'अस्मिता' दृष्टि संस्थान द्वारा संचालित एक छात्रवृत्ति योजना है। इसका लक्ष्य है - सिविल सेवा परीक्षा में हिंदी माध्यम के कम होते हुए परिणाम को संभालने की पुरज़ोर कोशिश करना।
इस योजना के तहत हम लगभग 100 (प्रति वर्ष 50) ऐसे उम्मीदवारों का चयन करेंगे जिनकी मेधा और प्रतिबद्धता संदेह से परे है और जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने की जिद ठानी हुई है। ऐसे उम्मीदवारों को हम 1 से 2 वर्षों तक दिल्ली में आवास, भोजन, कोचिंग कक्षाएँ, दृष्टि संस्थान की पाठ्यसामग्री, लाइब्रेरी, टेस्ट सीरीज़ तथा मेंटरशिप आदि सुविधाएँ पूर्णतः निशुल्क मुहैया कराएंगे। इन उम्मीदवारों को हमारी मेंटरशिप टीम द्वारा तैयार किये गए एक निश्चित कार्यक्रम के तहत कठोर परिश्रम करना होगा जिसमें उनका नियमित मूल्यांकन होगा। वे ही उम्मीदवार इस कार्यक्रम में लगातार बने रह सकेंगे जो परिश्रम की कसौटियों पर निरंतर खरे उतरेंगे।
इस योजना में आवेदन करने की शर्त होगी कि उम्मीदवार ने संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) या किसी राज्य PSC की सिविल सेवा परीक्षा (PCS) में कम से कम एक बार प्रिलिम्स परीक्षा में सफलता हासिल की हो। इसके अतिरिक्त, आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को एक कठिन परीक्षा में अपनी योग्यता साबित करनी होगी। इस परीक्षा में सिविल सेवा परीक्षा के तीनों चरणों (प्रारंभिक, मुख्य व साक्षात्कार) के लिये अपेक्षित क्षमताओं की विस्तृत व गहन जाँच की जाएगी।
'अस्मिता' योजना का पूरा प्रारूप हमारी वैबसाइट (www.drishtiias.com) के होम पेज पर उपलब्ध लिंक पर जाकर देखा जा सकता है। आप चाहें तो उसे पढ़कर इस योजना के सभी पक्षों की जानकारी ले सकते हैं।
अगर आप हिंदी माध्यम के कुछ ऐसे उम्मीदवारों को जानते हैं जिनके पास पर्याप्त योग्यता और आत्मविश्वास है पर उनकी कमज़ोर सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियाँ उनकी सफलता की राह में बाधा बनी हुई हैं तो उन्हें इस योजना के बारे में ज़रूर बताएँ। हो सकता है कि यह प्रयास कुछ ऐसे संघर्षशील साथियों के लिये अपने स्वप्न साकार करने में मददगार हो सके।
'अस्मिता' का प्राथमिक उद्देश्य है - सिविल सेवा परीक्षा में हिंदी माध्यम के कम होते हुए परिणाम को संभालना। साथ ही, इस योजना का यह लक्ष्य भी है कि हिंदी माध्यम से सिविल सेवा परीक्षा देने वाले मेधावी व जुझारू विद्यार्थियों की हर संभव मदद की जाए ताकि उन्हें भाषायी नुकसान न झेलना पड़े और उनका सिविल सेवाओं में जाने का सपना पूरा हो सके।
वस्तुतः ऐसे कई संगठन हैं जो समुदाय विशेष या जाति विशेष के उम्मीदवारों के लिये ऐसी छात्रवृत्ति योजनाएँ चलाते हैं। लगभग सभी राज्य सरकारें भी वंचित वर्ग के उम्मीदवारों के लिये ऐसी योजनाएँ चलाती हैं। 'अस्मिता' इस रूप में भिन्न है कि इसका लक्ष्य किसी जाति या समुदाय की भागीदारी बढ़ाना न होकर हिंदीभाषी समाज की भागीदारी बढ़ाना है। हाँ, यह ज़रूर है कि हिंदीभाषी विद्यार्थियों के अंतर्गत हम उन विद्यार्थियों को प्राथमिकता देंगे जो समाज के वंचित वर्गों से जुड़े हैं।
इस योजना के तहत प्रतिवर्ष लगभग 50 उम्मीदवारों को चुना जाएगा और उन्हें 1-2 वर्षों तक आवास, भोजन, कोचिंग कक्षाएँ, दृष्टि संस्थान के नोट्स, टेस्ट सीरीज़, लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएँ निशुल्क दी जाएंगी। प्रत्येक वर्ष लगभग 50 उम्मीदवारों के चयन से इस योजना के लाभार्थियों की कुल संख्या 100 के आसपास स्थिर रखी जाएगी।
