क्या मोटापे और कुपोषण दोनों की समस्या से ग्रस्त है। कुपोषण के इस दोहरे बोझ को हल करने में भारत द्वारा उठाए गए कदमों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (250 शब्दों)
19 Jul 2019 | सामान्य अध्ययन पेपर 2 | सामाजिक न्याय
हल करने का दृष्टिकोण: कुपोषण के कारण होने वाली मृत्यु की कुछ घटनाओं और मोटापे से संबंधित कुछ आँकड़ों या कल्याणकारी सहायता प्रदान करने के राज्य के संवैधानिक दायित्व का संक्षेप में उल्लेख कीजिये। संक्षेप में दोहरे बोझ से संबंधित समस्या की व्याख्या कीजिये। समस्या के कारण बताइए। समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये। कुछ उपचारात्मक उपाय सुझाइए। संबंधित सरकारी योजनाओं का उल्लेख कीजिये। किसी डेटा या सर्वेक्षण रिपोर्ट का उल्लेख कीजिये। भविष्य की कार्रवाई के लिये आगे की राह बताइए। |
परिचय:
कुपोषण के कारण :
समालोचनात्मक मूल्यांकन :
उपचारात्मक उपाय :
वेल्थ हंगर हिल्फ़ और कंसर्न वर्ल्डवाइड द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2018 में भारत की पोषण स्थिति को "गंभीर" श्रेणी में रखा गया है। विश्व के 119 देशों में से भारत 103 वें स्थान पर है।
आगे की राह :
कुपोषण का यह दोहरा बोझ कुपोषण के सभी रूपों पर एकीकृत कार्रवाई के लिये एक अनूठा और महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। कुपोषण के दोहरे बोझ को दूर करके ही सतत् विकास लक्ष्यों (विशेष रूप से लक्ष्य संख्या 2 और लक्ष्य संख्या 3.4) और पोषण पर रोम घोषणा की प्रतिबद्धताओं को पोषण पर कार्रवाई के लिये संयुक्त राष्ट्र दशक के अंतर्गत प्राप्त किया जा सकता है।