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14 Aug 2019
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
सोशल मीडिया के आगमन का भारतीय समाज पर पड़ने वाले प्रभाव का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण
• परिचय में सोशल मीडिया के बारे में संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
• समाज पर इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों के बारे में बताइए।
• हाल के सोशल मीडिया अभियानों और समाज पर उनके परिणामों का उल्लेख करें।
• सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिये सरकार को जो कदम उठाने चाहिये, उन्हें बताते हुए समाप्त कीजिये।
परिचय
सोशल मीडिया आज हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है तथा अपनी भूमिका निभाते हुए यह समाज और व्यक्तियों पर अत्यधिक प्रभाव डालता है। 21वीं सदी की पीढ़ी के लिये यह जीवन जीने का एक नया तरीका बन गया है।
संरचना/ढाँचा
सोशल मीडिया के समाज पर पड़ने वाले कुछ प्रभाव इस प्रकार हैं:
- सामाजिक लाभ:
- फेसबुक, व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स ने लोगों को डिजिटल तरीके से जुड़ने और समूह बनाने का अवसर दिया है। यह कला, साहित्य, खेल आदि जैसे विविध क्षेत्रों में लोगों को समान हितों से जोड़ने में मदद करता है, जिससे सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा मिलता है।
- लिंक्डइन जैसे प्लेटफॉर्म लोगों को व्यावसायिक संपर्क बनाने का अवसर प्रदान करते हैं और प्रतिभाशाली युवाओं की भर्ती में कंपनियों की सहायता करते हैं।
- प्रशासनिक सुगमता:
- सोशल मीडिया के उपयोग द्वारा नागरिक भागीदारी से जुड़ी कई ई-गवर्नेंस पहल करना संभव हुआ है। उदाहरण के लिये, समुद्र तटों को साफ रखने के लिये केरल की ‘तेरे मेरे बीच में' पहल।
- सोशल मीडिया की पारदर्शी और व्यापक पहुँच के चलते सरकार शिकायतों के त्वरित निवारण के लिये बाध्य हो गई हैं। उदाहरण के लिये, ट्विटर के माध्यम से रेलवे में खाद्य गुणवत्ता, स्वच्छता से संबंधित शिकायतों का तुरंत समाधान किया जाता है।
- आर्थिक लाभ: इसने कंपनियों द्वारा अपने उत्पादों और सेवाओं को ऑनलाइन बेचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग के नए द्वार खोले हैं। इसने टियर-II और टियर-III शहरों के व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं के लिये बेहतर विपणन और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के अवसर पैदा किए हैं।
- राजनीतिक लाभ: यह राजनीतिक दलों द्वारा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में मदद करता है। ऐसे निर्दलीय उम्मीदवार जिनके पास अधिक पैसे और बाहुबल नहीं है, वे सोशल मीडिया के ज़रिये अपना राजनीतिक प्रचार कर सकते हैं।
- अन्य लाभ: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल जागरूकता उत्पन्न करने, आपदा राहत, सामाजिक भलाई के लिये क्राउड फंडिंग आदि करने के लिए किया जा सकता है।
हालांकि, सोशल मीडिया के अनुचित उपयोग से समाज के लिये गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव इस प्रकार हैं:
- झूठी खबरें फैलाना: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल अफवाहें फैलाने, सांप्रदायिक द्वेष फैलाने, मॉब लिंचिंग के लिये उकसाने और यहाँ तक कि इंटरनेट धोखाधड़ी के लिये भी किया जा रहा है।
- निजता में सेंध: विदेशों से संचालित हो रही कंपनियों पर सरकारी नियंत्रण का अभाव है, जो अपने मौद्रिक लाभ के लिए उपयोगकर्त्ताओं का डेटा लीक कर देती हैं।
- जटिल नियमों और शर्तों के साथ फेस एप का हालिया मामला उपयोगकर्त्ता के डेटा में हेरफेर करने का ही एक मामला है। इसी प्रकार फेसबुक का कैम्ब्रिज एनालिटिका मामला इन कंपनियों का विनियमन करने में अपर्याप्तता को दर्शाता है।
- स्वास्थ्य समस्याएँ: विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि वास्तविक दुनिया से संपर्क न रहने की वज़ह से मोटापा, अवसाद, चिंता, आत्महत्या आदि जैसे नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव उत्पन्न होते हैं।
- ट्रोलिंग, साइबर बुलिंग, ऑनलाइन शोषण का सामना करने वाली महिलाएँ सोशल मीडिया की एक विचलित करने वाली वास्तविकता है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया एक दुधारी तलवार जैसा है। इसके अपने कई लाभ हैं, लेकिन यदि इसका दुरुपयोग किया जाए तो सामाजिक ताने-बाने को क्षति पहुँच सकती है। यह न केवल सरकार का कर्त्तव्य है कि वह इसे विनियमित करे, बल्कि इसके किसी भी गैर-कानूनी उपयोग के बारे में नागरिक समाज का भी दायित्व है कि वह अधिक जागरूक और जिज्ञासु बने। अब तो सोशल मीडिया कंपनियाँ भी उपयोगकर्त्ताओं को अधिक जागरूक बनाने के लिये अभियान शुरू करने हेतु आगे आ रही हैं। उदाहरण के लिये, जहाँ व्हाट्सएप ने फर्ज़ी खबरों (फेक न्यूज़) के प्रसार को रोकने के लिये ‘Share Joy Not Rumours’ अभियान लॉन्च किया है, वहीं साइबर बुलिंग, मानसिक प्रताड़ना, आदि जैसे मुद्दों को संबोधित करने के लिये फेसबुक ने #SocialForGood अभियान शुरू किया है।
- सामाजिक लाभ: