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  • 17 Jul 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था

    शासन से आप क्या समझते हैं? शासन के अनिवार्य सिद्धांत क्या हैं? (250 शब्द)

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण

    • मानक शब्दों में शासन को परिभाषित कीजिये ।

    • शासन के अनिवार्य सिद्धांतों की व्याख्या कीजिये ।

    • संपूर्ण शासन में सुधार हेतु आवश्यक सुझाव देते हुए निष्कर्ष लिखिये ।

    परिचय

    यू.एन.डी.पी. (1997) के अनुसार, "शासन से तात्पर्य, राष्ट्र के मामलों का प्रबंधन करने के लिये राजनीतिक, आर्थिक और प्रशासनिक अधिकारों के प्रयोग से है। इसमें शासन के सभी अच्छे और बुरे तरीके, जिनका समाज में शक्ति के वितरण और सार्वजनिक संसाधनों एवं समस्याओं के प्रबंधन में प्रयोग होता है, सम्मिलित होते हैं।”

    स्वरूप/ढाँचा

    साधारण शब्दों में शासन का संबंध निर्णयन-प्रक्रिया और सामूहिक समस्या की स्थितियों में इसके क्रियान्वयन से है। शासन न केवल नीतियों और कार्यक्रमों के नियमित क्रियान्वयन पर ज़ोर देता है बल्कि संपूर्ण शासन प्रक्रिया को जवाबदेह, लोकतांत्रिक, सहभागी और लोगों की आवश्यकताओं के प्रति अनुक्रियात्मक बनाता है।

    UNESCAP द्वारा सुशासन की आठ प्रमुख विशेषताएँ निर्धारित की गई है:

    Good Governance

    1. जवाबदेहिता: कार्यों और निर्णयों की ज़िम्मेदारी लेना। शासन के अंतर्गत सरकार के सभी अंगों को अपने कार्यों के संबंध में जवाबदेह बनाने पर बल दिया जाता है। एक संगठन या संस्था उन लोगों के प्रति जवाबदेह होती है, जो इसके निर्णयों या कार्यों से प्रभावित होते हैं ।

    2. पारदर्शिता: ऐसे लोगों/संस्थाओं के लिये सूचना को स्वतंत्र एवं सुलभ रूप में उपलब्ध कराया जाएगा हो इस प्रकार के निर्णयों और उनके प्रवर्तन से प्रभावित हो सकते है।

    3. अनुक्रियात्मक: यह नागरिकों को समय पर सेवाओं की आपूर्ति और प्रभावी शिकायत निवारण प्रणाली पर ज़ोर देता है।

    4. समतामूलक और समावेशी: शासन को समाज के सर्वाधिक संवेदनशील वर्ग के सामाजिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिये।

    5. प्रभावशीलता एवं दक्षता: समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति और इष्टतम परिणाम की प्राप्ति के लिये संसाधनों का सतत् प्रयोग किया जाना चाहिये।

    6. विधि का शासन: यह निष्पक्ष विधिक ढाँचे और उसके क्रियान्वयन पर ज़ोर देता है। यह पक्षपातरहित न्यायपालिका और ईमानदार पुलिस बल की आवश्यकता पर बल देता है।

    7. जन सहभागिता: सहभागी शासन नागरिकों को निर्णयन-प्रक्रिया, सरकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और निगरानी में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है।

    8. आम सहमति: सुशासन में पूरे समुदाय के सर्वोत्तम हितों की प्राप्ति के लिये समाज के विभिन्न हितों के बीच सामंजस्य की आवश्यकता होती है।

    निष्कर्ष

    इस प्रकार सुशासन की प्राप्ति के लिये हमें शासन प्रणाली में कुछ महत्त्वपूर्ण कमियों यथा- लोगों को सूचनाओं की अनुपलब्धता, जवाबदेहिता की कमी, सार्वजनिक क्षेत्र का खराब प्रबंधन, उचित विधिक ढाँचे की कमी, आदि को दूर करने की आवश्यकता है। इनको दूर करके ही शासन की गुणवत्ता को बेहतर और निरंतर बनाया जा सकता है।

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