50 सफल उम्मीदवारों के बाद के कुछ श्रेष्ठ उम्मीदवारों को टीम दृष्टि की मेंटरशिप योजना में निशुल्क प्रवेश दिया जा सकेगा। इसमें निशुल्क छात्रावास, भोजन और कक्षाओं जैसी सुविधाएँ तो नहीं होंगी किंतु निशुल्क लाइब्रेरी, मेंटरशिप, नियमित टेस्ट जैसी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी।
इस बात की पूरी कोशिश की जाएगी कि समाज के वंचित समूहों से आने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिले। मोटे तौर पर आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग, महिला, अनुसूचित जाति व जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग, अल्पसंख्यक तथा अन्य वंचित समूहों से संबद्ध उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी।
जिन वंचित वर्गों के उम्मीदवारों को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में आरक्षण दिया जाता है, कोशिश की जाएगी कि उन्हें कम से कम उस अनुपात में अवसर ज़रूर दिया जाए हालाँकि गुणवत्ता की कमी होने पर इसकी बाध्यता नहीं होगी। उदाहरण के लिये, अनुसूचित जाति (15%), अनुसूचित जनजाति (7.5%), अन्य पिछड़ा वर्ग (27%) तथा आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग (10%) का यह प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की भरसक कोशिश की जाएगी। इसी प्रकार, दिव्यांगजन को 4% क्षैतिज प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की जाएगी।
जिन वंचित वर्गों को सिविल सेवा परीक्षा में आरक्षण नहीं मिलता है, कोशिश की जाएगी कि उन्हें भी समुचित प्रतिनिधित्व दिया जा सके। उदाहरण के लिये महिलाएँ व अल्पसंख्यक समुदाय।
इस योजना में आवेदन करने के लिये किसी आवेदक को निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी-
उसने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में अथवा किसी भी राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्यस्तरीय सिविल सेवा परीक्षा में कम से कम एक बार प्रारंभिक परीक्षा में सफलता हासिल की हो।
1 अगस्त, 2023 को उसकी आयु निम्नलिखित से अधिक न हो :
सामान्य वर्ग : 30 वर्ष
EWS वर्ग : 30 वर्ष
OBC वर्ग : 33 वर्ष
SC/ST वर्ग : 35 वर्ष
PwBD/PH वर्ग : 37 वर्ष
संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) में उसके पास कम से कम दो प्रयास शेष हों।
सिविल सेवा परीक्षा में उसका माध्यम हिंदी होना चाहिये।
वह वर्तमान में किसी सरकारी या प्राइवेट नौकरी में कार्यरत व वेतनभोगी न हो।
उसे वर्तमान में केंद्र या राज्य सरकार अथवा किसी विश्वविद्यालय/अन्य संस्था से ऐसी छात्रवृत्ति/शोधवृत्ति न मिल रही हो जिसमें ₹5000/- या उससे अधिक राशि प्रतिमाह दी जाती हो।
नोट 1 : जिन विद्यार्थियों ने दृष्टि संस्थान में कभी भी अध्ययन किया है, यदि वे बाकी कसौटियों पर खरे उतरते हैं तो उन्हें चयन प्रक्रिया में वरीयता दी जाएगी क्योंकि उनके प्रति संस्थान की प्राथमिक ज़िम्मेदारी बनती है।
नोट 2 : यह योजना संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) की तैयारी के लिये है। यदि कोई उम्मीदवार सिर्फ राज्यस्तरीय सिविल सेवा परीक्षा (PCS) या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं (जैसे IFoS, IES, CDS) की तैयारी कर रहा है तो वह इसके लिये अर्ह नहीं होगा।
नोट 3 : जो उम्मीदवार नौकरी में हैं या शोधवृत्ति अर्जित कर रहे हैं, वे टीम दृष्टि की ही 'मेंटरशिप योजना' के लिये आवेदन कर सकेंगे किंतु 'अस्मिता योजना' में शामिल होकर निशुल्क छात्रावास आदि सुविधाओं के लिये पात्र नहीं होंगे।
नोट 4 : यदि कोई व्यक्ति नौकरी में हैं किंतु अभी लंबी अवधि के अवैतनिक अवकाश पर है तो वह उक्त अवधि के लिये आवेदन कर सकता है। योजना में चयन हो जाने की स्थिति में ऐसे आवेदकों को उनके दस्तावेज़ों की पर्याप्त जाँच और शपथपत्र लेने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
नोट 5 : यदि किसी उम्मीदवार का ₹5000/- प्रतिमाह से अधिक राशि की स्कॉलरशिप/फेलोशिप के लिये चयन हुआ है किंतु अभी उसकी फेलोशिप लेने की योजना नहीं है तो वह उक्त अवधि के लिये इस योजना में आवेदन कर सकता है। योजना में चयन हो जाने की स्थिति में ऐसे आवेदकों को उनके दस्तावेज़ों की पर्याप्त जाँच और शपथपत्र लेने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
नोट 6 : विरलतम स्थितियों में 'अस्मिता' प्रबंध समिति को इन नियमों को परिवर्तित करने का पूरा अधिकार होगा।
सामान्यतः चयन प्रक्रिया वर्ष में एक बार संपन्न होगी। प्रतिवर्ष लगभग 50 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। विशिष्ट परिस्थितियों में यह प्रक्रिया एक वर्ष में एक से अधिक बार आयोजित की जा सकेगी।
यह अनिवार्य नहीं होगा कि सभी स्थानों के लिये चयन किया ही जाए। यदि चयन प्रक्रिया में अपेक्षित योग्यता स्तर के पर्याप्त उम्मीदवार नहीं मिल पाते हैं तो यह संख्या कम भी रखी जा सकती है। इसी तरह, बहुत योग्य उम्मीदवारों की उपस्थिति होने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकेगी।
चयन प्रक्रिया के लिये तीन चरणों वाली प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा प्रायः सिविल सेवा परीक्षा के ढाँचे पर ही आयोजित होगी। इसके तीन चरण होंगे- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार।
चयन प्रक्रिया हेतु प्रारंभिक तथा मुख्य परीक्षा का आयोजन एक ही दिन के दो अलग-अलग सत्रों में किया जाएगा। प्रत्येक सत्र की अवधि 3 घंटों की होगी। पहले और दूसरे दोनों सत्रों में दो-दो प्रश्न-पत्र होंगे।
परीक्षा कुल 500 अंकों की होगी। अंतिम परिणाम में मुख्य परीक्षा (300 अंक) तथा साक्षात्कार (200 अंक) के अंक जोड़े जाएंगे। क्वालिफाइंग प्रश्नपत्रों (प्रारंभिक परीक्षा व सामान्य अंग्रेज़ी) के अंक नहीं जोड़े जाएंगे।
परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी होने के बाद प्रत्येक चरण की कट-ऑफ सूची जारी की जाएगी तथा उम्मीदवारों को उनकी अंक-तालिका भी उपलब्ध कराई जाएगी।
'अस्मिता' योजना के लिये आवेदन प्रक्रिया सिर्फ ऑनलाइन होगी। दृष्टि संस्थान की वेबसाइट www.drishtiias.com के होम पेज पर ही अस्मिता योजना का वेब लिंक है जिस पर जाकर उम्मीदवार फॉर्म भर सकेंगे।
फॉर्म भरने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा शुल्क के रूप में ₹500/- (GST सहित) का एकमुश्त भुगतान करना होगा जो किसी भी स्थिति में वापसी-योग्य नहीं होगा। यह राशि संपूर्ण परीक्षा-चक्र के लिये है।
शुरुआती आवेदन में पासपोर्ट साइज़ फोटो और हस्ताक्षर के अतिरिक्त किन्हीं दस्तावेज़ों/प्रमाणपत्रों की मांग नहीं की जाएगी, किंतु कुछ दस्तावेज़ों/प्रमाणपत्रों से जुड़ी जानकारियाँ (जैसे सर्टिफिकेट नंबर, जारी होने की तिथि आदि) दर्ज करनी होंगी। परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी को अपना आधार कार्ड लेकर आना होगा।
जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में सफल होंगे, उन्हें एक और संक्षिप्त फॉर्म भरना होगा और महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों/प्रमाणपत्रों की डिजिटल कॉपीज़ (स्कैन/पीडीएफ) अपलोड करनी होंगी।
