स्पीकर को संसदीय लोकतंत्र की परंपराओं का वास्तविक संरक्षक माना जाता है। स्पष्ट कीजिये। (250 शब्द)
16 Jul 2019 | सामान्य अध्ययन पेपर 2 | राजव्यवस्था
हल करने का दृष्टिकोण: • लोकतांत्रिक मूल्यों व निष्पक्ष स्पीकर की आवश्यकता को प्रस्तुत करते हुए परिचय दीजिये। • स्पीकर से संबंधित संविधान में लिखित प्रावधानों का उल्लेख कीजिये। • भारतीय लोकतंत्र के संदर्भ में स्पीकर की भूमिका लिखिये। • कुछ सुधारों का सुझाव देते हुए निष्कर्ष लिखिये। |
परिचय:
प्रमुख बिंदु:
निष्पक्षता:
निष्कर्ष:
ब्रिटेन में स्पीकर निश्चित रूप से किसी दल का सदस्य नहीं होता है। यह व्यवस्था उसकी राजनीतिक निष्पक्षता को बनाए रखती है। भारत में भी इस परंपरा का निर्वहन किया जा सकता है तथा स्पीकर द्वारा अपने दल की सदस्यता से त्यागपत्र दिया जाना चाहिये।