ऊपरी पुरापाषाण युग की समाप्ति एवं मध्यपाषाण युग की शुरुआत की अवस्था को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण चरण क्यों माना जाता है? वर्णन कीजिये।
14 Aug 2019 | रिवीज़न टेस्ट्स | इतिहास
प्रश्न विच्छेद • कथन ऊपरी पुरापाषाण युग के अंत एवं मध्यपाषाण युग की शुरुआत की अवस्था को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण चरण मानने से संबंधित है। हल करने का दृष्टिकोण • ऊपरी पुरापाषाण एवं मध्यपाषाण युग को स्पष्ट करते हुए परिचय लिखिये। • ऊपरी पुरापाषाण युग का अंत एवं मध्यपाषाण युग की शुरुआत की अवस्था के महत्त्व के विषय में लिखिये। • उचित निष्कर्ष लिखिये। |
ऊपरी पुरापाषाण का अंत 10000 ई.पू. के आस-पास हिमयुग के अंत के साथ हुआ। प्रस्तरयुगीन संस्कृति में 9000 ई.पू. में मध्यवर्ती अवस्था की शुरुआत हुई जो मध्यपाषाण युग कहलाता है। इसके अंत एवं शुरुआत की अवस्था विभिन्न स्तरों पर महत्त्वपूर्ण परिवर्तनों का कारक सिद्ध हुई। इसने पेड़-पौधों एवं जीव-जन्तुओं को दीर्घकालिक रूप से प्रभावित किया।
ऊपरी पुरापाषाण एवं मध्यपाषाण युग की संक्रमणकालीन अवस्था का महत्त्व निम्नलिखित रूपों में वर्णित है-
निष्कर्षत: इस अवस्था में होने वाले जलवायवीय परिवर्तनों ने वनस्पतियों के साथ-साथ जीव-जन्तुओं को भी गंभीरतापूर्वक प्रभावित किया। इस अवस्था के पश्चात् यानी कि 9000 ई.पू. से जलवायु में कोई बड़ा परिवर्तन घटित नहीं हुआ है।