जो अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिये आमंत्रित किये जाएंगे, उन्हें सभी दस्तावेज़/प्रमाणपत्र मूल रूप में प्रस्तुत करने होंगे।
प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को फॉर्म भरते समय कोई समस्या न हो, इसलिये कृपया सुनिश्चित करें कि आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज़/प्रमाणपत्र उपलब्ध हैं :
○ स्नातक परीक्षा का अंकपत्र।
○ यदि आवेदक ने स्नातक परीक्षा से आगे पढ़ाई की है तो उन सभी परीक्षाओं के अंकपत्र।
○ यदि आवेदक को सिविल सेवा परीक्षा में किसी तरह का आरक्षण मिलता है तो उससे संबंधित वैध प्रमाणपत्र।
○ केंद्रीय या राज्यस्तरीय सिविल सेवा परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण।
○ यदि केंद्रीय या राज्यस्तरीय सिविल सेवा परीक्षा में मुख्य परीक्षा/साक्षात्कार का अनुभव है तो उससे जुड़े प्रमाण।
○ अन्य कोई प्रमाणपत्र या दस्तावेज़ जिसकी मांग फॉर्म में की गई हो।
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परीक्षा की योजना
चयन प्रक्रिया के लिये प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी जो लगभग सिविल सेवा परीक्षा के ढाँचे पर ही होगी। इसके तीन चरण होंगे- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार।
चयन परीक्षा 11 केंद्रों (दिल्ली, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, भोपाल, रायपुर, पटना, राँची, देहरादून, शिमला तथा चंडीगढ़) पर आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को अपनी प्राथमिकता के अनुसार 3 केंद्र चुनने होंगे। यदि किसी केंद्र पर कोविड-19 या अन्य कारणों से परीक्षा का आयोजन संभव नहीं हो पाता है अथवा किसी केंद्र के लिये क्षमता से बहुत कम या बहुत अधिक आवेदन होते हैं तो संबंधित आवेदकों को अगली वरीयता के आधार पर केंद्र आवंटित किया जाएगा।
प्रारंभिक परीक्षा (सामान्य अध्ययन एवं सीसैट) तथा मुख्य परीक्षा (सामान्य अंग्रेज़ी, निबंध व सामान्य अध्ययन) एक ही दिन के दो अलग-अलग सत्रों में आयोजित की जाएंगी। प्रत्येक सत्र की अवधि 3 घंटों की होगी। पहला सत्र सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 बजे तक तथा दूसरा सत्र दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक का होगा।
पहले सत्र में दो प्रश्नपत्र होंगे और दोनों की प्रकृति क्वालिफाइंग होगी। इनका विवरण इस प्रकार है:
सामान्य अध्ययन एवं सीसैट (2 घंटे) : प्रारंभिक परीक्षा
सामान्य अंग्रेज़ी (1 घंटा) : मुख्य परीक्षा
दूसरे सत्र में भी दो प्रश्नपत्र होंगे और दोनों के प्राप्तांकों को अंतिम परिणाम में शामिल किया जाएगा। इनका विवरण इस प्रकार है:
सामान्य अध्ययन (2 घंटे) : मुख्य परीक्षा
निबंध (1 घंटा) : मुख्य परीक्षा
प्रवेश परीक्षा के तीनों चरणों की विस्तृत जानकारी आगे दी जा रही है।
प्रारंभिक परीक्षा सिर्फ क्वालिफाइंग होगी, अंतिम रूप से चयन के लिये इस परीक्षा के अंक नहीं जोड़े जाएंगे। फिर भी, जो उम्मीदवार कट-ऑफ स्तर से काफी ऊपर होंगे, उन्हें अंतिम परिणाम में इस बात का सांकेतिक लाभ दिया जा सकेगा।
पाठ्यक्रम सामान्यतः वही होगा जो संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) की प्रारंभिक परीक्षा में होता है। प्रश्नपत्र वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित होगा लेकिन संपूर्ण पाठ्यक्रम को 1 प्रश्नपत्र में समायोजित किया जाएगा, जिसमें सामान्य अध्ययन तथा सीसैट (CSAT) दोनों के 50-50 प्रश्न शामिल होंगे।
