छह-दिवसीय युद्ध क्या है और यह क्यों लड़ा गया था? इस युद्ध ने आधुनिक विश्व के इतिहास को किस प्रकार आकार प्रदान किया है? (250 शब्द)
31 Jul 2019 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | इतिहास
हल करने का दृष्टिकोण : • संक्षेप में छह-दिवसीय युद्ध के बारे में बताइए। • युद्ध के कारणों का उल्लेख कीजिये। • बताइए कि इसने किस प्रकार मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक स्थिति और शेष विश्व को प्रभावित किया? |
परिचय
छह-दिवसीय युद्ध जून 1967 में इज़राइल और अरब देशों- मिस्र, सीरिया और जॉर्डन के बीच एक संक्षिप्त लेकिन खूनी संघर्ष था। इस युद्ध के परिणामस्वरूप क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण शक्ति के रूप में इज़राइल का उदय हुआ और अपनी हार से अरब जगत को गंभीर झटका लगा।
स्वरूप/ढाँचा
युद्ध के कुछ अन्य प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
इन सभी घटनाओं के कारण इज़राइल के रक्षा बलों ने ऑपरेशन फोकस के नाम से 5 जून, 1967 को मिस्र पर एक समन्वित हवाई हमला किया। यहीं से भीषण वायु और तोपखाना युद्ध के रूप में छह-दिवसीय युद्ध की शुरुआत हुई।
संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम के परिणामस्वरूप यह युद्ध समाप्त हुआ। हालाँकि इसने मध्य-पूर्व के मानचित्र में महत्त्वपूर्ण रूप से परिवर्तन किया और कई अन्य भू-राजनीतिक तनावों को जन्म दिया।
युद्ध के अन्य परिणाम निम्नलिखित हैं:
वर्ष 1967 से इज़राइल द्वारा छह-दिवसीय युद्ध में जब्त की गई भूमि, अरब-इज़राइल संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों के केंद्र में रही है। भले ही इज़राइल ने वर्ष 1982 में मिस्र को सिनाई प्रायद्वीप वापस लौटा दिया और वर्ष 2005 में गाज़ा से अपनी वापसी सुनिश्चित की, लेकिन गोलन हाइट्स और वेस्ट बैंक की स्थिति अभी भी अरब-इज़राइल शांति वार्ता में एक प्रमुख बाधा बनी हुई है।
निष्कर्ष:
हिंसात्मक संघर्ष का यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के मंच पर कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का केंद्र बिंदु रहा है। इसने आधुनिक विश्व को फिलिस्तीनियों के ऐतिहासिक अधिकारों, सुरक्षा और मानवाधिकारों से संबंधित मुद्दों के संदर्भ में दो वर्गों में विभाजित कर दिया है। जहाँ अरब जगत आमतौर पर फिलीस्तीनियों का समर्थन करता है, वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी जगत ने हमेशा इस क्षेत्र में इज़राइल के दावों का समर्थन किया है। आधुनिक विश्व के इतिहास को आकार प्रदान करने वाला यह भू-राजनीतिक संघर्ष आज भी जारी है।