के जीवन मे परिवार सबसे महत्त्वपूर्ण और नज़दीकी सामाजिक समूह होता है। अभिवृत्ति विकास के लिये यह नर्सरी का कार्य करता है। माता-पिता इस परिवार प्रणाली मे सबसे प्रभावी होते है जो बच्चे की अभिवृत्ति को आकार देते है। विस्तारित परिवार विशेष रूप से सहोदर, अभिवृत्ति निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
    • सामाजिक समूह: परिवार के अतिरिक्त अन्य सामाजिक समूह भी अभिवृत्ति के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसमें दोस्त, सहकर्मी, आदि शामिल है। उदाहरण के रूप मे भारत में यदि मतदान पर विचार किया जाए तो ऐसे लोग भी हैं जो उम्मीदवार के भाषणों एवं डिबेट को नहीं सुनते, समाचार पत्र नहीं पढ़ते हैं और दोस्तों, परिवार आदि की बातों से प्रभावित होकर किसी भी उम्मीदवार को वोट दे देते हैं। इस प्रकार परिवार, दोस्त और ऐसे अन्य सामाजिक समूह निश्चित रूप से एक उम्मीदवार की पसंद को प्रभावित करते हैं।
    • संस्थान: एक व्यक्ति कभी अकेला नहीं होता है वह अपने जन्म से लेकर मृत्यु तक किसी-न-किसी व्यक्ति अथवा संस्था के प्रभाव मे अवश्य ही रहता है। उदाहरण के लिये, स्कूल और कॉलेज जैसे शैक्षणिक संस्थान जो ज्ञान के भंडार के रूप में कार्य करते हैं, किसी व्यक्ति में विश्वास, मूल्यों को आकार देकर उसमे अभिवृत्ति का निर्माण करते है।
    • परिचित: व्यक्ति को आमतौर पर अज्ञात का डर होता है, इसलिये कुछ भी परिचित उसे शांति का अनुभव कराता है। परिचित व्यक्ति में सकारात्मक दृष्टिकोण को जन्म देता है।

    जीवन में सही अभिवृत्ति का विकास करना पेशेवर जीवन में उत्कृष्टता लाने और किसी के व्यक्तित्व के अधिकतम विकास के लिये अपरिहार्य अवयवों में से एक है। जैसा कि थॉमस जेफरसन ने कहा- ‘‘अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये आप सही मानसिक दृष्टिकोण के साथ हैं तो आपको कुछ भी नहीं रोक सकता है; पृथ्वी पर कुछ भी गलत मानसिक रवैये वाले आदमी की मदद नहीं कर सकता।’’

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2