प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम प्रश्नपत्र में प्राप्त अंकों के आधार पर तय होगा।
प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र 2 घंटों की अवधि का होगा और इसमें कुल 100 प्रश्न होंगे। सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे तथा प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होगा। प्रत्येक गलत उत्तर पर सही उत्तर के एक-तिहाई अंक (अर्थात् 0.67 अंक) काटे जाएंगे। प्रश्नपत्र हिंदी व अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में तैयार किया जाएगा। पाठ्यक्रम व प्रश्नों का अनुपात सामान्यतः वही होगा जैसा संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) की प्रारंभिक परीक्षा में होता है।
प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर लगभग 500 (कुल रिक्तियों के 10 गुणा) उम्मीदवारों को चुना जाएगा। इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि वंचित वर्गों के पर्याप्त उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकें।
प्रारंभिक परीक्षा में चुने गए उम्मीदवारों की ही मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जाँच की जाएगी।
लगभग 500 उम्मीदवारों की ही मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका जाँची जाएगी। यह संख्या कुल रिक्तियों की 10 गुणा है। यदि किसी वर्ष रिक्तियाँ कम या अधिक होंगी तो उम्मीदवारों की संख्या भी उसी अनुपात में बदल जाएगी।
इस परीक्षा का पाठ्यक्रम प्रायः वही होगा जो संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) की मुख्य परीक्षा में है लेकिन उस संपूर्ण पाठ्यक्रम को 3 प्रश्नपत्रों में समायोजित किया जाएगा। वैकल्पिक विषय को इस परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा।
सामान्य अंग्रेज़ी का प्रश्नपत्र 100 अंकों का होगा और इसके लिये 1 घंटे का समय दिया जाएगा। यह प्रश्नपत्र क्वालिफाइंग प्रकृति का होगा अर्थात् इसमें उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा किंतु अंतिम परिणाम में इसके अंक नहीं जोड़े जाएंगे। उत्तीर्ण होने का स्तर 'अस्मिता' योजना की प्रबंध समिति अपने विवेक से तय करेगी। इस प्रश्नपत्र में मुख्यतः लघु निबंध, संक्षेपण, पल्लवन, वाक्य सुधार व अनुवाद (हिंदी से अंग्रेज़ी व विपरीत) के प्रश्न पूछे जा सकेंगे।
निबंध का प्रश्नपत्र 100 अंकों का होगा और इसके लिये 1 घंटे का समय दिया जाएगा। इसमें कुल 4 विषय होंगे जिनमें से किन्हीं एक पर निबंध लिखना होगा। निबंध लगभग 1000-1200 शब्दों में होना चाहिये। विषयों की प्रकृति प्रायः वैसी ही होगी जैसी संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) के निबंध प्रश्नपत्र में होती है।
सामान्य अध्ययन का प्रश्नपत्र कुल 200 अंकों का होगा और इसके लिये 2 घंटे का समय दिया जाएगा। इसमें 10-10 अंकों के कुल 20 प्रश्न होंगे तथा सभी अनिवार्य होंगे। ये प्रश्न संघीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) के पाठ्यक्रम में शामिल प्रमुख खंडों (जैसे - इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, एथिक्स, विज्ञान-तकनीक इत्यादि) से पूछे जाएंगे। प्रश्नों की प्रकृति अवधारणात्मक व विश्लेषणात्मक होगी। केवल तथ्यात्मक प्रकृति के प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे।
