ध्रुवीय भंवर( Polar Vortex) क्या है? इसके संभावित प्रभावों के बारे में बताएँ। (250 शब्द)
29 Jun 2019 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | भूगोल
दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण
• ध्रुवीय भंवर (Polar Votax) की परिघटना का वर्णन कीजिये।
• इसके प्रभावों की सूची दीजिये।
• ग्लोबल वार्मिंग से संबंध स्थापित करते हुए निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
- ध्रुवीय भंवर, समताप मंडल में निम्नदाब युक्त चक्रीय परिभ्रमण है जो ध्रुवों पर घटित होती है।
- ध्रुवीय भंवर की परिघटना शीत ऋतु में उत्तरी ध्रुव पर घटित होती है।
- ध्रुवीय भंवर का निर्माण ध्रुवीय क्षेत्र व मध्य-अक्षांशों के बीच तापीय विभेदन के कारण होता है।
ध्रुवीय भंवर के प्रभाव
- अति शीत तापमान: शीत वायु का प्रवाह ध्रुवीय क्षेत्र से दक्षिण की ओर होने के कारण उत्तरी अमेरिका के उत्तर व उत्तर-पश्चिमी भागों में हिम वृद्धि और अति न्यून तापमान की चरम स्थिति उत्पन्न होती है।
- आर्कटिक क्षेत्र के समताप मंडल में निम्नदाब से उष्ण स्थिति उत्पन्न होती है जो उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप में चरम मौसमी घटनाओं में वृद्धि करती है।
- यह उत्तरी अमेरिका में यातायात सुविधाओं को बाधित करता है और विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों के रूक जाने के कारण आर्थिक हानि होती है।
निष्कर्ष
ध्रुवीय भंवर की परिघटनाओं में वृद्धि ग्लोबल वार्मिंग का परिणाम है और मध्य अक्षांशों व ध्रुवीय क्षेत्र के बीच तापीय विभेदन, इसके लिये उत्तरदायी है।