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16 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
दिवस- 8: भारत में गरीबी उन्मूलन के उद्देश्य से कई सरकारी पहलों के बावजूद, गरीबी बनी हुई है। आलोचनात्मक रूप से विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)
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15 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
दिवस-7: विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक सुधारों के बावजूद, जाति व्यवस्था निरंतर विकसित होती रही है और नई पहचान तथा संघात्मक रूप ग्रहण कर रही है। टिप्पणी कीजिये।(150 शब्द)
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15 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
दिवस-7: भारत और पश्चिम में धर्मनिरपेक्षता को लेकर होने वाली चर्चाएँ विभिन्न मोर्चों पर स्पष्ट रूप से भिन्न हैं। विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
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15 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
दिवस-7: अपनी बहुआयामी सांस्कृतिक विविधता को अपनाकर भारत सामाजिक सद्भाव एवं समावेशिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मज़बूती प्रदान कर रहा है। व्याख्या कीजिये। (250 शब्द)
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15 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भारतीय समाज
दिवस: 7- महत्त्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल करने के बावजूद, भारत में महिला आंदोलन को हाशिये पर जीवन यापन कर रही सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाली महिलाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों से व्यापक रूप से निपटना शेष है। आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिये।
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12 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस: 5. औद्योगिक क्रांति ने जीवन के विभिन्न पहलुओं में स्थिरता से गतिशीलता के रूप में रूपांतरण के माध्यम से समाज को मौलिक रूप से परिवर्तित किया। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
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12 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
भूगोल
दिवस: 5. फ्राँसीसी क्रांति से कई महत्त्वपूर्ण सफलताएँ मिलने के बाद भी कई रचनात्मक लक्ष्यों को पूर्ण रूप से हासिल करने में यह असफल रही। परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
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12 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-5: प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध दोनों में ही जर्मनी की गतिविधियाँ एवं नीतियाँ महत्त्वपूर्ण कारक थीं, लेकिन केवल इन्हीं को ज़िम्मेदार ठहराना उचित नहीं है। आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
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12 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-5: वर्ष 1980 के दशक तक, सोवियत संघ की साम्यवादी प्रणाली अपने आप को महाशक्ति के रूप में बनाए रखने में सक्षम नहीं थी। इस पतन के प्रमुख कारकों का विश्लेषण करते हुए इसके निहितार्थों पर चर्चा कीजिये । (250 शब्द)
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11 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-4: राज्य पुनर्गठन अधिनियम (1956), अपने प्रयोजन के बावजूद, भारत में भाषायी संघर्ष से संबंधित सभी मुद्दों को पूरी तरह से हल नहीं कर सका। आलोचनात्मक रूप से जाँच कीजिये। (150 शब्द)
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11 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-4: स्वतंत्रता के बाद भारत में भूमि सुधारों के विकास पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
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11 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-4: सरदार वल्लभभाई पटेल ने अनुनय और दबाव दोनों का उपयोग करते हुए कुशलतापूर्वक तथा कूटनीतिक रूप से सैकड़ों रियासतों को भारतीय संघ में एकीकृत करने में सफलता प्राप्त की। चर्चा कीजिये। (250 शब्द)
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11 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-4: भारत की स्वतंत्रता के बाद के प्रारंभिक वर्षों के दौरान गुटनिरपेक्षता को देश की विदेश नीति का एक मूलभूत तत्त्व बना दिया। इस कथन के संदर्भ में 1947-64 के बीच दो प्रमुख शक्तियों के साथ भारत के संबंधों का विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)
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10 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-3: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के उदारवादी चरण ने राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया, फिर भी वे जनता को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर सके। विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
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10 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-3: कर्जन द्वारा किये गए बंगाल विभाजन से अनजाने में ही महत्त्वपूर्ण घटनाओं को बढ़ावा मिलने से, अंततः कई वर्षों तक स्वतंत्रता की मांग करने वाले आंदोलनों के उद्भव में योगदान मिला। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
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10 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-3: राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति महात्मा गांधी का दृष्टिकोण मौलिक विचारों, उल्लेखनीय सामरिक कौशल और जनमानस में एक अनोखी अंतर्दृष्टि के मिश्रण से चिह्नित था। स्पष्ट कीजिये। (250 शब्द)
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10 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-3: "क्या आपको लगता है कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन एक बहुवर्गीय आंदोलन था जो सभी वर्गों के साम्राज्यवाद-विरोधी हितों का प्रतिनिधित्व करता था? अपने उत्तर के पक्ष में कारण दीजिये।"(250 शब्द)
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09 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-2: उन्नीसवीं शताब्दी में ब्रिटिश आर्थिक नीति के कारण भारतीय हस्तशिल्प उद्योग का पतन हुआ। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
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09 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-2: यद्यपि आरंभिक औपनिवेशिक काल के आदिवासी एवं किसान विद्रोहों को विभिन्न दृष्टिकोणों से देखा गया है लेकिन इन्हें अराजनीतिक कृत्य नहीं माना जा सकता है। सुस्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
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09 Jul 2024
सामान्य अध्ययन पेपर 1
इतिहास
दिवस-2: “कुल मिलाकर इस निष्कर्ष को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है कि तथाकथित राष्ट्रीय आंदोलन 'न तो प्रथम, न ही राष्ट्रीय और न ही स्वतंत्रता संग्राम था- आर.सी. मजूमदार”। इस कथन के आलोक में वर्ष 1857 के विद्रोह की प्रकृति का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)