मुख्य परीक्षा में सबसे पहले सामान्य अंग्रेज़ी की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। जो उम्मीदवार उसमें अर्हता-अंक प्राप्त कर लेंगे, उनकी ही शेष उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।
साक्षात्कार में भाग लेने के लिये लगभग 125 उम्मीदवारों को आमंत्रित किया जाएगा। यह संख्या कुल रिक्तियों की 2.5 गुणा है। यदि किसी वर्ष रिक्तियाँ कम या अधिक होंगी तो साक्षात्कार में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या भी उसी अनुपात में बदल जाएगी।
साक्षात्कार सिर्फ दिल्ली केंद्र पर आयोजित किये जाएंगे। आमंत्रित किये गए उम्मीदवारों को दिल्ली आने-जाने के लिये रेलवे किराये (स्लीपर श्रेणी) का भुगतान किया जाएगा। साथ ही, 1-2 दिनों तक दिल्ली में उनके रुकने की व्यवस्था भी निशुल्क की जाएगी।
साक्षात्कार 200 अंकों का होगा और इसकी अवधि लगभग एक घंटे की होगी। संभव है कि उम्मीदवार के व्यक्तित्व का परीक्षण एक से अधिक पैनल्स द्वारा किया जाए। आवश्यक हुआ तो इस चरण में समूह-परिचर्चा को भी शामिल किया जा सकेगा।
साक्षात्कार का कोई निर्धारित पाठ्यक्रम नहीं होगा। उम्मीदवार से सामान्य अध्ययन, वैकल्पिक विषय, पृष्ठभूमि तथा समसामयिक मुद्दों से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। कोशिश की जाएगी कि उसके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं, जैसे उसकी निर्णय क्षमता, विश्लेषण क्षमता, अभिव्यक्ति शैली आदि का विस्तृत परीक्षण किया जा सके। साथ ही, यह समझने का प्रयास भी किया जाएगा कि उम्मीदवार में सिविल सेवा परीक्षा के लिये अपेक्षित परिश्रम करने की प्रवृत्ति है या नहीं?
कार्यक्रम की घोषणा मंगलवार, 8 नवंबर 2022 को की जाएगी। यह घोषणा दृष्टि की वेबसाइट (www.drishtiias.com) तथा यूट्यूब चैनल (Drishti IAS) पर की जाएगी।
आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत मंगलवार, 8 नवंबर 2022 को कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही हो जाएगी। यह प्रक्रिया सिर्फ ऑनलाइन होगी।
आवेदन करने के लिये 15 दिनों की अवधि (8 नवंबर से 22 नवंबर तक) दी जाएगी। 22 नवंबर की रात्रि 11:59 पर यह अवधि समाप्त हो जाएगी।
आवेदन की शर्तें पूरी करने वाले उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा से एक सप्ताह पहले तक परीक्षा के लिये प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) जारी कर दिये जाएंगे। यह संपूर्ण प्रक्रिया भी सिर्फ ऑनलाइन होगी।
परीक्षा का आयोजन रविवार, 11 दिसंबर 2022 को किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर आवेदक को एडमिट कार्ड का प्रिंटआउट और अपना आधार कार्ड साथ लाना होगा।
परीक्षा के तुरंत बाद (24 घंटे में) प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र की उत्तरमाला दृष्टि वेबसाइट (www.drishtiias.com) पर अपलोड कर दी जाएगी ताकि उम्मीदवार अपना मूल्यांकन कर सकें। उम्मीदवारों के पास यह अवसर भी होगा कि वे अगले 2 दिनों में गलत/संदिग्ध उत्तरों के संबंध में आपत्तियाँ दर्ज करा सकें।
जो आपत्तियाँ दर्ज कराई जाएंगी, उनके संबंध में अगले 2-3 दिनों में निर्णय लिया जाएगा। यदि किसी प्रश्न के संबंध में की गई आपत्ति प्रामाणिक है तो उस प्रश्न को प्रश्नपत्र का हिस्सा नहीं माना जाएगा और शेष प्रश्नों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। पारदर्शिता के लिये, इस संबंध में लिये गए निर्णयों को वेबसाइट (www.drishtiias.com) पर प्रकाशित भी किया जाएगा।
प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम परीक्षा के दो सप्ताह के भीतर दृष्टि की वेबसाइट (www.drishtiias.com) पर घोषित कर दिया जाएगा। सफल उम्मीदवारों को ईमेल और टेक्स्ट मैसेज से भी सूचना भेजी जाएगी।
मुख्य परीक्षा का परिणाम लगभग एक महीने में दृष्टि की वेबसाइट (www.drishtiias.com) पर घोषित कर दिया जाएगा। सफल उम्मीदवारों को ईमेल और टेक्स्ट मैसेज से भी सूचना भेजी जाएगी।
मुख्य परीक्षा के परिणाम की घोषणा के लगभग 10 दिन बाद साक्षात्कार का आयोजन आरंभ किया जाएगा।
साक्षात्कार चरण पूरा होने के एक सप्ताह के भीतर दृष्टि की वेबसाइट (www.drishtiias.com) पर अंतिम परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। चुने गए उम्मीदवारों को फोन तथा ई-मेल से सूचना दी जाएगी।
चयनित उम्मीदवारों के लिये आवासीय मेंटरशिप कार्यक्रम मार्च 2023 के मध्य से ही शुरू किया जाएगा। ये उम्मीदवार अपनी तैयारी के स्तर के अनुसार संघीय सिविल सेवा परीक्षा 2023 या 2024 में भाग लेंगे।
कुछ उम्मीदवारों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। यदि 'अस्मिता' योजना की प्रबंध समिति उचित समझेगी तो कोई स्थान रिक्त होने की स्थिति में उन उम्मीदवारों को अवसर दिया जा सकेगा।
कोविड या अन्य किसी कारण से इस कार्यक्रम की तिथियों में बदलाव किया जा सकेगा। इस संबंध में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार 'अस्मिता' योजना की प्रबंध समिति के पास होगा।
सभी चयनित उम्मीदवारों को एक विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुज़रना होगा जो डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के मार्गदर्शन में मेंटरशिप टीम द्वारा संचालित होगा। इस टीम में कई अध्यापक तथा विशेषज्ञ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सभी प्रतिभागियों को निश्चित समय सीमा के अंतर्गत परीक्षा के विभिन्न खंडों की तैयारी करनी होगी। यह कार्यक्रम मेंटरशिप टीम प्रत्येक उम्मीदवार की तैयारी के स्तर के अनुसार निर्धारित करेगी।
प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाएगी कि वे प्रतिदिन 12+ घंटे की गंभीर पढ़ाई करें। कोशिश की जाएगी कि एक वर्ष के भीतर प्रतिभागियों की तैयारी इस स्तर पर पहुँच जाए कि वे सिविल सेवा परीक्षा में सफल हो सकें।
इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों को ‘दृष्टि’ संस्थान की ऑफलाइन व ऑनलाइन कक्षाओं में (कुछ शर्तों के साथ) उपस्थित होने का अधिकार होगा। वे अपनी क्षमताओं तथा आवश्यकताओं के अनुसार कक्षाएँ कर सकेंगे। उनके लिये कुछ विशिष्ट कक्षाएँ अलग से भी आयोजित की जाएंगी।
प्रतिभागियों को दैनिक कक्षाओं के समानांतर कुछ विशिष्ट दैनिक, साप्ताहिक तथा मासिक लक्ष्य पूरे करने होंगे तथा निरंतर टेस्ट देने होंगे। प्रतिभागियों की फ़ाइल में उनके प्रत्येक निष्पादन को अंकित किया जाएगा।
प्रत्येक माह के अंत में मेंटरशिप टीम द्वारा इस बात का मूल्यांकन किया जाएगा कि उम्मीदवार में तैयारी के प्रति पर्याप्त गंभीरता है या नहीं? अगर प्रबंधन को प्रतीत होता है कि किसी उम्मीदवार द्वारा अपेक्षित गंभीरता नहीं बरती जा रही है तो उसे चेतावनी दी जाएगी। अगर इसके बाद भी सुधार नहीं होता है तो उसे इस कार्यक्रम से अलग कर दिया जाएगा तथा प्रतीक्षा सूची में सर्वोच्च स्थान पर उपस्थित उम्मीदवार या अगली प्रवेश परीक्षा में चयनित किसी उम्मीदवार को उसका स्थान दे दिया जाएगा। किसी उम्मीदवार को कार्यक्रम के बीच में वापस भेजने का संपूर्ण अधिकार ‘अस्मिता’ की प्रबंध-समिति के पास सुरक्षित होगा।
‘अस्मिता’ छात्रवृत्ति योजना के प्रतिभागियों की तैयारी का पूरा खर्च दृष्टि संस्थान उठाएगा। इसमें उनका दिल्ली में आवास, भोजन, दृष्टि संस्थान के नोट्स, मेंटरशिप, टेस्ट सीरीज़ व कोचिंग कक्षाओं का पूरा खर्च शामिल होगा।
सक्षेप में, सभी प्रतिभागियों को 1-2 वर्षों की अवधि के लिये निम्नलिखित सुविधाएँ दी जाएंगी-
निशुल्क आवास : मुखर्जी नगर या उसके निकट कोई हॉस्टल जहाँ से क्लास व लाइब्रेरी पैदल आना जाना संभव हो। सामान्यतः 2 विद्यार्थियों को एक कमरा शेयर करना होगा। कमरा सामान्यतः वातानुकूलित होगा।
निशुल्क भोजन : सामान्य छात्रावासों की तरह।
निशुल्क कोचिंग कक्षाएँ : दृष्टि संस्थान में कोचिंग कक्षाएँ (संपूर्ण पाठ्यक्रम के लिये)।
निशुल्क पाठ्य सामग्री : दृष्टि संस्थान से संपूर्ण पाठ्यक्रम के लिये पाठ्य सामग्री।
निशुल्क मेंटरशिप कार्यक्रम : 24x7 मेंटरशिप कार्यक्रम में भागीदारी।
निशुल्क टेस्ट सीरीज़ : प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के लिये संपूर्ण टेस्ट सीरीज़।
अध्यापकों का मार्गदर्शन : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति सहित दृष्टि संस्थान के अध्यापकों के साथ नियमित संवाद करने का अवसर।
निशुल्क लाइब्रेरी : अच्छे व प्रतिस्पर्धी माहौल में पढ़ने के लिये 24x7 वातानुकूलित लाइब्रेरी की सुविधा।
नोट: इन सुविधाओं के अतिरिक्त कोई वित्तीय भुगतान नहीं किया जाएगा। प्रतिभागियों को अपने रोज़मर्रा के खर्चे खुद करने होंगे।
‘अस्मिता’ छात्रवृत्ति योजना के प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाएगी कि वे निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें :
अपने मार्गदर्शक (मेंटर) द्वारा दिये गए लक्ष्यों को निर्धारित समय-सीमा में पूरी मेहनत से पूरा करें और प्रतिदिन उन्हें रिपोर्ट करें। यदि वे इस संबंध में कोई कोताही करते हैं तो उन्हें कार्यक्रम के बीच में ही वापस भेजा जा सकेगा।
अनुशासन संबंधी नियमों का पूरी निष्ठा से पालन करें। यह योजना गंभीरता से अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिये है। यदि कोई प्रतिभागी अनुचित गतिविधियों में संलग्न होता है तो उसे कार्यक्रम के बीच में ही वापस भेजा जा सकेगा।
जिन विषयों में वे पारंगत हैं, उनमें अन्य प्रतिभागियों की मदद करें। मेंटर के निर्देशों के अनुरूप उन्हें अवधारणाएँ स्पष्ट करें, उनके उत्तरों का मूल्यांकन करें।
'अस्मिता' योजना दृष्टि संस्थान की एक स्वैच्छिक योजना है। यदि संस्थान को कभी लगता है कि इससे अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं हो पा रहे हैं या इसका प्रबंधन करना मुश्किल हो रहा है तो उसके पास इस योजना को सीमित/स्थगित/परिवर्तित/समाप्त करने का पूरा अधिकार होगा।
यदि कोई ऐसा विषय है जो विवरणिका (प्रोस्पेक्टस) में वर्णित नहीं है या जिसके अर्थ/व्याख्या को लेकर संशय की स्थिति है, उस विषय की अंतिम व्याख्या करने का अधिकार 'अस्मिता' प्रबंध समिति के पास होगा।
'अस्मिता' योजना में चुने गए प्रतिभागियों को संस्थान द्वारा निर्धारित नियमों और लक्ष्यों का पूर्ण पालन करना होगा। यदि प्रबंध समिति किसी प्रतिभागी के व्यवहार या निष्पादन से असंतुष्ट होती है तो उसे उस प्रतिभागी का नामांकन रद्द करने का पूरा अधिकार होगा।
यदि कोई उम्मीदवार फॉर्म में गलत जानकारियाँ भरकर इस योजना में शामिल होता है तो उसके विरुद्ध उपयुक्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
किसी भी कानूनी कार्यवाही के लिये सिर्फ दिल्ली में अवस्थित समुचित न्यायालयों में आवेदन किया जा सकेगा।